अमेठी: नाली विवाद से शुरू हुए झगड़े में न्याय न मिलने से जामो थाना क्षेत्र की रहने वाली मां-बेटी ने लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था. इसमें इलाज के दौरान मां की मौत हो गई. वहीं बेटी अफसाना बानो उर्फ गुड़िया इलाज के बाद घर आ गई. बुधवार को गुड़िया ने एसपी और डीएम से मुलाकात कर मामले में न्याय दिलाने की मांग की.
गुड़िया ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि लोकभवन के सामने जो घटना हुई थी, उसमें भतीजे और भाभी को फर्जी फंसा दिया गया है. उन्हें जेल भेज दिया गया है. पुलिस की तरफ से आश्वासन मिल रहा है कि उन्हें छोड़ दिया जाएगा. लेकिन इतने दिन बीत गए, उन्हें अभी तक नहीं छोड़ा गया है. गुड़िया ने बताया कि जामो थाने में जो मुकदमा दर्ज हुआ था, उसको खत्म करने के संबंध में भी बात हुुई. एसपी ने आश्वासन दिया है कि मुकदमा खत्म करवा दिया जाएगा और जल्द से जल्द भतीजे और भाभी को छुड़वा दिया जाएगा. गुड़िया ने कहा कि मेरी मांग है कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा आने-जाने में परेशान न किया जाए.
मामला जामो थाना क्षेत्र में नाली के विवाद से उत्पन्न हुआ, जिसमें दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई. मामले में कार्रवाई न होता देख गुड़िया और गुड़िया की मां के द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास किया गया, जिसमें मां (सफिया बानो) की मौत हो गई थी. पुलिस द्वारा उक्त मामले में सभी आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है. गुड़िया पर भी एक मुकदमा जामो थाना में पंजीकृत है. भतीजे और भाभी के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा लखनऊ थाने में पंजीकृत किया गया, जिसके बाद पुलिस द्वारा दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
ये भी पढ़ें: अमेठी में मां-बेटी के आत्मदाह के मामले में राजनीति शुरू, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी