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चीन और पाकिस्तान की नागरिकता लेने वालों की संपत्ति होगी नीलाम, 8 सितंबर से शुरू होगी प्रक्रिया

अलीगढ़ के कई इलाकों में शत्रु संपत्तियां हैं. जल्द ही इनकी नीलामी (enemy property auction) की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. नीलामी के लिए ऑनलाइन बोली 8 सितंबर को वेबसाइट htt://mstecommerce.com के माध्यम से की जाएगी.

जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 3, 2023, 4:02 PM IST

अलीगढ़ : केंद्र सरकार की ओर से शत्रु संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है. चीन और पाकिस्तान की नागरिकता लेने वालों की संपत्ति नीलाम की जाएगी. देशभर में मौजूद ऐसी संपत्तियों की सूची भी प्रकाशित कर दी गई है. अलीगढ़ के अतरौली में भी शत्रु संपत्ति है. एडीएम प्रशासन पंकज कुमार के मुताबिक अतरौली के अलावा कोल और खैर इलाके में भी शत्रु संपत्तियां हैं. इनमें कोल में 5.357 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है. इसी कड़ी में खैर में भी 0.994 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है. इनकी भी नीलामी की जानी है.

8 सितंबर को लगेगी बोली : मुख्य पर्यवेक्षक ब्रिगेडियर अरविंदम ने इन्द्र विक्रम सिंह जिलाधिकारी एवं उप अभिरक्षक शत्रु संपत्ति को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि तहसील अतरौली के कोरहा रघुपुरा में 3379000 लागत की खसरा नंबर 147 क्षेत्रफल 1.090 हेक्टेयर भूमि की नीलामी के लिए ऑनलाइन बोली 8 सितंबर को वेबसाइट htt://mstecommerce.com के माध्यम से की जाएगी. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 1955 में इस संपत्ति के मालिक पाकिस्तान चले गए थे. 2018 में इस संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था.

कोल और खैर में भी शत्रु संपत्ति : अपर जिला अधिकारी प्रशासन पंकज कुमार ने बताया कि जो भी व्यक्ति नीलामी में प्रतिभाग करना चाहता है, उसे ईएमडी राशि आरक्षित मूल्य का 10 प्रतिशत जमा करना होगा. ऑनलाइन नीलामी के संबंध में अन्य शर्ते व नियम को ऑनलाइन वेबसाइट पर देखा जा सकता है. उन्होंने यह भी बताया है कि तहसील कोल में 5.357 क्षेत्रफल की एक संपत्ति एवं तहसील खैर में 0.994 हेक्टेयर की 10 शत्रु संपत्तियों को अवैध कब्जा मुक्त कराया गया है.

जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

यूपी में सबसे ज्यादा शत्रु संपत्ति : अलीगढ़ में कुल 48.34 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है. तहसील खैर में सबसे ज्यादा 24 संपत्तियां शत्रु संपत्ति हैं. जिसका क्षेत्रफल 11.54 हेक्टेयर है. वहीं तहसील कोल में 17 संपत्तियां शत्रु संपत्ति है. इसका क्षेत्रफल करीब 22.5 हेक्टेयर है. वहीं तहसील गभाना और अतरौली में भी शत्रु संपत्ति है. सबसे अधिक शत्रु संपत्ति उत्तर प्रदेश में पाई गई है. उत्तर प्रदेश में शत्रु संपत्तियों की कुल संख्या करीब 6255 है.

ये हैं शत्रु संपत्ति के मायने : ऐसी चल-अचल संपत्तियां जो पाकिस्तान और चीन की नागरिकता लेने वाले लोगों की ओर से छोड़ी गई है, उन्हें शत्रु संपत्ति के तौर पर जाना-पहचाना जाता है. ऐसी संपत्तियां शत्रु संपत्तियां कहलाती हैं. ऐसी संपत्ति को सीपीआई द्वारा ई नीलामी के माध्यम से या जैसा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई शत्रु संपत्ति निपटान समिति द्वारा निर्धारित दर पर बेचा जाएगा. बीते दिनों गृह मंत्रालय ने 20 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में फैली शत्रु संपत्तियों का राष्ट्रीय सर्वेक्षण कराया था. इस सर्वेक्षण का उद्देश्य ऐसी सभी संपत्तियों की पहचान करना और बाद में उनका मुद्रीकरण करना था.

