प्रयागराज : जिला पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वन्य जीवों की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह में शामिल छह लोगों को शंकरगढ़ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. तस्करों के पास से एक दो मुहं वाला सांप मिला है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में पांच करोड़ बताई जा रही है. सभी तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
मामला प्रयागराज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र का है. पुलिस की तरफ से लोकसभा चुनावों को देखते हुए सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर शंकरगढ़ के कपारी मोड़ के पास पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. चेकिंग के दौरान पुलिस ने कपारी मोड़ के पास प्राथमिक विद्यालय की एक टवेरा को रुकवाया, जिसमें तलाशी लेने पर अवैध वन्य जीव बरामद हुआ. इसे तस्करी के लिए शहर ले जाया जा रहा था. पुलिस ने गाड़ी में मौजूद छह तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की तरफ से बरामद किया गया वन्य जीव एक दो मुंह वाला सांप है, जिसकी अन्तरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 करोड़ रुपये है. वहीं भारतीय बाजार में इसकी कीमत 50 लाख रुपये है.
गिरफ्तार अभियुक्तों में शादिर अंसारी कुशीनगर, वाहन चालक अजीत कुमार मौर्य सोरांव, ब्रिजेशनाथ शंकरगढ़, नन्हींनाथ शंकरगढ़, आशुतोष कुमार कुशवाहा धूमनगंज और राजेश कुमार गाजीपुर के रहने वाले हैं. इन सभी पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9/51 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा ने बताया की अभियुक्तों के पास से एक दुर्लभ सांप और वजन करने वाली मशीन जब्त की गई है. तस्करी के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली टवेरा गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. वन विभाग की टीम से दुर्लभ जीव की पहचान कराकर उन्हें सौप दिया गया है. उन्होंने कहा कि वन्यजीव के संरक्षण, प्रतिबंधित जीव की बिक्री और तस्करी की रोकथाम के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. तस्करों को गिरफ्तार करने वाली टीम को उत्साहवर्धन के लिए 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है.