अंबेडकरनगर: प्रदेश की योगी सरकार मंगलवार को अपना बजट पेश कर रही है. सरकार अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर बजट का आवंटन करेगी. किसान को देश का अन्नदाता कहा जाता है और सरकार खुद को किसानों हितैषी साबित करने में लगी है. ऐसे में कुछ जागरूक और युवा किसानों से बात कर यह जानना चाहा कि आखिर उन्हें सरकार के इस बजट से क्या उम्मीदें हैं. किसानों के हित के लिए सरकार को कौन-कौन से उपाय करने चाहिए.
प्रदेश सरकार की ओर से बजट पेश करने से पूर्व किसानों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि सरकार किसानों को अब केसीसी से लोन दे रही है, लेकिन उन्हें लोन की नहीं बल्कि अपने फसलों के उचित दाम की जरूरत है. गन्ना का मूल्य काफी कम है, जिससे बढ़ाने की जरूरत है. किसानों का यह भी कहना है कि धान और गेहूं के दाम बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही मेंथा और आलू के दामों में स्थिरता लाना चाहिए. ईटीवी से बातचीत में किसानों ने कहा कि सरकार को छोटे किसानों का सिंचाई के लिए बिजली का बिल माफ करना चाहिए और बड़े किसानों के लिए कम करना चाहिए. वहीं कुछ किसानों का यह भी कहना है कि किसान उपकरणों के दाम में कटौती हो या फिर सब्सिडी दी जाए.
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