सुलतानपुर/अमेठी : गोरखपुर के मोस्ट वांटेड अपराधी विनोद उपाध्याय को यूपी एसटीएफ ने सुलतानपुर में ढेर कर दिया. शुक्रवार को सुबह बदमाश के बारे में इनपुट मिलने के बाद एसटीएफ ने उसे घेर लिया. इसके बाद उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे सुलतानपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. यहां उसकी मौत हो गई. बदमाश की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम था. उस पर 35 मुकदमे दर्ज थे.
शुक्रवार की सुबह यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर के एक लाख के इनामी बदमाश विनोद उपाध्याय पुत्र रामकुमार उपाध्याय को मध्य थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में घेर लिया. इस दौरान उसने फायरिंग शुरू कर दी. इस पर एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी. गोली लगने से विनोद उपाध्याय गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे मेडिकल कालेज सुलतानपुर ले जाया गया. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
विनोद मूल रूप से अयोध्या के थाना महाराजगंज के माया बाजार का रहने वाला था. उस पर अलग-अलग थानों में कुल 35 मुकदमे दर्ज थे. इसमें हत्या व हत्या के प्रयास के कई मुकदमे भी शामिल हैं. गैंगस्टर को एसटीएफ और गोरखपुर क्राइम ब्रांच की टीम करीब सात महीने से तलाश रही थी. बीते साल सितंबर में यूपी पुलिस की ओर से उस पर इनाम घोषित किया गया था.
विनोद उपाध्याय का साल 2004 में गोरखपुर जेल में बंद अपराधी जीतनारायण मिश्र ने किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. इस दौरान जीतनारायण ने उसे थप्पड़ जड़ दिया था. इसके बाद साल 2005 में इसका बदला लेने के लिए विनोद ने संतकबीरनगर जिले में जीतनारायण की हत्या कर दी थी. इसी घटना ने उसे सुर्खियों में ला दिया.
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