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अलीगढ़: डाकघर के पोस्टमैन पर चिट्ठियां पढ़ने का आरोप, कार्रवाई की मांग

यूपी के अलीगढ़ में एक बेहद चौकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पर एक एडवोकेट ने डाकघर के पोस्टमैन पर चिट्ठियों को पढ़ने का आरोप लगाया है.

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पोस्टमैन पर चिट्ठियां पढ़ने का आरोप
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Published : Nov 28, 2019, 1:47 AM IST

अलीगढ़: जिले में एक वकील ने डाकघर के पोस्टमैन पर चिट्ठियां पढ़ने का आरोप लगा है. इतना ही नहीं पोस्टमैन सरकारी कार्यालयों का पता तक नहीं ढूंढ पा रहे हैं, क्योंकि सरकारी कार्यालयों को भेजी जाने वाली स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री प्रेषक के पास लौट रही हैं.

पोस्टमैन पर चिट्ठियां पढ़ने का आरोप.
दरअसल, यह शिकायत पूर्व मेयर प्रत्याशी और एडवोकेट प्रतीक चौधरी ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक से की है. लिखित शिकायत में कहा गया है कि 6 नवंबर 2019 को एक स्पीड पोस्ट अलीगढ़ कोर्ट डाकघर से अधीक्षण अभियंता, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम, लाल डिग्गी को प्रेषित की गई. डाक पत्र संबंधित पोस्टमैन अरुण कुमार बीट संख्या चार मुख्य डाकघर को मिली तो उन्होंने डाकपत्र को वितरित नहीं किया.

पोस्टमैन ने नहीं किया अपने कार्य का निर्वहन
आरोप है कि लिफाफे को फाड़कर उसको पढ़ा गया और उसकी फोटो कॉपी करवाकर लिफाफे को स्टेपल पिन से बंद कर दिया. इसके बाद झूठा रिपोर्ट लगाकर प्रेषक को वापस भेज दिया. वापस भेजे गये पत्र पर लिखा गया कि संबंधित पता तलाशने के बाद नहीं मिला. एडवोकेट प्रतीक चौधरी ने कहा कि पोस्टमैन ने अपने कार्य का निर्वहन नहीं किया, जो कि कानून की दृष्टि में अपराध है.

इसे भी पढ़ें:- अलीगढ़ः जेएन मेडिकल कॉलेज के पूर्व RDA अध्यक्ष को मिली जान से मारने की धमकी

कार्रवाई करने की मांग
प्रतीक चौधरी आरटीआई एक्टिविस्ट है और विद्युत विभाग में सूचना के अधिकार के तहत अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा था. प्रतीक ने बताया कि पत्र को बीच में खोलकर पढ़ा गया, जिससे संविधान द्वारा प्रदत्त मेरे मूल अधिकार का हनन हुआ है. प्रतीक ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक को शिकायत पत्र भेजकर पोस्टमैन के खिलाफ जांच और आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है.

अलीगढ़: जिले में एक वकील ने डाकघर के पोस्टमैन पर चिट्ठियां पढ़ने का आरोप लगा है. इतना ही नहीं पोस्टमैन सरकारी कार्यालयों का पता तक नहीं ढूंढ पा रहे हैं, क्योंकि सरकारी कार्यालयों को भेजी जाने वाली स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री प्रेषक के पास लौट रही हैं.

पोस्टमैन पर चिट्ठियां पढ़ने का आरोप.
दरअसल, यह शिकायत पूर्व मेयर प्रत्याशी और एडवोकेट प्रतीक चौधरी ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक से की है. लिखित शिकायत में कहा गया है कि 6 नवंबर 2019 को एक स्पीड पोस्ट अलीगढ़ कोर्ट डाकघर से अधीक्षण अभियंता, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम, लाल डिग्गी को प्रेषित की गई. डाक पत्र संबंधित पोस्टमैन अरुण कुमार बीट संख्या चार मुख्य डाकघर को मिली तो उन्होंने डाकपत्र को वितरित नहीं किया.

पोस्टमैन ने नहीं किया अपने कार्य का निर्वहन
आरोप है कि लिफाफे को फाड़कर उसको पढ़ा गया और उसकी फोटो कॉपी करवाकर लिफाफे को स्टेपल पिन से बंद कर दिया. इसके बाद झूठा रिपोर्ट लगाकर प्रेषक को वापस भेज दिया. वापस भेजे गये पत्र पर लिखा गया कि संबंधित पता तलाशने के बाद नहीं मिला. एडवोकेट प्रतीक चौधरी ने कहा कि पोस्टमैन ने अपने कार्य का निर्वहन नहीं किया, जो कि कानून की दृष्टि में अपराध है.

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कार्रवाई करने की मांग
प्रतीक चौधरी आरटीआई एक्टिविस्ट है और विद्युत विभाग में सूचना के अधिकार के तहत अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा था. प्रतीक ने बताया कि पत्र को बीच में खोलकर पढ़ा गया, जिससे संविधान द्वारा प्रदत्त मेरे मूल अधिकार का हनन हुआ है. प्रतीक ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक को शिकायत पत्र भेजकर पोस्टमैन के खिलाफ जांच और आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है.

Intro:अलीगढ़  : अलीगढ़ में डाकघर के पोस्टमैन पर चिट्टियां पढ़ने का आरोप लगा है.  इतना ही नहीं  पोस्टमैन सरकारी कार्यालयों का पता तक नहीं ढूंढ पा रहे हैं. क्यों कि सरकारी कार्यालयों को भेजी जाने वाली स्पीड पोस्ट व रजिस्ट्री प्रेषक के  पास लौट रही हैं. ये मामला अलीगढ़ डाकघर का है.  







Body:दरअसल यह शिकायत पूर्व मेयर प्रत्याशी और एडवोकेट प्रतीक चौधरी ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक से की है. लिखित शिकायत में कहा गया है कि 6 नवंबर 2019 को एक स्पीड पोस्ट अलीगढ़ कोर्ट डाकघर से अधीक्षण अभियंता,दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम , लाल डिग्गी को प्रेषित की गई. जब यह डाक पत्र संबंधित पोस्टमैन अरुण कुमार बीट संख्या चार मुख्य डाकघर को मिली. तो उन्होंने डाकपत्र को वितरित नहीं किया और लिफाफा फाड़ कर उसको पढ़ा और उसकी फोटो कॉपी करवा कर लिफाफे को स्टेपल पिन से बंद कर दिया और झूठी रिपोर्ट लगाकर प्रेषक को वापस भेज दिया. वापस भेजे गये पत्र पर लिखा गया कि संबंधित एड्रेस तलाशने के बाद नहीं मिला. एडवोकेट प्रतीक चौधरी ने कहा कि पोस्टमैन ने अपने कार्य का निर्वहन नहीं किया.जो कि कानून की दृष्टि में अपराध है.


Conclusion:प्रतीक चौधरी आरटीआई एक्टिविस्ट है. और विद्युत विभाग में सूचना के अधिकार के तहत अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा था. प्रतीक ने बताया पत्र को बीच में खोलकर पढ़ा गया .जिससे संविधान द्वारा प्रदत्त मेरे मूल अधिकार का हनन हुआ है. प्रतीक ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक को शिकायत पत्र भेजा है. और पोस्टमैन के खिलाफ जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की है. 

बाइट - प्रतीक चौधरी एडवोकेट 

आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535

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