अंबेडकरनगरः महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसरों, एसोसिएट प्रोफेसरों और असिटेंट प्रोफेसरों ने कॉलेज के प्रधानाचार्य के खिलाफ बगावत कर दी है. कॉलेज में तैनात 57 चिकित्सकों ने शासन को प्रधानाचार्य के खिलाफ पत्र भेज दिया है. पत्र भेजने वालों में क्लिनिकल और नॉन क्लिनिकल दोनों विभाग के प्रोफेसर शामिल हैं. फैकल्टी के बगावत के बाद कालेज के प्रधानाचार्य डॉ संदीप कौशिक अलग-थलग पड़ गए हैं. शासन को भेजे पत्र में प्रिंसिपल पर कई गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्य के खिलाफ छात्रों के बगावती तेवर के बाद अब फैकल्टी भी विरोध में खड़ी हो गयी है. शासन को भेजे पत्र में कालेज में तैनात 57 फैकल्टी ने यह आरोप लगाया है कि प्रधानाचार्य उनका शोषण कर रहे हैं और बेवजह स्पष्टी करण देकर मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कॉलेज तकरीबन 61 फैकल्टी कार्यरत हैं और जिसमें से अब 57 प्रधानाचार्य के विरोध में हैं. प्रोफेसरों ने अपना शिकायती पत्र चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक के साथ ही प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा और जिलाधिकारी को भेजा है. यहीं नही प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई न होने पर मेडिकल कॉलेज के छात्र दो फरवरी को लखनऊ तक पैदल मार्च कर सीएम से मिलने की चेतावनी दे चुके हैं.
गौरतलब हो कि कॉलेज प्रधानाचार्य पर खिलाफ अवैध वसूली और मानसिक प्रताड़ना के साथ ही कई गंभीर आरोप लगे हैं. जिला प्रशासन द्वारा गठित दो सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम ने प्रधानाचार्य डॉ संदीप कौशिक को दोषी ठहराते हुए उनको यहां से हटाने की बात कही थी, लेकिन एक माह से अधिक समय हो गया है और अभी तक शासन से कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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