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विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वाली गुड़िया ने किया मां का अंतिम संस्कार - अमेठी की ताजा खबरें

राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने मां-बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया था. दोनों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, इनमें मां की बुधवार को मौत हो गई. मां के मरने के बाद बेटी गुड़िया ने अस्पताल से शव लेने से इनकार कर दिया था. प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद गुड़िया ने अपनी मां का अंतिम संस्कार किया है.

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गुड़िया ने किया मां का अंतिम संस्कार.
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Published : Jul 23, 2020, 5:51 AM IST

अमेठी: राजधानी लखनऊ में शुक्रवार के दिन विधानसभा के सामने दो महिलाओं ने आत्मदाह का प्रयास किया था. इनमें से एक महिला की बुधवार को मौत हो गई. मां के मरने के बाद बेटी गुड़िया ने अस्पताल से शव लेने से इनकार कर दिया था. गुड़िया प्रदेश के डीजीपी और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग करने लगी. जिले के प्रशासनिक अधिकारियों और समाज के लोगों के काफी समझाने-बुझाने के बाद गुड़िया अपनी मां को सुपुर्द-ए-खाक करने के लिए तैयार हुई, इसके बाद जामो में गुड़िया की मां सोफिया का अंतिम संस्कार किया गया.

मामले की शुरुआत 9 मई को घर से पानी की निकासी के विवाद के बाद से ही शुरू हो गई थी. दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे के ऊपर एफआईआर दर्ज कराने के पश्चात सोफिया और गुड़िया अपने विपक्षी पर कार्रवाई के लिए जनपद से लेकर मंडल स्तर पर भी शिकायतें की, लेकिन मामले में कार्रवाई न होने के कारण जिद पर अड़ी मां-बेटी ने लखनऊ में शुक्रवार के दिन विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया, इसमें मां को अपनी जिंदगी गवानी पड़ी.

सिविल अस्पताल में सोफिया की मौत
जिले के थाना जामो के अन्तर्गत जमीनी विवाद में न्याय की तलाश में भटक रही मां ने बेटी के साथ लखनऊ लोक भवन के सामने 17 जुलाई को देर शाम खुद को केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था. इलाज के दौरान सोफिया मंगलवार की रात 11 बजे लखनऊ के सिविल अस्पताल में दुनिया को अलविदा कह गई.

मंगलवार की रात में ही सोफिया का बेटा इस्लाम सऊदी अरब से लखनऊ आ गया था. लखनऊ में मां के मरने के बाद बेटी गुड़िया ने अस्पताल से शव लेने से इनकार कर दिया था. गुड़िया प्रदेश के डीजीपी और मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग करने लगी. काफी मशक्कत के बाद पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने में सफल हो पाई. पोस्टमार्टम के बाद गुड़िया ने शव को लेने से मना कर दिया और अपनी जिद पर अड़ी रही.

पढ़ें- विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वाली गुड़िया बोली- पुलिस ने मदद करने से किया था मना
इस दौरान गुड़िया ने अमेठी पुलिस और लखनऊ पुलिस पर जमकर गंभीर आरोप भी लगाए. गुड़िया के मुताबिक एसपी ख्याति गर्ग ने उसकी बात नहीं सुनी. गुड़िया ने कहा सिविल हॉस्पिटल में मेरे साथ कैदी की तरह बर्ताव किया गया, जबकि जिस समस्या को लेकर यह कदम उठाया गया था, उसका अभी तक समाधान नहीं हुआ है. साथ ही गुड़िया पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक पर एफआईआर दर्ज करने व लखनऊ में आत्मदाह की घटना की साजिश में बंद भाभी आसमा व भाई के बेटे सुल्तान को रिहा कर जामो लाने की मांग भी कर रही थी.

सोफिया का अंतिम संस्कार
मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव व गौरीगंज उप जिलाधिकारी महात्मा सिंह ने गुड़िया को काफी देर तक समझाया. गुड़िया अपनी मां के जाने के बाद किसी की सुनने को तैयार नहीं थी. 3 घंटे बाद अपर जिलाधिकारी अमेठी व ब्लॉक प्रमुख जामो और गांव के संभ्रांत लोगों के समझाने बुझाने के बाद गुड़िया व भाई इस्लाम लगभग 8 बजे अपनी मां सोफिया को दफनाने के लिए राजी हुए. धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार सोफिया को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस दौरान गौरीगंज क्षेत्राधिकारी अर्पित कुमार सहित जनपद के कई थानों की पुलिस बल काफी संख्या में मौजूद रही.

