अलीगढ़: शहर में आवारा कुत्तों पर अलीगढ़ नगर निगम जल्द लगाम लगाने की तैयारी कर रहा है. इन आवारा कुत्तों के काटने की घटनाओं पर अलीगढ़ नगर आयुक्त ने चिंता जताई. सोमवार को एक एडवाइजरी जारी कर आवारा कुत्तों की नसबंदी की कवायद शुरू कर दी है. अपर नगर आयुक्त के नेतृत्व में कुत्तों की निगराने के लिए नगर निगम जुटा है. इसके लिए लेकर नगर निगम के अधिकारियों ने निरीक्षण भी किया.
पिछले दिनों आवारा कुत्तों के काटने की घटनाओं पर नगर आयुक्त अमित आसेरी ने गहरी चिंता जताई थी. इसके बाद उन्होंने अपने अधीनस्थों के साथ शहर में बढ़ते कुत्तों के बढ़ते आतंक और उनके बदले व्यवहार के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अस्थाई डॉग शेल्टर होम, डॉग पैराडाइज की व्यवस्था कराने की कवायद शुरू कर दी.
सोमवार को नगर आयुक्त ने स्वर्ण जयंती नगर में नवजात शिशु को काटे जाने की घटना का संज्ञान लेते हुए भारतीय पशु कल्याण बोर्ड में पंजीकृत एनजीओ दक्ष फाऊंडेशन के साथ विचार विमर्श किया. दक्ष फाउंडेशन के सहयोग से नगर आयुक्त ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए जनहित में क्वार्सी बाईपास स्थित एनबीटी हॉस्पिटल के पीछे अस्थाई रूप से नगर निगम भूमि पर आतंकी कुत्तों के व्यवहार परिवर्तन होने तक उन्हें वहां रखने, खानपान, वैक्सीनेशन और बंध्याकरण की व्यवस्था को तत्काल शुरू करने का निर्णय लिया.
नगर आयुक्त ने अस्थाई डॉग पैराडाइज के लिए अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव को नोडल अधिकारी बनाते हुए सहायक नगर आयुक्त पूजा श्रीवास्तव, पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ राकेश वर्मा को तत्काल व्यवस्था बनाए जाने की जिम्मेदारी दी है. डॉग पैराडाइज में आवारा कुत्तों को रखने के लिए कैनल समुचित खानपान, वैक्सीनेशन, मेडिसिन और ट्रीटमेंट के लिए निगम अधिकारियों ने निरीक्षण किया.
आवारा कुत्तों के आकस्मिक व्यवहार में हो रहे परिवर्तन को देखते हुए नगर आयुक्त अमित आसेरी ने जनमानस के लिए एडवाइजरी भी जारी किया. नगर आयुक्त ने कहा है कि मॉर्निंग वॉक करते समय छोटी छड़ी लेकर चलें. इसके अलावा थोड़ा अलर्ट होकर रहें. चलते समय मोबाइल पर बिल्कुल ध्यान न लगाएं. साथ में सीटी भी लेकर चल सकते हैं. उसकी आवाज सुनकर कुछ आवारा कुत्ते दूर भाग जाते हैं. इसके अलावा अगर रास्ते में कुत्तों से अचानक सामना होता है तो उसकी आंखों में मत देखिए.
कुत्ता इसे चैलेंज के तौर पर लेता है. ऐसे में आप थोड़ा साइड में देखते हुए बचकर निकलने की कोशिश करें. दांत दिखाते हुए गुस्सा करने से कुत्ता भड़क सकता है. ऐसे में अच्छा होगा मुंह बंद रखें. मुंह खुले रहने को कुत्ता अपने लिए खतरा समझता है. अगर कुत्ते से सामना हो गया है और वह कुछ दूरी पर है. तो आप उसके इशारे को जान सकते हैं. गांवों में अक्सर बड़े-बूढ़े समझाते हैं कि कुत्ता दौड़ाए तो भागो नहीं. ऐसे समय में रुककर उसे डांटिए. जिससे उसे लगे कि आप कोई खतरा नहीं हैं. इसके अलावा कुत्तों का पीछा करने की जरूरत नहीं है.
नगर आयुक्त ने बताया कि गर्मी के दिनों में आमतौर पर लोग झोले या ऑफिस बैग में पानी की बोतल लेकर चलते हैं. कुछ लोगों का कहना है कि स्प्रे वाली बोतल या साधारण बोतल से अगर कुत्ते पर पानी फेंका जाए तो वह भाग सकता है. हालांकि सावधानियां बरतने के बाद भी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कुत्ता नहीं काटेगा. अगर कुत्ता काटता है तो घबराने की बजाय फौरन डॉक्टर से संपर्क करें और तत्काल सूचना नगर निगम हेल्पलाइन नंबर 7500441344, 05712750250 पर सूचित कर दें.
नगर आयुक्त अमित आसेरी ने कहा कि इन आवारा कुत्तों की समुचित देखरेख और उनके आकस्मिक व्यवहार में हुए परिवर्तन के प्रति शहरवासी संयम रखें. कुत्तों से डरे नहीं, क्योंकि यह एक सामाजिक प्राणी है. अपनी सुरक्षा के लिए दिए गए सुझाव पर अमल करें. नगर निगम अलीगढ़ स्ट्रीट डॉग की समुचित देखरेख के साथ-साथ उनके वैक्सीनेशन ट्रीटमेंट की व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है.
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