अमेठी : गरीब मजदूरों को रोजगार देने वाली महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. आरोप है कि मुसाफिरखाना विकासखंड के सालपुर गांव में फर्जी मजदूरों के नाम पर धांधली की गई. डीएम को दी गई शिकायत के अनुसार, ग्राम प्रधान ने मनरेगा के तहत जेसीबी से नाली खुदवाई और फर्जी मजदूरों के नाम पर इस प्रोजेक्ट की मजदूरी हड़प ली. आरोपी ने मास्टर रोल में ऐसे मजदूरों का नाम लिख दिया, जो फिलहाल भारत में हैं ही नहीं. वे सब सऊदी अरब और दुबई जैसे देशों में नौकरी कर रहे हैं.
![allegations against gram pradhan in salpur village](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-ame-01-gram-pradhan-did-manrega-work-with-jcb-machine-pkg-upc10130_20112020102143_2011f_1605847903_895.jpg)
विकासखंड मुसाफिरखाना के सालपुर गांव निवासी रामअवध सुत बाली ने जिलाधिकारी से मनरेगा के तहत चल रहे विकास कार्यों में धांधली की शिकायत की है. शिकायत के अनुसार, ग्रामसभा में ग्राम प्रधान ने जेसीबी मशीन से नाली की खुदाई करवाई. ऐसे लोगों के नाम मास्टर रोल में भरकर धनराशि निकाल ली, जो सऊदी अरब व दुबई जैसे देशों में नौकरी कर रहे हैं. मजदूरों की लिस्ट में प्रधानपति और प्रधान के पिता भी शामिल हैं.
आरोपों पर प्रधानपति राम उजागिर ने बताया कि अधिकारियों को जानकारी देने के बाद रास्ते को जेसीबी से खुदवाया गया था. रास्ते का काम जल्द पूरा करना था, इसलिए जेसीबी की मदद ली गई. इसकी सूचना सचिव को दे दी गई थी. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में उनके परिवार के सदस्यों ने भी मजदूरी की थी.
इस मामले में जब डीसी मनरेगा मीनाक्षी देवी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. वहीं जिलाधिकारी के व्यस्त होने के कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई.