अलीगढ़: राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द पद ग्रहण करने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव में पधारेंगे. कोविन्द 25 जून को रेल मार्ग के जरिए दिल्ली से कानपुर का सफर तय करेंगे. जिला मजिस्ट्रेट चन्द्र भूषण सिंह ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर मंगलवार को सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा. यद्यपि अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर प्रेसीडेंशियल ट्रेन का ठहराव नहीं होगा, लेकिन यह बेहद ही खास लम्हा होगा जब भारत के राष्ट्रपति रेल मार्ग के माध्यम से अलीगढ़ से गुजरेंगे. इसको लेकर रिहर्सल भी किया जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले 2003 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने ट्रेन से दिल्ली से बिहार तक का सफर किया था.
सुरक्षा में चूक पर जा सकती है नौकरी
जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने प्रेसीडेंशियल ट्रेन के सुरक्षित सफर के सम्बन्ध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस वीवीआईपी कार्यक्रम में किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी. जरा सी चूक या लापरवाही पर नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि दिल्ली-हावड़ा ट्रैक अलीगढ़ की 35 किलोमीटर की सीमा में आता है. उन्होंने पुलिस एवं स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचते हुए अलीगढ़ सीमा क्षेत्र के सभी छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन, रेलवे क्रॉसिंग, ओवरब्रिज, अण्डरपास, नहर और पुल पर समस्त प्रकार से सुरक्षा व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त करने के निर्देश दिए हैं. नगर निगम को रेलवे स्टेशन परिसर समेत मलखान सिंह जिला चिकित्सालय की भी पूरी तरह से साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. डीएम ने एडीएम सिटी को निर्देशित किया कि वह जोन एवं सेक्टर वार मजिस्ट्रेट्स की तैनाती करना सुनिश्चित करें.
अलीगढ़ में 35 किमी की दूरी तय करेगी ट्रेन
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने थाना क्षेत्रों में सभी प्रकार की तैयारी पूर्ण कर लें. उन्होंने रेलवे पुलिस के साथ समन्वय करते हुए वीवीआईपी मूवमेन्ट को सफल बनाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने गांव-देहात एवं कालोनियों से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक पर संवेदनशीलता के साथ घरों की छतों पर पुलिस अधिकारियों की तैनाती करने के भी निर्देश दिए हैं. एसपी ग्रामीण शुभम पटेल ने बताया कि 25 जून को प्रेसीडेंशियल ट्रेन दिल्ली से कानपुर तक का सफर तय करेगी. दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर जनपद की 35 किलोमीटर की सीमा में 8 थानें क्वार्सी, गांधी पार्क, सिविल लाइन, बन्ना देवी, गभाना, मडराक, महुआ खेड़ा का क्षेत्र आता है. उन्होंने बताया कि गभाना थाना क्षेत्र को सुरक्षा की दृष्टि से अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है. उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में जंगली जानवरों की बहुतायत इसलिए क्षेत्र में ट्रैक की सुरक्षा के दृष्टिगत अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए जाने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि ट्रैक पर 9 फ्लाई ओवर, 7 ब्रिज, 2 अण्डरपास, 9 क्रासिंग, 4 रेलवे यार्ड पर कड़े सुरक्षा इंतजाम का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि ओवर ब्रिज, अण्डर पास, पुलिया फाटक 10 मिनट पूर्व बन्द कर दिए जाएंगे. बड़े रेलवे स्टेशन के साथ ही छोटे स्टेशनों पर भी सेफ हाउस बनाए जाएंगे. अग्निशमन विभाग को रेलवे स्टेशन सहित अन्य चिन्हित स्थानों पर अग्निशमन वाहन तैनात किए जाने के निर्देश दिए गए. रेलवे स्टेशन पर चिकित्सकीय टीम एम्बुलेंस सहित तैनात रहेगी.
प्रेसीडेंशियल ट्रेन की विशेषताएं
प्रेसीडेंशियल ट्रेन बुलेट प्रूफ विंडो, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, उच्च गुणवत्तायुक्त जीपीआरएस सिस्टम, सेटेलाइट आधारित कम्युनिकेशन सिस्टम, डाइनिंग रूम, विजिटिंग रूम, लॉज रूम, कांफ्रेंस रूम के साथ हर आधुनिक सुविधायुक्त होती है. इसे प्रेसीडेंशियल सैलून के नाम से भी जाना जाता है. यह ट्रेन की श्रेणी में नहीं आती है, लेकिन पटरियों पर चलने की वजह से इसे प्रेसीडेंशिल ट्रेन के नाम से पुकारा जाता है.