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छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील, ATS के कमांडोज घूमेंगे सिविल ड्रेस में

विश्व हिंदू परिषद छह दिसंबर को शौर्य दिवस के रूप में मनाता है तो मुस्लिम पक्षकार इसे काला दिवस यानी यौमे गम के रूप में मनाते हैं. इन सबके मद्देनजर अयोध्या को एक बार फिर छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया है.

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Published : Dec 5, 2019, 9:11 PM IST

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छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील

अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि मामले में नौ नवंबर 2019 को फैसला आया था. विश्व हिंदू परिषद ने छह दिसंबर को शांति के रूप में मनाने का फैसला किया है, वहीं मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने छह दिसंबर को बड़े स्तर पर गम के रूप में मस्जिदों में मनाए जाने का एलान कर दिया है.

एसएसपी आशीष तिवारी ने अयोध्या की सुरक्षा का जायजा लेते हुए कहा कि जिस तरह से 9 नवंबर 2019 को फैसले के दिन सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया था, उसी प्रकार कल का दिन भी शांतिपूर्ण होगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है, इसमें एटीएस कमांडोज, पीएसी की तीन दर्जन से ज्यादा बटालियन समेत अन्य पुलिस दस्ते को लगाया गया है.

छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील.
अयोध्या में पांच दिसंबर की सुबह से ही सुरक्षा बलों ने सड़कों पर मार्च करते हुए गली-गली में चेकिंग की. अयोध्या में हर स्तर पर आने-जाने वालों की जांच सुनिश्चित की जा रही है. नया घाट से लेकर के टेढ़ी बाजार के बीच में आने वाले लगभग दो दर्जन ऐसे रास्तों को चेकप्वाइंट बनाया गया है, जिससे कोई भी व्यक्ति पुलिस की निगाहों से बच के न जा सके. अयोध्या को चार जोन, 10 सेक्टर, 14 सब सेक्टर में बांटा गया है. पांच एएसपी, 10 सीओ, 35 इंस्पेक्टर, 140 सब इंस्पेक्टर, 350 सिविल पुलिस, 100 महिला पुलिस और 39 कंपनी पीएसी एवं एटीएस कमांडो को तैनात किया गया है.

अयोध्या की सुरक्षा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को लगाया गया है, लेकिन जनजीवन पहले की तरह सामान्य है. यहां के लोकल निवासी परिचय पत्र के आधार पर जा-आ सकते हैं, लेकिन परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य है. तीन टुकड़ी कमांडो को भी लगाया गया है, जिसमें से 12 कमांडों को सिक्योरिटी के साथ सिविल ड्रेस में भी प्रमुख स्थानों पर लगाया गया है, जो लोगों के साथ घुले मिले रहेंगे.
-आशीष तिवारी, एसएसपी

अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि मामले में नौ नवंबर 2019 को फैसला आया था. विश्व हिंदू परिषद ने छह दिसंबर को शांति के रूप में मनाने का फैसला किया है, वहीं मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने छह दिसंबर को बड़े स्तर पर गम के रूप में मस्जिदों में मनाए जाने का एलान कर दिया है.

एसएसपी आशीष तिवारी ने अयोध्या की सुरक्षा का जायजा लेते हुए कहा कि जिस तरह से 9 नवंबर 2019 को फैसले के दिन सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया था, उसी प्रकार कल का दिन भी शांतिपूर्ण होगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है, इसमें एटीएस कमांडोज, पीएसी की तीन दर्जन से ज्यादा बटालियन समेत अन्य पुलिस दस्ते को लगाया गया है.

छह दिसंबर के मद्देनजर अयोध्या फिर छावनी में तब्दील.
अयोध्या में पांच दिसंबर की सुबह से ही सुरक्षा बलों ने सड़कों पर मार्च करते हुए गली-गली में चेकिंग की. अयोध्या में हर स्तर पर आने-जाने वालों की जांच सुनिश्चित की जा रही है. नया घाट से लेकर के टेढ़ी बाजार के बीच में आने वाले लगभग दो दर्जन ऐसे रास्तों को चेकप्वाइंट बनाया गया है, जिससे कोई भी व्यक्ति पुलिस की निगाहों से बच के न जा सके. अयोध्या को चार जोन, 10 सेक्टर, 14 सब सेक्टर में बांटा गया है. पांच एएसपी, 10 सीओ, 35 इंस्पेक्टर, 140 सब इंस्पेक्टर, 350 सिविल पुलिस, 100 महिला पुलिस और 39 कंपनी पीएसी एवं एटीएस कमांडो को तैनात किया गया है.

