अमरोहा: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सरकार चुनने की रणभेरी बज चुकी है. सभी राजनीतिक दल आगामी चुनाव को लेकर अपनी रणनीति बनाने में लगे हैं. ईटीवी भारत की टीम अमरोहा की हसनपुर विधानसभा (42) क्षेत्र में पहुंची. टीम ने यहां के लोगों की परेशानियां जानने की कोशिश की. साथ ही ये भी जानना चाहा कि पांच साल पहले उन्होंने जिसको अपना नुमाइंदा चुना था, वो उनकी कसौटी पर कितना खरा उतरा.
ईटीवी भारत की टीम से अमरोहा जिले के हसनपुर विधानसभा के लोगों ने बताया कि विधायक तो उनके क्षेत्र में दिखायी ही नहीं देते है. जनता की राय और बड़े मुद्दों को जानने के लिए स्तर पर पहुंची. दरअसल यहां के लोगों ने 2017 के विधानसभा चुनाव में हसनपुर विधानसभा (42) सीट पर बीजेपी के महेंद्र सिंह खड़क बंशी सिर आखों पर बिठाया और उनको विधायक चुनकर यूपी विधानसभा में भेजा.
यहां के लोगों ने कहा कि बीजेपी विधायक ने वायदों के मुताबिक काम नहीं किया. विधायक ने जो विकास का वादा किया था वो पांच साल में हकीकत नहीं बन पाया. अब लोग ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं. कुछ लोगों ने कहा कि चुनाव के बाद विधायक क्षेत्र में एक बार भी नहीं दिखे. यहां के लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी व सड़क मुख्य मुद्दे हैं. लोगों का आरोप है कि यहां कोई खास काम नहीं हुआ. जब हमने यहां के विकास के बारे में पूछा तो लोगों का कहना था कि विकास तो दूर की बात है, यहां तो सफाई कर्मी भी नहीं आते हैं.
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गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण इन गांवों में पानी भर जाता है. बारिश के पानी का उचित निकासी ना होने के कारण लोगों की मुसीबतें बढ़ जाती है. लोगों ने बताया कि हसनपुर विधानसभा क्षेत्र के जावली खालसा में स्थित श्मशान घाट भी पिछले वर्ष बाढ़ की चपेट में आकर गंगा में जलमग्न होने के बाद क्षतिग्रस्त हो गया था. मगर अभी तक श्मशान घाट का निर्माण कार्य नहीं हुआ है. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामने करना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि नेशनल हाईवे मोहम्मदाबाद से होकर हसनपुर को जाने वाला मार्ग की हालत जर्जर है. आए दिन यहां पर हादसे होते हैं, पर सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.