अम्बेडकरनगर: जिले में पंचायत चुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. वैसे तो यहां पंचायत चुनाव में हमेशा बसपा का ही दबदबा कायम रहा है, लेकिन इस बार तमाम राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में हैं. वहीं, बसपा में टिकटों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है. पार्टी के बड़े नेताओं में चल रही वर्चस्व की लड़ाई जिला पंचायत सदस्य के टिकट को लेकर अब सतह पर दिखने लगी है.
एक सीट से बसपा की तीन-तीन प्रत्याशी
जिले को पंचायत चुनाव के मामले में बसपा का गढ़ माना जाता है. लेकिन इस बार बड़े नेताओं में अंदरखाने जो घमासान छिड़ा है, उसका खामियाजा चुनाव में बसपा को भुगतना पड़ सकता है. कभी अनुशासित पार्टी के रूप में जानी जाने वाली बसपा में नियंत्रण की डोर उलझती जा रही है. पूरे जिले में एक-एक जिला पंचायत सीट पर तीन से चार प्रत्याशी खुद को बसपा समर्थित बता कर चुनावी मैदान में हैं.
पार्टी ने नहीं किया किसी उम्मीदवार का ऐलान
हालांकि पार्टी ने अभी तक किसी को अपना उम्मीदवार नही बनाया है. लेकिन पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बसपा के बड़े नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. इसीलिए जिले के अधिकांश सीट पर इन नेताओं ने अपने-अपने चहेतों को मैदान में उतार दिया है. एक ही सीट पर तीन से चार लोग खुद को प्रत्याशी बता मैदान में हैं.
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बसपा जिलाध्यक्ष अरविंद गौतम ने कही ये बात
इस पूरे मामले पर बसपा जिलाध्यक्ष अरविंद गौतम का कहना है कि अभी तमाम लोग खुद को पार्टी प्रत्याशी बता रहे हैं. लेकिन पार्टी ने किसी को अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. पार्टी जल्द उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. उसके बाद यदि कोई अनुशासनहीनता करता है तो उसके ऊपर कार्रवाई होगी.