अयोध्या: उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना बजट जारी करते हुए धर्म की नगरी अयोध्या के प्रति अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है. योगी सरकार ने अयोध्या के पर्यटन विकास और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए 500 करोड़ का बजट दिया है. इसमें राम की पैड़ी, तुलसी उद्यान, संस्कृत शिक्षा, रामायण सर्किट समेत तमाम मदों में खजाना खोल दिया है. श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने योगी सरकार के इस बजट की सराहना की है.
जमीन पर नहीं दिखा पिछले बजटों का काम
श्रीरामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि बजट तो योगी जी ने बहुत अच्छा दिया है. योगी सरकार हर बार अयोध्या में विकास के लिए अच्छा बजट देती है. लेकिन काम जमीन पर दिखाई नहीं देता. शासन का काम है बजट जारी करना और उसे जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है.
शासन तो बदल गया लेकिन प्रशासन वही
इस बार भी अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए योगी सरकार बड़ा बजट लाई है. मुझे उम्मीद है कि इस बार काम जमीन पर दिखेगा. पिछली सरकारों में अयोध्या के विकास के लिए जो बजट आता था, वो सिर्फ कागजों में ही सिमटकर रह जाता था. अभी भी हाल कुछ अलग नहीं है. इसका कारण है कि शासन तो बदल गया, लेकिन प्रशासन वही है.
यह भी पढ़ें- योगी सरकार का सबसे बड़ा बजट, 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ से होगा यूपी का विकास
पिछले बजटों की समीक्षा करे योगी सरकार
मेरा सीएम योगी से अनुरोध है कि वो पुराने बजटों की समीक्षा करे और देखें कि बजट कहां खर्च हुआ. साथ ही इस बार अयोध्या के लिए जो बजट जारी किया गया है उसका काम जमीन पर दिखे यह सुनिश्चित करें.