अमरोहा: जनपद की गजरौला नगर पालिका ने कचरे से जैविक खाद और ईंट बनाने की योजना बनाई है. अब जनपद की सड़कों के किनारे कचरा दिखाई नहीं देगा. जिलाधिकारी की पहल पर नगर पालिका ने कचरा प्रबंधन की नई योजना बनाई है. इस योजना के तहत कई सौ टन कचरे से कंपोस्ट तैयार की जाएगी. जिसे किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा.
इसके लिए जेसीबी मशीन से बड़ा गड्ढा तैयार कर लिया गया है. इस गड्डे में सब्जी मंडी और फल मंडी से निकलने वाले कचरे में जो चारे के लायक होगा उसे गौशाला भेजा जाएगा. वहीं बाकी कचरे को कंपोस्ट और जैविक के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही जनपद के घरों से भी सूखा और गीला कचरा अलग-अलग इक्ट्ठा किया जाएगा. इसमें से फल और सब्जियों के छिलकों को मवेशियों के खाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा जो गीला कचरा बचेगा उससे जैविक तैयार किया जाएगा.
नगर पालिका का कहना है कि इस योजना से तैयार होने वाली जैविक खाद को किसानों को कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा. इससे नगर पालिका की आमदनी बढ़ेगी और जनपद की सड़कों पर कचरा साफ हो जाएगा.
ईओ नगरपालिका विजेंद्र पाल ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कचरा प्रबंधन के लिए नगर पालिका नया प्रयोग करने में सफल रही है. जैविक खाद बनाने में कृषि वैज्ञानिकों की राय भी ली जा रही है. सफल होने पर इस योजना को नगर पंचायतों में भी लागू किया जाएगा.
जैविक खाद तैयार करने वाले कर्मचारी पवन कुमार, ने बताया कि यह जैविक खाद केचुओं की मदद से लगभग 40 दिन में तैयार हो जाता है. इससे हम अलग-अलग कट्टों में पैकिंग कर के मार्केट में भेज देते हैं. उन्होंने बताया कि इस कचरे की मदद से ईंटो का निर्माण भी तेजी से हो रहा है और ईंटो की बिक्री भी हो रही है. इससे हमारा नगर दिन-प्रतिदिन स्वच्छ होता जा रहा है और यूपी में भी गजरौला स्वच्छता के मामले में नंबर वन पर है.