औरैया: कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने शहर में दो जगहों पर छापेमारी कर लाखों रुपये के नकली मोबिल ऑयल को पकड़ा है. पुलिस ने मौके से नकली मोबिल ऑयल के साथ साथ ब्रांडेड कम्पनियों के स्टीकर व भरी हुई बोतलें भी पकड़ी हैं. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी लिया है. फिलहाल पुलिस अभी इस मामले में कुछ बताने से परहेज कर रही है.
औरैया जिले में पुलिस ने नकली मोबिल ऑयल बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारा है. जानिए पूरा मामला
शनिवार की देर रात स्वाट टीम व कोतवाली पुलिस के सहयोग से शहर के दिबियापुर रोड स्थित एक महाविद्यालय के पीछे स्थित ओम नरायन के घर पर छापामारी की, जिसको देखकर वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. इस दौरान पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया. साथ ही अंदर जाकर देखा तो वहां मशीनों से नकली मोबिल ऑयल तैयार किया जा रहा था. इसके बाद पुलिस ने मोहल्ला नरायनपुर स्थित ओम नारायन की गोदाम पर छापा मारा, जहां पुलिस ने भारी मात्रा में विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों के स्टीकर व नकली मोबिल ऑयल से भरे भारी मात्रा में डिब्बे, ड्रम आदि बरामद किए. सूत्रों के मुताबिक इस काम का मुख्य कारोबारी फफूंद का रहने वाला है.
इस दौरान बड़ी मात्रा में नकली मोबिल ऑयल बरामद हुआ है. फैक्ट्री में तैयार होता था मोबिल ऑयलदिबियापुर रोड पर स्थित फैक्ट्री में नकली मोबिल ऑयल तैयार होता था. इसके बाद कट्टियों में पैक होकर गोदाम में भेजा जाता था, जहां किस डिब्बे पर किस कंपनी का स्टीकर लगाकर ब्रांड का नाम देना है, यह तय कर २ लीटर से लेकर २५० लीटर तक की पैकिंग तैयार की जाती थी. सूत्रों के मुताबिक बरामद किया गया मोबिल ऑयल की लाखों रुपये की कीमत है.
२ लीटर से लेकर २५० लीटर तक की पैकिंग तैयार की जाती थी. कई वर्षों से संचालित हो रहा था अवैध मोबिल ऑयल बनाने का अवैध कारोबारसूत्रों के मुताबिक यह अवैध फैक्ट्री पिछले लगभग छह-सात सालों से संचालित हो रही थी, जिसकी भनक अभी तक पुलिस को नहीं थी, जिससे मोबिल ऑयल माफिया अपने कारोबार को जोर शोर से फैलाने में जुटे थे.
पुलिस ने भारी मात्रा में विभिन्न ब्रांडेड कंपनियों के स्टीकर व नकली मोबिल ऑयल से भरे भारी मात्रा में डिब्बे, ड्रम आदि बरामद किए. कैसे सप्लाई होता था नकली मोबिल ऑयलशहर के दिबियापुर रोड पर संचालित इस अवैध मोबिल ऑयल फैक्ट्री में तैयार नकली मोबिल ऑयल एक लोडर में लादकर हाईवे पर पहुंचाया जाता था, जहां एक डीसीएम पर सारा नकली मोबिल ऑयल लोड करके आसपास के जिलों में सप्लाई की जाती थी और लोगो की आंखों में धूल झोंकी जाती थी.
दुकान पर लगे होर्डिंग/बैनर में लिखा जीएसटी भी निकला फर्जी छापामारी के दौरान पुलिस ने मौके पर लगे पाए गए एक कंपनी के बैनर जिसमें ब्रांड का नाम लिखा है. उस ब्रांड से सम्बंधित कोई भी दस्तावेज मौके से नहीं मिले. इतना ही नहीं बैनर पर लिखा जीएसटी नंबर भी किसी अन्य फर्म के नाम का होना पाया गया.