औरैया: यमुना में बढ़ रहे जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. प्रशासन ने पिछले दिनों बैठक कर बाढ़ प्रभावित गांवों में संभावित क्षति से निपटने के लिए इंतजाम शुरू कर दिए हैं. इसके लिए आपदा से निपटने के लिए सामान खरीद लिया गया है. इसके साथ ही संवेदनशील गांवों में सफाई कर्मचारियों और लेखपालों की तैनाती कर दी गई है. कंट्रोल रूम बनाकर यमुना के जलस्तर की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है.
पिछले साल औरैया और अजीतमल क्षेत्र के 24 गांव बाढ़ प्रभावित हुए थे. जिला प्रशासन ने इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखकर इस बार रणनीति तैयार की है. जिसके तहत औरैया तहसील क्षेत्र के यमुना नदी किनारे स्थित 5 व अजीतमल तहसील क्षेत्र के यमुना नदी किनारे 19 गांवों को संवेदनशील घोषित किया है. वहां पर सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ लेखपालों की तैनाती भी कर दी है.
इसके साथ ही जिला प्रशासन ने यमुना नदी की मॉनिटरिंग के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है. इसमें प्रतिदिन यमुना नदी के जलस्तर की मॉनिटरिंग की जाएगी. साथ ही साथ जिला प्रशासन ने 10 बाढ़ चौकी, दो हेलीपैड, 12 राहत शिविर, 14 गोताखोर व 8 नाविकों की तैनाती भी की है. वहीं प्रशासन ने ग्रामीणों को भी बाढ़ से सचेत रहने की बात कही है.