अमेठी: राजधानी लखनऊ में शुक्रवार के दिन विधानसभा के सामने दो महिलाओं ने आत्मदाह का प्रयास किया था. इनमें से एक महिला की बुधवार को मौत हो गई. मां के मरने के बाद बेटी गुड़िया ने अस्पताल से शव लेने से इनकार कर दिया था. गुड़िया प्रदेश के डीजीपी और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग करने लगी. जिले के प्रशासनिक अधिकारियों और समाज के लोगों के काफी समझाने-बुझाने के बाद गुड़िया अपनी मां को सुपुर्द-ए-खाक करने के लिए तैयार हुई, इसके बाद जामो में गुड़िया की मां सोफिया का अंतिम संस्कार किया गया.

मामले की शुरुआत 9 मई को घर से पानी की निकासी के विवाद के बाद से ही शुरू हो गई थी. दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे के ऊपर एफआईआर दर्ज कराने के पश्चात सोफिया और गुड़िया अपने विपक्षी पर कार्रवाई के लिए जनपद से लेकर मंडल स्तर पर भी शिकायतें की, लेकिन मामले में कार्रवाई न होने के कारण जिद पर अड़ी मां-बेटी ने लखनऊ में शुक्रवार के दिन विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया, इसमें मां को अपनी जिंदगी गवानी पड़ी.

सिविल अस्पताल में सोफिया की मौत
जिले के थाना जामो के अन्तर्गत जमीनी विवाद में न्याय की तलाश में भटक रही मां ने बेटी के साथ लखनऊ लोक भवन के सामने 17 जुलाई को देर शाम खुद को केरोसिन डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था. इलाज के दौरान सोफिया मंगलवार की रात 11 बजे लखनऊ के सिविल अस्पताल में दुनिया को अलविदा कह गई.

मंगलवार की रात में ही सोफिया का बेटा इस्लाम सऊदी अरब से लखनऊ आ गया था. लखनऊ में मां के मरने के बाद बेटी गुड़िया ने अस्पताल से शव लेने से इनकार कर दिया था. गुड़िया प्रदेश के डीजीपी और मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग करने लगी. काफी मशक्कत के बाद पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने में सफल हो पाई. पोस्टमार्टम के बाद गुड़िया ने शव को लेने से मना कर दिया और अपनी जिद पर अड़ी रही.

पढ़ें- विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास करने वाली गुड़िया बोली- पुलिस ने मदद करने से किया था मना
इस दौरान गुड़िया ने अमेठी पुलिस और लखनऊ पुलिस पर जमकर गंभीर आरोप भी लगाए. गुड़िया के मुताबिक एसपी ख्याति गर्ग ने उसकी बात नहीं सुनी. गुड़िया ने कहा सिविल हॉस्पिटल में मेरे साथ कैदी की तरह बर्ताव किया गया, जबकि जिस समस्या को लेकर यह कदम उठाया गया था, उसका अभी तक समाधान नहीं हुआ है. साथ ही गुड़िया पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक पर एफआईआर दर्ज करने व लखनऊ में आत्मदाह की घटना की साजिश में बंद भाभी आसमा व भाई के बेटे सुल्तान को रिहा कर जामो लाने की मांग भी कर रही थी.

सोफिया का अंतिम संस्कार
मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी वंदिता श्रीवास्तव व गौरीगंज उप जिलाधिकारी महात्मा सिंह ने गुड़िया को काफी देर तक समझाया. गुड़िया अपनी मां के जाने के बाद किसी की सुनने को तैयार नहीं थी. 3 घंटे बाद अपर जिलाधिकारी अमेठी व ब्लॉक प्रमुख जामो और गांव के संभ्रांत लोगों के समझाने बुझाने के बाद गुड़िया व भाई इस्लाम लगभग 8 बजे अपनी मां सोफिया को दफनाने के लिए राजी हुए. धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार सोफिया को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस दौरान गौरीगंज क्षेत्राधिकारी अर्पित कुमार सहित जनपद के कई थानों की पुलिस बल काफी संख्या में मौजूद रही.

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