औरैया : जिले के दिबियापुर थाने में तैनात एक दरोगा ने दहेज उत्पीड़न के मुकदमे को लेकर संपर्क में आई महिला से तीन साल तक रेप किया. पीड़िता ने एसपी चारू निगम से मिलकर मामले की शिकायत की थी. पुलिस ने आरोपी दरोगा समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था. वहीं दरोगा की पत्नी को इसकी भनक लगने पर विवाद खड़ा गया था. शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे जेल भेज दिया गया है.
महिला से ससुरालियों पर दर्ज कराया था मुकदमा : पीड़ित महिला की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार उसकी शादी साल 2018 में हुई थी. महिला को एक बेटा हुआ. कुछ समय के बाद ससुरालियों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. इस पर उसने ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. दिबियापुर थाने में तैनात दरोगा मुकेश कुमार इसकी विवेचना कर रहे थे. पति को छोड़ देने के बाद ससुरालीजनों के खिलाफ चार्जशीट लगाने का झांसा देकर दरोगा उसे अपने कमरे में बुलाते रहे. तीन साल तक उसका शोषण किया जाता रहा. दरोगा के झांसे में आकर उसने विरोध नहीं किया. वह उसे पत्नी की तरह रखता था. दरोगा ने खुद को अविवाहित बताया था.
जहां भी रही तैनाती वहां मिलने के लिए बुलाता रहा दरोगा : पीड़िता का आरोप है कि दरोगा का जिस चौकी और थाने में तबादला होता, वह उसे वहां बुला लेता था. इस बात की भनक दरोगा की पत्नी को लग चुकी थी. पीड़िता जीविका के लिए पार्लर चला रही थी. आरोप है कि 11 अगस्त को दरोगा की पत्नी राजकुमारी 4-5 लोगों के साथ उसके पार्लर पर आई. आरोप है कि उक्त लोगों ने उसके साथ मारपीट की. तब उसे दरोगा के शादीशुदा होने की बात पता चली. इस पर उसने अपने साथ हुई ज्यादती का विरोध जताना शुरू कर दिया. इस पर दरोगा ने पीड़िता से दो लाख रुपये लेकर दूर जाने की बात कही. धमकाया भी. पीड़िता ने आरोप लगाया कि दरोगा का साला पंकज, विजय निवासी गढ़िया टूंडला, मुकेश का भाई राहुल, बहनोई किशनवीर ने भी उसका उत्पीड़न किया.
सीओ सदर महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पीड़िता ने वर्ष 2020 में दहेज उत्पीड़न का एक मुकदमा दर्ज कराया था. इससे पीड़िता विवेचना कर रहे दरोगा के संपर्क में आ गई. पीड़िता की तहरीर के आधार पर दरोगा को गिरफ्तार कर लिया गया है. निलंबन समेत अन्य कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस घटना ने यूपी पुलिस की वर्दी पर दाग लगा दिया है. लोग तरह-चरह की चर्चाएं कर रहे हैं.
मामले में सक्रिय हुईं एसपी, आरोपी दरोगा को नहीं लगी भनक : एसपी चारू निगम महिला संबंधी मामलों को गंभीरता से लेती हैं. एसपी ने पूरे मामले की मॉनिटरिंग करते हुए इसे दिबियापुर थानाध्यक्ष मुकेश बाबू चौहान तक ही सीमित रखा. आरोपी दरोगा मुकेश कुमार को इसकी भनक तक नहीं लगने दी कि पीड़िता एसपी से मिल चुकी है. एसपी ने शांतिपूर्ण ढंग से विभागीय कार्य के तहत दरोगा को थाना बुलाया. उसके आते ही अन्य पुलिस कर्मियों से मुकेश कुमार को गिरफ्तार करा दिया. आरोपी दरोगा यह देखकर हैरान रह गया. उसके चेहरे के रंग उड़े हुए थे.
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