अयोध्या: आसरा आवास योजना के तहत जिले में 84 लाभार्थियों को आवास मुहैया कराया गया है. इसमें जिले के लावारिस शवों के मालिक के नाम से मशहूर पद्मश्री शरीफ चाचा भी शामिल हैं. डीएम, नगर आयुक्त और स्थानीय सांसद की मौजूदगी में लाभार्थियों को आवास आवंटन का पत्र गुरुवार को सौंपा गया. डूडा की आसरा आवास योजना में पात्र पाए गए 124 लाभार्थियों में 84 को आवास आवंटित किए गए हैं. कलेक्ट्रेट सभागार में आसरा आवास योजन के तहत निर्मित आवासों का पत्र लाभार्थियों को सौंपा गया.
डीएम अनुज कुमार झा ने बताया कि जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) द्वारा संचालित आसरा आवास योजना के अंतर्गत लकी ड्रा निकाला गया, जिसमें 84 आवासों का लकी ड्रा हुआ. योजना के तहत 84 लाभपात्रों को आवास आवंटन का पत्र दिया गया है.
उन्होंने बताया कि इसमें जिले में लावारिस शवों के मालिक के नाम से मशहूर पद्मश्री शरीफ चाचा भी शामिल हैं. डीएम ने बताया कि आवंटित किए गए आवासों में वाटर सप्लाई और बिजली की व्यवस्था कर दी गई है. लाभार्थियों को केवल बिजली का कनेक्शन लेना होगा.
514 लोगों ने किया था आवेदन
अधिकारियों ने बताया कि योजना के तहत इन आवासों का निर्माण कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस यूनिट 44 के माध्यम के कराया गया है. आवास के लिए 514 आवेदन आए थे. आए सभी आवेदनों की जांच एसडीएम सदर की ओर से किया गया, जिसमें 124 आवेदन सही पाए गए. एसडीएम की ओर से गठित कमेटी ने लाटरी के माध्यम से 15 नवंबर 2019 को 84 लाभपात्रों का चयन किया था, जिन्हें आवास आवंटन का पत्र सौंपा गया.
2022 तक हर जरूरमंद को मिलेगा आवास- सांसद
इस मौके पर मौजूद रहे स्थानीय सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार का संकल्प है कि 2022 तक सभी जरूरतमंदों को आवास उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की हर गरीब वर्ग को आवास उपलब्ध कराने की योजना है. वह चाहे शहर में रहता हो या ग्रामीण क्षेत्र में.
पद्मश्री चाचा ने सरकार को दिया धन्यवाद
आवास मिलने पर पद्मश्री शरीफ चाचा ने सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा पद्मश्री सम्मान मिलना उनके 27 साल के मेहनत की कमाई है. वह अब तक 2500 मुस्लिम और 3000 हिंदू लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करा चुके हैं. उन्होंने बताया कि शवों के अंतिम संस्कार में वह धर्म का पूरा ध्यान रखते हैं. उनकी नि:स्वार्थ सेवा सभी धर्मों के लिए है. उन्होंने बताया कि वह मृतक के शव के अंतिम संस्कार के समय कोई भेदभाव नहीं करते हैं.