यह भी पढ़ें : वर्ष 2022 में 2.25 लाख लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी: सरकार

शत्रु संपत्तियों के मामले में देश में यूपी अव्वल, किराए पर चल रहीं सैकड़ों शत्रु संपत्तियां


अलीगढ़ : केंद्र सरकार की ओर से शत्रु संपत्तियों की नीलामी की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है. चीन और पाकिस्तान की नागरिकता लेने वालों की संपत्ति नीलाम की जाएगी. देशभर में मौजूद ऐसी संपत्तियों की सूची भी प्रकाशित कर दी गई है. अलीगढ़ के अतरौली में भी शत्रु संपत्ति है. एडीएम प्रशासन पंकज कुमार के मुताबिक अतरौली के अलावा कोल और खैर इलाके में भी शत्रु संपत्तियां हैं. इनमें कोल में 5.357 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है. इसी कड़ी में खैर में भी 0.994 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है. इनकी भी नीलामी की जानी है.

8 सितंबर को लगेगी बोली : मुख्य पर्यवेक्षक ब्रिगेडियर अरविंदम ने इन्द्र विक्रम सिंह जिलाधिकारी एवं उप अभिरक्षक शत्रु संपत्ति को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि तहसील अतरौली के कोरहा रघुपुरा में 3379000 लागत की खसरा नंबर 147 क्षेत्रफल 1.090 हेक्टेयर भूमि की नीलामी के लिए ऑनलाइन बोली 8 सितंबर को वेबसाइट htt://mstecommerce.com के माध्यम से की जाएगी. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार 1955 में इस संपत्ति के मालिक पाकिस्तान चले गए थे. 2018 में इस संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था.

कोल और खैर में भी शत्रु संपत्ति : अपर जिला अधिकारी प्रशासन पंकज कुमार ने बताया कि जो भी व्यक्ति नीलामी में प्रतिभाग करना चाहता है, उसे ईएमडी राशि आरक्षित मूल्य का 10 प्रतिशत जमा करना होगा. ऑनलाइन नीलामी के संबंध में अन्य शर्ते व नियम को ऑनलाइन वेबसाइट पर देखा जा सकता है. उन्होंने यह भी बताया है कि तहसील कोल में 5.357 क्षेत्रफल की एक संपत्ति एवं तहसील खैर में 0.994 हेक्टेयर की 10 शत्रु संपत्तियों को अवैध कब्जा मुक्त कराया गया है.

जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

यूपी में सबसे ज्यादा शत्रु संपत्ति : अलीगढ़ में कुल 48.34 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है. तहसील खैर में सबसे ज्यादा 24 संपत्तियां शत्रु संपत्ति हैं. जिसका क्षेत्रफल 11.54 हेक्टेयर है. वहीं तहसील कोल में 17 संपत्तियां शत्रु संपत्ति है. इसका क्षेत्रफल करीब 22.5 हेक्टेयर है. वहीं तहसील गभाना और अतरौली में भी शत्रु संपत्ति है. सबसे अधिक शत्रु संपत्ति उत्तर प्रदेश में पाई गई है. उत्तर प्रदेश में शत्रु संपत्तियों की कुल संख्या करीब 6255 है.

ये हैं शत्रु संपत्ति के मायने : ऐसी चल-अचल संपत्तियां जो पाकिस्तान और चीन की नागरिकता लेने वाले लोगों की ओर से छोड़ी गई है, उन्हें शत्रु संपत्ति के तौर पर जाना-पहचाना जाता है. ऐसी संपत्तियां शत्रु संपत्तियां कहलाती हैं. ऐसी संपत्ति को सीपीआई द्वारा ई नीलामी के माध्यम से या जैसा कि केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई शत्रु संपत्ति निपटान समिति द्वारा निर्धारित दर पर बेचा जाएगा. बीते दिनों गृह मंत्रालय ने 20 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में फैली शत्रु संपत्तियों का राष्ट्रीय सर्वेक्षण कराया था. इस सर्वेक्षण का उद्देश्य ऐसी सभी संपत्तियों की पहचान करना और बाद में उनका मुद्रीकरण करना था.

यह भी पढ़ें : वर्ष 2022 में 2.25 लाख लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी: सरकार

शत्रु संपत्तियों के मामले में देश में यूपी अव्वल, किराए पर चल रहीं सैकड़ों शत्रु संपत्तियां


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