अंबेडकरनगर: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में वापसी का ख्वाब देख रही बीजेपी को जिले में दूसरा बड़ा झटका लगा है. जलालपुर विधानसभा से दो बार बीजेपी प्रत्याशी रह चुके बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ. राजेश सिंह BJP छोड़ बसपा में हुए शामिल हो गए.
बृहस्पतिवार को एक तरफ जहां प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा जलालपुर में पार्टी की नीतियों और आदर्शों का बखान कर रहे थे, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी का मजबूत सिपाही पाला बदल रहा था. राजेश सिंह आगामी विधानसभा चुनाव में जलालपुर विधानसभा से बसपा प्रत्याशी हो सकते हैं.
बीजेपी छोड़ कर बीएसपी में शामिल होने वाले डॉ. राजेश सिंह पेशे से प्रोफेसर हैं. राजेश सिंह के पिता स्वर्गीय शेरबहादुर सिंह 5 बार विधायक रह चुके हैं. शेरबहादुर सिंह पार्टी बदलने में माहिर थे, लेकिन जलालपुर विधानसभा क्षेत्र में लोगों के बीच ऐसी लोकप्रियता थी कि जिस पार्टी से चुनाव लड़ते उसी से जीत जाते थे.
डॉ. राजेश सिंह को 2017 के आम विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए. लोकसभा चुनाव के बाद जब इस सीट के लिए उपचुनाव हुआ, तो बीजेपी ने एक बार दोबारा राजेश सिंह को मैदान में उतारा लेकिन वे फिर चुनाव हार गए.
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4 दिसम्बर को प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या कटेहरी में आये थे. उसके बाद अकबरपुर के बड़े नेता चंद्रप्रकाश वर्मा ने बीजेपी को छोड़कर बसपा ज्वाइन की थी. गुरुवार को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के कार्यक्रम के बाद बीजेपी के बड़े नेताओं में शुमार डॉ. राजेश सिंह ने बसपा का दामन थाम लिया. गुरुवार को पार्टी कार्यालय पर जोनल कोआर्डिनेटर घनश्याम चन्द्र खरवार और जिलाध्यक्ष अरविंद गौतम ने पार्टी का झंडा देकर राजेश सिंह को बसपा में शामिल कराया.
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