अंबेडकरनगर: जल संरक्षण और तालाबों के रख रखाव के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन दबंग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. जिले में मछली व्यवसाइयों ने करीब 50 बीघे में बने तालाब को ही सुखा दिया है. तलाब से पानी इस तरह गायब हो गया है कि उसमें दरारें पड़ गई हैं. इसकी वजह से आसपास के इलाकों में पानी की कमी होने लगी है.
टांडा तहसील क्षेत्र में बलया जगदीश पुर और देवहट दो ग्राम सभाओं के बीच में मशहूर तालाब बलया देवहट स्थित है. कुछ महीने पहले इस तालाब का एक मछुआरा समिति के नाम पट्टा हो गया था. समिति के आड़ में जिले का एक चर्चित भूमाफिया यहां मछली का व्यवसाय करता है. पट्टा होने के कुछ ही दिनों बाद पहले तालाब के किनारे बड़ा बंधा लगा दिया गया और बड़े पंप लगाकर तालाब का पूरा पानी निकाल लिया. इससे तलाब सूख गया और में दरारें आ गई हैं. वहीं, अब किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि आज तक कभी इस तालाब का पानी सूखा नहीं था. लेकिन इस बार इसे सुखा दिया गया. तालाब सूखने से खेतों की सिंचाई के लिए समस्या हो गई है. जानवरों को भी पानी नहीं मिल रहा है. बता दें कि यूपी में बारिश भी कम हो रही है. इससे नलकूप में जलस्तर भी नीचे चला गया है. इस पूरे प्रकरण को लेकर जब टांडा एसडीएम विवेक वर्मा से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि अब यह मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच के बाद करवाई जाएगी.
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