इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के लवेदी इलाके में एक आरक्षी का शव बरामद हुआ. शव की पहचान अयोध्या के थाना राम जन्मभूमि में तैनात सिपाही योगेश चौहान के रूप में की गई है. जानकारी के मुताबिक, योगेश की हत्या करके शव को लवेदी इलाके मे फेंक दिया गया था. एसएसपी आकाश तोमर ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि योगेश मथुरा के थाना हाईवे अंतर्गत बालाजीपुरम औरंगाबाद के रहने वाले थे. योगेश का शव इटावा जिले के लवेदी थाना क्षेत्र में बरामद हुआ है. वह सात दिन का अवकाश लेकर अपने घर जाने के लिए यहां से निकले थे. शव मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है.
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि 7 अक्टूबर को योगेश अवकाश लेकर घर जाने के लिए यहां से रवाना हुए थे. योगेश ने 7 दिन की छुट्टी ली थी. शुक्रवार को उनके भाई ने सूचना दी कि वह घर नहीं पहुंचे. योगेश की गुमशुदगी थाना राम जन्मभूमि में दर्ज है. छानबीन में सामने आया है कि योगेश के साथ ही एक अन्य महिला आरक्षी भी तीन दिन का अवकाश लेकर अपने घर जाने के लिए निकली थी. महिला आरक्षी का घर इटावा में है. महिला आरक्षी आगरा में अपनी बहन के घर है. उससे आगरा पुलिस लाइन में पूछताछ चल रही है. महिला आरक्षी से अयोध्या पुलिस भी पूछताछ करेगी. आरक्षी योगेश अविवाहित था. शव का पोस्टमार्टम इटावा मुख्यालय पर कराने की प्रकिया की गई.
क्या कहते हैं मृतक के परिजन
मृतक के भाई सुनील चौहान ने बताया कि उनका भाई 7 अक्टूबर को 7 दिन का अवकाश लेकर अयोध्या से मथुरा के लिए रवाना हुआ था. साथ में महिला सिपाही मंदाकनी चौहान भी आगरा के लिए रवाना हुई थी. 7 अक्टूबर को देर रात ही उनके भाई का मोबाइल फोन बंद हो गया. इस वजह से परिजनों से संपर्क टूट गया था. अगले दिन घर न पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी और पुलिस अधिकारियों को उसके लापता होने की जानकारी दी. पुलिस की ओर से इस बात की जानकारी मिली कि इटावा के लवेदी इलाके में एक अनजान शव मिला है, जिसकी पहचान फोटो के जरिये के हुई. अधिकारी पूरे मामले की पड़ताल कर रहे हैं.