अलीगढ़: एक शादी समारोह में सोमवार को अलीगढ़ पहुंची हिंदूवादी फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची जमकर बरसी. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य हों या पल्लवी पटेल हों. अगर रामायण नहीं पढ़ी तो पढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुरान और बाइबल पर बोलने की इन लोगों की औकात नहीं है. एक आयत के बारे में जरा बोल करके दिखाएं. हिंदू बहुत सहिष्णु है. इसलिए कोई कुछ भी कह कर के चला जाता है.
शहर के सासनी गेट थाना इलाके में स्थित सोमवार को एक शादी समारोह में बीजेपी नेता साध्वी प्राची अलीगढ़ पहुंची. जंहा उन्होंने मीडिया द्वारा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा सरकार के कॉमन सिविल कोड लागू करने के विरोध के सवाल पर कहा कि देश जानना चाहता है कि, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को देश में एक विधान, एक संविधान, एक कानून होने पर क्यों आपत्ति है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का चिंतन राष्ट्रहित में नहीं है. इनके बच्चे मोदी और योगी को गाली देते हैं. इनके बच्चे कहते हैं कि, मोदी रोजगार नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह देश की अस्मिता का प्रश्न है. देश में जल्दी से जल्दी सिविल कोर्ट कोर्ट कानून आना चाहिए. जो देश के हित में है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड क्यों विरोध कर रही है. उन्होंने कहा कि यह मेरी भी समझ से बाहर है. हमारे लिए धर्म से बड़ा राष्ट्र है. राष्ट्र के लिए हमें सब कुछ त्याग कर देना चाहिए. व्यक्तिगत स्वार्थों को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड यह बयान बाजी करते हैं. देश हित में राष्ट्रहित में कॉमन सिविल कोड बहुत जरूरी. जिसे लागू होना चाहिए.
वहीं, हिंदूवादी फायर ब्रांड नेता ने समाजवादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल के रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान के सवाल के जवाब में कहा कि देखिए कुछ लोग सुर्खियों में रहना चाहते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य बिल्कुल चुप बैठे थे. उन्होंने कहा कि पल्लवी पटेल बहन को रामायण नहीं पढ़ी तो पढ़ना चाहिए. क्योंकि तुम हिंदू धर्म में जन्मी हो बहन. उन्होंने कहा कि इन लोगों की औकात नहीं है कि, एक आयत के बारे में जरा बोल करके दिखाएं. कुरान या बाइबल पर बोलने की इनकी औकात नहीं है. यह हिंदू बहुत सहिष्णु है. इसलिए हर कोई कुछ भी कह कर चला जाता है.