लखनऊ : गोमती नगर में समतामूलक चौक व प्रतीक स्थल के मध्य स्थित चटोरी गली (आशा ज्योति लेन) एक बार फिर गुलजार होगी. इसके लिए स्मारक समिति ने निजी कंपनियों से 5 साल का अनुबंध करते हुए आवंटन पत्र जारी कर दिया है. पिछले 15 साल में करीब 10 बार इसके शुरू होने का ऐलान हो चुका है. स्मारक संरक्षण समिति एक बार फिर से यही दावा दोहरा रही है.
स्मारक समिति के मुख्य प्रबंधक विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि समतामूलक चौक व प्रतीक स्थल के मध्य स्थित आशा ज्योति लेन में 40 वर्गमीटर से 80 वर्गमीटर क्षेत्रफल की 10 दुकानें हैं. इसके अलावा 220 वर्गमीटर क्षेत्रफल का एक आउटलेट बना हुआ है. यह दुकानें कई वर्षों से बंद पड़ी थीं. उन्होंने बताया कि स्मारक समिति के सदस्य सचिव प्रथमेश कुमार के निर्देश पर इन दुकानों को संचालित करने के लिए आरएफपी आमंत्रित किया गया था. जिसमें विभिन्न कंपनियों ने रूचि दिखाते हुए प्रस्ताव प्रस्तुत किया. इसके आधार पर दिल्ली व लखनऊ की दो निजी कंपनियों के कंसोर्टियम के साथ चटोरी गली में निर्मित दुकानों के संचालन व अनुरक्षण के लिए 5 वर्ष का अनुबंध किया गया है.
उन्होंने बताया कि नियम व शर्तों के अंतर्गत कंसोर्टियम द्वारा स्मारक समिति को प्रतिवर्ष 91 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा. जिसमें प्रत्येक वर्ष 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी. इसके अलावा कंपनी को सिक्योरिटी के तौर पर 4 लाख 55 हजार रुपये की बैंक गारंटी जमा करानी होगी. उन्होंने बताया कि ये अनुबंध होने से चटोरी गली में जल्द ही दुकानें गुलजार हो जाएंगी, जहां लोग अलग-अलग तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे. इसके अलावा कंपनी द्वारा स्थल पर किड्स प्ले एरिया व इंटरटेनमेंट जोन भी विकसित किया जाएगा, जहां लाइव म्यूजिक आदि गतिविधियां संचालित की जाएंगी.
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