अलीगढ़: मंडल में करीब 86 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें औषधीय, फलदार और छायादार पौधों को रोपित किया जाना है. लक्ष्य को पूरा करने के लिए जन सहभागिता पर जोर दिया जाएगा.
वहीं सरकारी विभागों को भी वृक्षारोपण का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है, जो विभाग लक्ष्य से ज्यादा वृक्षारोपण करेगा उसको सम्मानित किया जाएगा. इसके साथ ही मनरेगा मजदूरों की मदद से भी पौधारोपण का काम कराया जाएगा. इस बार गंगा और यमुना के किनारे 50 मीटर क्षेत्र में फलदार वृक्ष लगवाए जाएंगें, जिसकी जियो टैगिंग भी होगी.
'वृक्षारोपण को औपचारिकता न समझें'
कमिश्नरी सभागार में बैठक के दौरान अलीगढ़ कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने बताया कि वृक्षारोपण को औपचारिकता न समझें. बल्कि लक्ष्य से भी अधिक वृक्षारोपण करें. उन्होंने निर्देशित किया कि भौगोलिक परिस्थितियों और स्थानीय मिट्टी के अनुरूप उपयुक्त पौधों का चयन करके पौधों का रोपण किया जाए. इसके साथ ही पिछले वर्ष परिवहन, श्रम, नगर विकास विभाग द्वारा कराए गए पौधारोपण का ऑडिट कराए जाने के निर्देश वन विभाग को दिया गया हैं.
मंडल में 57 पौधे तैयार करने की नर्सरी
कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने उद्यान विभाग को निर्देशित किया है कि भारी संख्या में फलदार पौधे तैयार कर विभागों और जनसामान्य को उपलब्ध कराएं. बैठक के दौरान बताया गया कि 86 लाख लक्ष्य के सापेक्ष विभाग के पास करीब एक करोड़ 45 हजार पौधे उपलब्ध है. जुलाई के पहले सप्ताह में वृक्षारोपण का कार्य शुरू किया जाएगा. अलीगढ़ में करीब 32 लाख, एटा को करीब 19 लाख, हाथरस को करीब 17 लाख और कासगंज को 18 लाख पौधे लगाने है. मंडल में 57 पौधे तैयार करने की नर्सरी है, जिसमें अमरूद, अर्जुन, कंजी, केसिया-सियामिया, कट सागौन, चिलबिल, जामुन, नीम, बकैन, शीशम प्रजाति के पौधे लगने हैं.