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एएमयू के छात्रों ने पीएचडी में दाखिले पर लगाया धांधली का आरोप, गेट बंद कर दिया धरना

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए धरना देना शुरू कर दिया है.

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Published : Apr 18, 2022, 7:45 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर धांधली का आरोप लगाया है. दो छात्रों ने सोमवार को एएमयू के मुख्य द्वार बाबे ए सैयद गेट को बंद कर धरना दिया. प्रॉक्टर समेत प्रशासनिक लोग धरना दे रहे छात्रों से बात कर गेट खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं.


धरने पर बैठे एएमयू के छात्र फरहान जुबैरी ने कहा की ओएमआर शीट में मेरे अच्छे नंबर थे. 20 नंबर का इंटरव्यू होना था लेकिन मेरा नाम काट दिया गया. यह एक साजिश के तहत हुआ है. मुझे इंटरव्यू में शामिल वूमेंस स्टडीज डिपार्टमेंट की हेड ने कहा कि आप सीएए और एनआरसी को लेकर धरना देते हो इसलिए हम आपको एडमिशन नहीं देंगे. ऐसे बहुत सारे स्टूडेंट्स हैं जो अपनी आवाज किसी वजह से नहीं उठा पाते लेकिन हम लोकतांत्रिक तरीके से यहां पर आकर बैठे हैं. हम चाहते हैं कि पीएचडी में सीटें बढ़ाईं जाए. रात 12 बजे से हमने गेट बंद कर दिया है.

एएमयू के छात्रों ने पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया पर लगाया धांधली का आरोप.
छात्र सलमान कमर का कहना है कि यहां प्रदर्शन करने के 48 घंटे पहले अल्टीमेटम दे दिया था. विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत कराया था कि हर डिपार्टमेंट में सीट खाली हुई है. सीट कम थी, स्टूडेंट ज्यादा. इस समय एएमयू का गेट बंद है. चरणबद्द तरीके से विश्वविद्यालय की हर गतिविधि को रोका जाएगा. सीट कम होने की वजह से ही समस्या हो रही है. सात सीट की जगह कम से कम 17 से 18 सीटें होनी चाहिए.


एएमयू के जनसंपर्क अधिकारी उमर पीरजादा के मुताबिक प्रवेश परीक्षा के संबंध में किसी बात को लेकर आपत्ति हमारे संज्ञान में आई है. छात्र लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख सकते हैं. एडमिशन का जो भी प्रोसेस होता है उसी प्रकार से यूनिवर्सिटी में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है, जितनी सीट होती हैं, उतने ही एडमिशन लिए जाते हैं.

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अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर धांधली का आरोप लगाया है. दो छात्रों ने सोमवार को एएमयू के मुख्य द्वार बाबे ए सैयद गेट को बंद कर धरना दिया. प्रॉक्टर समेत प्रशासनिक लोग धरना दे रहे छात्रों से बात कर गेट खुलवाने का प्रयास कर रहे हैं.


धरने पर बैठे एएमयू के छात्र फरहान जुबैरी ने कहा की ओएमआर शीट में मेरे अच्छे नंबर थे. 20 नंबर का इंटरव्यू होना था लेकिन मेरा नाम काट दिया गया. यह एक साजिश के तहत हुआ है. मुझे इंटरव्यू में शामिल वूमेंस स्टडीज डिपार्टमेंट की हेड ने कहा कि आप सीएए और एनआरसी को लेकर धरना देते हो इसलिए हम आपको एडमिशन नहीं देंगे. ऐसे बहुत सारे स्टूडेंट्स हैं जो अपनी आवाज किसी वजह से नहीं उठा पाते लेकिन हम लोकतांत्रिक तरीके से यहां पर आकर बैठे हैं. हम चाहते हैं कि पीएचडी में सीटें बढ़ाईं जाए. रात 12 बजे से हमने गेट बंद कर दिया है.

एएमयू के छात्रों ने पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया पर लगाया धांधली का आरोप.
छात्र सलमान कमर का कहना है कि यहां प्रदर्शन करने के 48 घंटे पहले अल्टीमेटम दे दिया था. विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत कराया था कि हर डिपार्टमेंट में सीट खाली हुई है. सीट कम थी, स्टूडेंट ज्यादा. इस समय एएमयू का गेट बंद है. चरणबद्द तरीके से विश्वविद्यालय की हर गतिविधि को रोका जाएगा. सीट कम होने की वजह से ही समस्या हो रही है. सात सीट की जगह कम से कम 17 से 18 सीटें होनी चाहिए.


एएमयू के जनसंपर्क अधिकारी उमर पीरजादा के मुताबिक प्रवेश परीक्षा के संबंध में किसी बात को लेकर आपत्ति हमारे संज्ञान में आई है. छात्र लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख सकते हैं. एडमिशन का जो भी प्रोसेस होता है उसी प्रकार से यूनिवर्सिटी में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है, जितनी सीट होती हैं, उतने ही एडमिशन लिए जाते हैं.

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