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अलीगढ़: मिड-डे मील में छात्रों को सड़े टमाटर की सब्जी खिलाने पर हंगामा, स्कूल में लगाया ताला - aligarh school mid day meal

अलीगढ़ जिले में सरकारी स्कूल में छात्रों को सड़े केले और टमाटर की सब्जी देने पर अभिभावकों ने आज हंगामा कर दिया. उन्होंने स्कूल के गेट में ताला लगा दिया. साथ ही यह भी आरोप लगाया की टीचर स्कूल समय से नहीं आते हैं.

अभिभावकों ने स्कूल में लगाया ताला
अभिभावकों ने स्कूल में लगाया ताला
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Published : Jul 2, 2022, 1:51 PM IST

अलीगढ़: जिले में सरकारी स्कूल में पढ़ाई न होने और मिड-डे मील में छात्रों को सड़े केले व टमाटर की सब्जी परोसने पर अभिभावकों का शनिवार को गुस्सा फूट पड़ा. अभिभावकों ने सरकारी स्कूल पर ताला जड़ दिया. अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी के आने पर ही ताला खोलने की बात कही. यह पूरा मामला धनीपुर विकास खंड के गोकुलपुर प्राथमिक विद्यालय का है.

दरअसल, गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के लेट आने और पढ़ाई न होने पर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. सुबह साढ़े सात बजे विद्यालय में कोई शिक्षक नहीं पहुंचता है. विद्यालय में 48 छात्र पढ़ते हैं. लेकिन, पढ़ाई न होने के चलते छात्र प्राइवेट स्कूल में शिक्षा के लिए चले जाते हैं. वहीं, अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल में मिड-डे मील में सड़े टमाटर और सड़े केले दिए जाते हैं, जिससे बच्चों की तबीयत खराब होने का भय बना रहता है.

जानकारी देते अभिभावक, सहायक शिक्षिका और हेड टीचर.

अभिभावक कहते हैं कि वे अपने बच्चे को मरने के लिए नहीं भेजेंगे. विद्यालय के स्टॉफ में भी आए दिन झगड़ा होता रहता है. हालांकि, विद्यालय में व्याप्त इन अनियमितताओं की शिकायत बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी ग्रामीण कर चुके हैं. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होती है. पिछले तीन-चार सालों से गोकुलपुर के विद्यालय में यही कहानी चल रही है. इसीलिए विद्यालय की व्यवस्थाओं से नाराज होकर अभिभावकों ने प्राथमिक विद्यालय पर ताला लगा दिया.

हालांकि, सरकार परिषदीय विद्यालयों को बेहतर करने की हर कोशिश कर रही है. लेकिन, जमीनी स्तर पर हालात अच्छे नहीं दिखते. अभिभावक अजयपाल बताते हैं कि प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई नहीं होती, मिड-डे मील में सड़े केले और टमाटर परोसा जाता है. कई बार अधिकारियों से शिकायत करने पर हालात नहीं सुधरे, इसलिए स्कूल में ताला लगा दिया है.

यह भी पढ़ें: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आसान नहीं है एडमिशन, 1 सीट के लिए 6 छात्रों में प्रतिस्पर्धा

अभिभावक कैलाश बताते हैं कि टीचर लेट आते हैं. शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती है. अब अधिकारी आएंगे, तभी विद्यालय खुलेगा. हालांकि, सहायक शिक्षिका डिम्पल अनियमितता की बात स्वीकार करती हैं और बताती हैं कि विद्यालय के हेड टीचर से गलत काम का विरोध करते हैं तो विवाद होता है. विद्यालय के हेड टीचर मनोज कुमार शनिवार को स्वयं लेट हो गए. विद्यालय पहुंचे तो ताला लगा देखा. अभिभावक गुस्से में थे. कोई जवाब स्कूल के हेड मनोज कुमार से देते नहीं बन रहा था. वहीं, विद्यालय के इस रवैये से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है.

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अलीगढ़: जिले में सरकारी स्कूल में पढ़ाई न होने और मिड-डे मील में छात्रों को सड़े केले व टमाटर की सब्जी परोसने पर अभिभावकों का शनिवार को गुस्सा फूट पड़ा. अभिभावकों ने सरकारी स्कूल पर ताला जड़ दिया. अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी के आने पर ही ताला खोलने की बात कही. यह पूरा मामला धनीपुर विकास खंड के गोकुलपुर प्राथमिक विद्यालय का है.

दरअसल, गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के लेट आने और पढ़ाई न होने पर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. सुबह साढ़े सात बजे विद्यालय में कोई शिक्षक नहीं पहुंचता है. विद्यालय में 48 छात्र पढ़ते हैं. लेकिन, पढ़ाई न होने के चलते छात्र प्राइवेट स्कूल में शिक्षा के लिए चले जाते हैं. वहीं, अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल में मिड-डे मील में सड़े टमाटर और सड़े केले दिए जाते हैं, जिससे बच्चों की तबीयत खराब होने का भय बना रहता है.

जानकारी देते अभिभावक, सहायक शिक्षिका और हेड टीचर.

अभिभावक कहते हैं कि वे अपने बच्चे को मरने के लिए नहीं भेजेंगे. विद्यालय के स्टॉफ में भी आए दिन झगड़ा होता रहता है. हालांकि, विद्यालय में व्याप्त इन अनियमितताओं की शिकायत बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी ग्रामीण कर चुके हैं. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होती है. पिछले तीन-चार सालों से गोकुलपुर के विद्यालय में यही कहानी चल रही है. इसीलिए विद्यालय की व्यवस्थाओं से नाराज होकर अभिभावकों ने प्राथमिक विद्यालय पर ताला लगा दिया.

हालांकि, सरकार परिषदीय विद्यालयों को बेहतर करने की हर कोशिश कर रही है. लेकिन, जमीनी स्तर पर हालात अच्छे नहीं दिखते. अभिभावक अजयपाल बताते हैं कि प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई नहीं होती, मिड-डे मील में सड़े केले और टमाटर परोसा जाता है. कई बार अधिकारियों से शिकायत करने पर हालात नहीं सुधरे, इसलिए स्कूल में ताला लगा दिया है.

यह भी पढ़ें: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आसान नहीं है एडमिशन, 1 सीट के लिए 6 छात्रों में प्रतिस्पर्धा

अभिभावक कैलाश बताते हैं कि टीचर लेट आते हैं. शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती है. अब अधिकारी आएंगे, तभी विद्यालय खुलेगा. हालांकि, सहायक शिक्षिका डिम्पल अनियमितता की बात स्वीकार करती हैं और बताती हैं कि विद्यालय के हेड टीचर से गलत काम का विरोध करते हैं तो विवाद होता है. विद्यालय के हेड टीचर मनोज कुमार शनिवार को स्वयं लेट हो गए. विद्यालय पहुंचे तो ताला लगा देखा. अभिभावक गुस्से में थे. कोई जवाब स्कूल के हेड मनोज कुमार से देते नहीं बन रहा था. वहीं, विद्यालय के इस रवैये से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है.

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