अंबेडकरनगर: ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराने के नाम पर बड़े कमीशनबाजी का मामला सामने आया है. ब्लॉक में तैनात एकाउंटेंट, बाबू और प्रधानों के बीच कमीशन लेने का ऑडियो वायरल हुआ है. विकास कार्य की स्वीकृति और भुगतान के नाम पर खंड विकास अधिकारी द्वारा सात लाख रुपये लेने की बात का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में खंड विकास अधिकारी को सात लाख रुपये और अन्य कर्मचारियों को भी उनका प्रतिशत देने की बात सामने आई है. मामला विकास खंड टांडा का है.
सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने का प्रयास कर रही है. लेकिन, जिले में तैनात अधिकारी शासन की मंशा को मिट्टी में मिला रहे हैं. टांडा ब्लॉक में तैनात कर्मचारियों और प्रधानसंघ अध्यक्ष के बीच का जो ऑडियो सामने आया उससे भ्रष्टाचार की पोल खुल रही है. प्रधानसंघ अध्यक्ष महेंद्र कुमार के मुताबिक, वायरल ऑडियो उनका और ब्लॉक के एकाउंटेंट गिरीश गुप्ता और मनरेगा विभाग से जुड़े बाबू अखिलेश मौर्या की बात चीत का है. ऑडियो में यह साफ तौर कहा जा रहा है कि बीडीओ को सात लाख रुपये दिया गया है, यहीं नहीं कर्मचारी आपस में पैसे के हुए बंटवारे का भी जिक्र कर रहे हैं, जिसमें यह कहा जा रहा है कि 85 हजार एकाउंटेंट, 70 हजार बाबू ने लिया है और मनरेगा के एकाउंटेंट को 35 हजार देना है. इस ऑडियो में यह पूछा जा रहा है कि जब पैसा ले लिए हो तो काम क्यों नहीं हो रहा है. ऑडियो के मुताबिक, कमीशन देने वाले और न देने वाले प्रधानों की लिस्ट भी बनी है. ऑडियो में एपीओ को 2 लाख 15 हजार रुपये देने की बात कही जा रही है.
यह भी पढ़ें-अंबेडकरनगर में रेप पीड़िता के आत्महत्या का मामला, पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार