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महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज में आगामी सत्र से शुरू होगा पीजी कोर्स - अंबेडकरनगर समाचार

एमसीआई की सख्ती के बाद सरकार ने महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज में पीजी की कक्षाएं शुरू करने की प्रकिया शुरू कर दी है. अक्टूबर-नवम्बर माह में एमसीआई के निरीक्षण के बाद आगामी सत्र से कक्षाएं शुरू होंगी.

आगामी सत्र से शुरू होगा पीजी कोर्स.
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Published : Jun 3, 2019, 11:46 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST

अंबेडकरनगर: जिले में स्थित महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए खुशखबरी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की सख्ती के बाद अब सरकार ने यहां पीजी की कक्षाओं के संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. शासन के निर्देश के बाद कॉलेज प्रशासन ने पांच विषयों में पीजी कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेज दिया है. हालात ठीक रहे तो अक्टूबर और नवंबर में एमसीआई के निरीक्षण के बाद यहां आगामी सत्र से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी.

आगामी सत्र से शुरू होगा पीजी कोर्स.
  • महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने की थी.
  • 2009 में यहां ओपीडी का संचालन शुरू हुआ था.
  • गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के बाद यदि किसी मेडिकल कॉलेज को एमसीआई ने मान्यता दी थी तो वह महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज ही है.
  • फिर भी अब तक यहां पीजी की कक्षाओं का संचालन शुरू नहीं हो सका है.
  • मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स शुरू न होने से एमसीआई ने शासन से अपनी नाराजगी जाहिर की थी.
  • इसके बाद शासन स्तर पर कार्रवाई शुरू हुई और कॉलेज प्रशासन ने पांच विषयों की मान्यता का प्रस्ताव भेजा है.
  • हालांकि प्रोफेसरों की कमी शासन की मंशा पर पानी फेर सकता है.

पांच विभागों मेडिसिन, गायनी, सर्जरी, पैथालॉजी और कम्युनिटी मेडिसिन में पीजी कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है. अक्टूबर-नवम्बर माह में एमसीआई का निरीक्षण होगा. यदि सब कुछ ठीक रहा तो आगामी सत्र से क्लासेज शुरू हो जाएंगी.
-डॉ. पीके सिंह, कॉलेज के प्रधानाचार्य

अंबेडकरनगर: जिले में स्थित महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए खुशखबरी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की सख्ती के बाद अब सरकार ने यहां पीजी की कक्षाओं के संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. शासन के निर्देश के बाद कॉलेज प्रशासन ने पांच विषयों में पीजी कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेज दिया है. हालात ठीक रहे तो अक्टूबर और नवंबर में एमसीआई के निरीक्षण के बाद यहां आगामी सत्र से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी.

आगामी सत्र से शुरू होगा पीजी कोर्स.
  • महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने की थी.
  • 2009 में यहां ओपीडी का संचालन शुरू हुआ था.
  • गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के बाद यदि किसी मेडिकल कॉलेज को एमसीआई ने मान्यता दी थी तो वह महामाया राजकीय मेडिकल कॉलेज ही है.
  • फिर भी अब तक यहां पीजी की कक्षाओं का संचालन शुरू नहीं हो सका है.
  • मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स शुरू न होने से एमसीआई ने शासन से अपनी नाराजगी जाहिर की थी.
  • इसके बाद शासन स्तर पर कार्रवाई शुरू हुई और कॉलेज प्रशासन ने पांच विषयों की मान्यता का प्रस्ताव भेजा है.
  • हालांकि प्रोफेसरों की कमी शासन की मंशा पर पानी फेर सकता है.

पांच विभागों मेडिसिन, गायनी, सर्जरी, पैथालॉजी और कम्युनिटी मेडिसिन में पीजी कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है. अक्टूबर-नवम्बर माह में एमसीआई का निरीक्षण होगा. यदि सब कुछ ठीक रहा तो आगामी सत्र से क्लासेज शुरू हो जाएंगी.
-डॉ. पीके सिंह, कॉलेज के प्रधानाचार्य

Intro:UP-ABN-,ANURAG CHAUDHARY
SULG-PG CORSE
VISUAL-MEDIKAL COLEGE

स्पेशल स्टोरी

एंकर-गर्दिश में जा चुके राजकीय मेडिकल कालेज के सितारों के चमकने का समय आ गया है,मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की सख्ती के बाद अब सरकार ने यहाँ पीजी की कक्षाओं के संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी है ,शासन के निर्देश के बाद कालेज प्रशासन ने पांच विषयो में पीजी कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेज दिया है,हालात ठीक रहे तो अक्टूबर और नवम्बर में एमसीआई के निरीक्षण के बाद आगामी सत्र से क्लासेज शुरू हो जाएंगे।


Body:vo-महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज की स्थापना वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने चिकित्सा शिक्षा और वित्त मंत्री की सिपारिस पर जिले में की थी ,और 2009 में ही यहाँ ओपीडी का संचालन शुरू हो गया था,गोरखपुर मेडिकल कालेज के बाद यदि किसी मेडिकल कालेज को एमसीआई ने मान्यता दी थी वह महामाया राजकीय मेडिकल कालेज ही है लेकिन अभी तक यहाँ पीजी की कक्षाओं का संचालन शुरू नही हो सका है।


Conclusion:vo-बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज में पीजी कोर्स शुरू न होने से एमसीआई ने शासन से अपनी नाराजगी जाहिर की थी जिसके बाद शासन स्तर पर कार्रवाई शुरू हुई और कॉलेज प्रशासन ने पांच विषयों की मान्यता का प्रस्ताव भेज दिया है,हलाकि प्रोफेसरों की किल्लत शासन की मंशा पर पानी फेर सकता है क्योंकि सरकार यहाँ प्रोफेसरों और डॉक्टरों की तैनाती करने में नाकाम हो रही है,कालेज के प्रधानाचार्य डॉ पीके सिंह ने बताया कि पांच विभागों मेडिसिन,गायनी,सर्जरी,पैथालॉजी और कम्युनिटी मेडिसिन में पीजी शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है ,अक्टूबर -नवम्बर माह में एमसीआई का निरीक्षण होगा और यदि सबकुछ ठीक रहा तो आगामी सत्र से क्लासेज शुरू हो जाएंगे।

अनुराग चौधरी
अम्बेडकरनगर
9451734102
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:26 PM IST
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