अमेठी: यूपी में दिनों चर्चा है कि अगले चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से लड़ेगें. वहीं, दूसरी तरफ अमेठी में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर द्वारा लिखे पर्चे की दवा एक बाहरी युवक बांट रहा है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दवा बांट रहा युवक सीएचसी अधीक्षक का निजी चालक होने का दावा कर रहा है. वीडियो का संज्ञान लेते हुए सीएमओ ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. हालांकि, ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
दवा बांटने वाले ने सीएचसी अधीक्षक का चालक बतायाः वायरल वीडियो जगदीशपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र का बताया जा रहा है. जिसमें एक युवक डॉक्टर द्वारा लिखे प्रिस्क्रिप्शन (पर्चे) से मरीज को दवाई वितरित करता हुआ दिखाई दे रहा है. दवा वितरित करने वाला युवक का नाम अनूप श्रीवास्तव बताया जा रहा है. इस मामले से संबंधित एक अन्य वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें युवक खुद को सीएचसी अधीक्षक का चालक बता रहा है. सूत्रों के अनुसार सीएचसी में लगभग 6 से ज्यादा लोग है, जो मरीजों को इंजेक्शन और दवा देने का काम करते हैं.
मरीजों को देते हैं गलत दवाः स्थानीय निवासी सचिन सिंह ने बताया कि उसके मां की तबीयत खराब थी. वह अपनी मां के लेकर सीएचसी आया था. जहां उन्हे इमरजेंसी में एडमिट कराया और शुरू हुआ. सचिन सिंह का कहना है कि अस्पताल में बाहरी लोग मौजूद थे, जो दवाई और इंजेक्शन लगा रहे थे. इस दौरान अस्पताल में कोई भी स्टाफ मौजूद नहीं था. जब बाहरी लोगों से पूछा कि कौन हो, तो वो लोग खुद को डॉक्टर का खास बताने लगे. दवाई देने वाले युवक खुद को डॉक्टर का ड्राइवर बता रहा था. सचिन ने आगे बताया कि ये लोग गलत दवा और गलत इंजेक्शन मरीजों को दे देते हैं. बाद में जब डॉक्टर देखते हैं तब दवा बदलवाते हैं. सचिन ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ इन दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे. क्योंकि ये लोग मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं.
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाईः अमेठी सीएमओ ने कहा कि अगर सीएचसी में बाहरी लोग दवा बांट रहे हैं और इंजेक्शन लगा रहे हैं, तो यह गलत है. इसकी जांच करवा कर कठोर कार्रवाई करेंगे. प्रकरण संज्ञान में आया है. जांच रिपोर्ट आते ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जनपद की सभी सीएचसी में 8 ट्रेनिंग फार्मासिस्ट भेजे गए हैं. कुछ पहले से वहां स्टाफ मौजूद है. इसके अतिरिक्त अगर कोई वहां पर दवा वितरण या इलाज करता है, तो ऐसे लोग बख्शे नहीं जाएंगे.
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