अंबेडकरनगर: झोपड़ियां कतरों को तरसती हैं, घटाएं उठती हैं तो महलों पर बरसती हैं. शायर की ये चंद पंक्तियां अंबेडकर नगर के इंदौरपुर गांव के उस परिवार पर सटीक बैठ रही हैं, जिसके बच्चे एक रहस्यमयी बीमारी से पीड़ित हैं और मौत के खौफ में सिसक रहे हैं.
रहस्यमयी बीमारी से 4 बच्चों की मौत
जिला मुख्यालय से तकरीबन 60 किमी दूर आजमगढ़ जिले से सटे जहांगीरगंज विकास खण्ड के इन्दौरपुर ग्राम में दलित बिहारी का परिवार रहता है. बिहारी के तीन बच्चे किसी रहस्यमयी बीमारी से ग्रसित हैं. बच्चों का शारीरिक विकास नहीं हो रहा है. सिर के बाल एक वर्ष की उम्र के बाद ही गिरने शुरू हो जा रहे हैं और सबसे अहम बात है कि जन्म के एक वर्ष बाद से ही इन बच्चों के पैर की हड्डियां टेढ़ी हो जाती हैं. हड्डियां इस स्थिति में पहुंच जाती हैं कि उनका चलना-फिरना दूभर हो जाता है और वह घिसट-घिसट कर बड़ी मुश्किल से चंद कदम चलते हैं. यही नहीं बिहारी के चार बच्चों की इसी बीमारी के चलते मौत भी हो चुकी है. वहीं उनके तीन बच्चे किरण 19 वर्ष, दिव्या 7 वर्ष और सोनू तीन वर्ष मौत की उसी राह पर चल पड़े हैं.
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डॉक्टर भी हैरान
बीमारी के बारे में कुछ डॉक्टरों से बात की गई, लेकिन उनका कहना है कि बीमारी तो आश्चर्यचकित करने वाली है.
जन्म होने के एक वर्ष बाद ही बच्चे बीमार हो जाते हैं. दिल्ली, बनारस, जयपुर और आजमगढ़ सहित कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उस पर कर्ज भी हो गया और कोई मदद भी नहीं मिली, जितनी क्षमता थी इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है.
उर्मिला, बच्चों की मां