अंबेडकरनगर: जिला अस्पताल में सरकारी शव वाहनों का पहिया बजट के अभाव में ठप्प हो गया है. डीजल की कमी की वजह से मरीजों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शव वाहन में तेल न होने का हवाला देकर अस्पताल प्रशासन तीमारदारों से पैसे लेता है. इसकी वजह से लोगों को अपने परिजनों के शव को ले जाने के लिए हैरान होना पड़ता है.
ईधन के अभाव में खड़े रहते हैं वाहन
अंबेडकरनगर जिला अस्पताल में मरीजों को सुविधा देने के उद्देश्य से इलाज के साथ-साथ शव वाहन की व्यवस्था की गई थी. जिससे यहां आने वाले तीमारदारों को उनके परिजनों का शव ले जाने में सुविधा हो. लेकिन ईंधन के अभाव में यह शव वाहन हमेशा खड़े ही रहते हैं.
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डीएम ने सीएमओ को लगाई फटकार
आलम यह है कि अगर किसी को वाहन की जरुरत होती है तो पहले उसे ईंधन की व्यवस्था करनी पड़ती है. जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता अनिल मिश्रा ने डीएम से मामले की शिकायत की है. मामले का संज्ञान लेकर डीएम ने सीएमओ को जमकर फटकार लगाई.
जांच के आधार पर होगी कार्रवाई
सीएमओ अशोक कुमार का कहना है कि अगर ईंधन के लिए बजट नहीं था तो इसकी जानकारी मुझे देनी चाहिए थी. फिलहाल पूरे मामले की जांच की जाएगी. जांच में जो भी तथ्य सामने आते हैं उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.