अयोध्या की सुरक्षा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को लगाया गया है, लेकिन जनजीवन पहले की तरह सामान्य है. यहां के लोकल निवासी परिचय पत्र के आधार पर जा-आ सकते हैं, लेकिन परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य है. तीन टुकड़ी कमांडो को भी लगाया गया है, जिसमें से 12 कमांडों को सिक्योरिटी के साथ सिविल ड्रेस में भी प्रमुख स्थानों पर लगाया गया है, जो लोगों के साथ घुले मिले रहेंगे.
-आशीष तिवारी, एसएसपी

Intro:अयोध्या. 6 दिसंबर 1992 को विवाडित ढांचा गिराने के बाद से ही विश्व हिंदू परिषद इस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाता आया है तो वही मुस्लिम पक्षकार इसे काला दिवस यानी यो में गम के रूप में मनाते रहे हैं। श्री राम जन्मभूमि मामले में इस बार 9 नवंबर 2019 को फैसला आया है उसके बाद से विश्व हिंदू परिषद में इस दिन को शांति के रूप में मनाने का फैसला किया है तो वही मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब नहीं से बड़े स्तर पर युवाओं में गम के रूप में मस्जिदों में मनाने का ऐलान कर दिया है।
इसबार
बाबरी विध्वंस की 27 वी बरसी को लेकर जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जिसे किसी प्रकार के एंटी नेशनल एलिमेंट्स कोई घटना को अंजाम न दे पाए।
एसएसपी आशीष तिवारी अयोध्या की सुरक्षा का जायजा लेते हुए कहां के जिस तरह से 9 नवंबर 2019 को फैसले के दिन सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया था उसी प्रकार कल का दिन भी शांतिपूर्ण होगा इसकी तैयारी हमने पहले से ही कर रखी थी इसमें एटीएस कमांडोज पी ए सी की 3दर्जन से ज्यादा बटालियन समेत अन्य भी सभी को लगाया गया है ।
अयोध्या में 5 दिसंबर की सुबह से ही सुरक्षा बलो ने सड़को पर मार्च करते हुए गली गली में चेकिंग लगाई अयोध्या में हर स्तर पर आने जाने वालों की जांच सुनिश्चित की जा रही है चेकिंग हो रही है नया घाट से लेकर के टेढ़ी बाजार के बीच में आने वाले लगभग दो दर्जन ऐसे रास्तों को चेकप्वाइंट बनाया गया है जिससे कोई भी पुलिस की निगाहों से बिना जांच कराए जाने ना पाए।
प्रवेश मार्गो पर वाहनों की चेकिंग हो रही है।
एसएसपी आशीष तिवारी ने कहा कि अयोध्या की सुरक्षा में अतरिक्त सुरक्षा बालों को लगाया गया है लेकिन जनजीवन पहले की तरह सामान्य है यहां के लोकल निवासियों को उनके परिचय पत्र के आधार पर छुट्टी जा रहे हैं लेकिन परिचय पत्र दिखाना अनिवार्य है ।
Body:अयोध्या को 4 जोन,10 सेक्टर 14 सब सेक्टर में बाटा गया ,5 ASP, 10 CO, 35 इंस्पेक्टर,140 सब इंस्पेक्टर ,350 सिविल पुलिस,100 महिला पुलिस व 39 कंपनी पीएसी व एटीएस कमांडो को किया गया तैनात।
3टुकड़ी कमांडो उसकी एक दर्जन टुकड़ी को लगाया गया है जो सिक्योरिटी के साथ-साथ सिविल ड्रेस में भी प्रमुख स्थानों पर लोगों के साथ घुले मिले रहेंगे।Conclusion:दिनेश मिश्रा
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