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अलीगढ़: जूनियर डॉक्टर फिर गये हड़ताल पर, मरीजों की दिक्कतें बढ़ी

यूपी के अलीगढ़ में जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने सातवें वेतनमान की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. जून में भी इसी मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर सात दिनों की हड़ताल पर रहे थे.

जूनियर डॉक्टरों ने फिर शुरू की हड़ताल.
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Published : Jul 22, 2019, 8:03 PM IST

अलीगढ़: जनपद में एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने सातवें वेतनमान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. इन्हें बीएचयू और दिल्ली के यूसीएमएस के जूनियर डॉक्टरों का भी समर्थन मिला है. वहां के डॉक्टर भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. अलीगढ़ के जेएनएमसी में सुबह से ही मरीजों की भीड़ लगी, पर डॉक्टरों ने काम नहीं किया. इमरजेंसी वार्ड से भी मरीजों की जबरन छुट्टी कर दी गई.

जूनियर डॉक्टरों ने फिर शुरू की हड़ताल.
जानें क्या है पूरा मामला
  • पहले भी एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने 17 जून से सात दिनों की हड़ताल की थी.
  • तब इलाज न मिलने से आठ मरीजों की मौत हो गई थी.
  • रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन की 24 जून को हुई बैठक में ही कहा गया था कि एक महीने में मांगें पूरी न हुई तो फिर हड़ताल पर चले जाएंगे.
  • जूनियर डाक्टरों ने बताया कि किसी ने हमारी मांगों पर गौर नहीं किया है.
  • सातवां वेतनमान हर जगह लागू हो गया है केवल एएमयू, बीएचयू और दिल्ली के यूसीएमएच में लागू नहीं हो सका है.
  • इसी मांग को लेकर 109 दिनों का धरना भी दिया जा चुका है.
  • कई बार कुलपति से भी मुलाकात की गई. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले. एमएचआरडी और यूजीसी भी गए लेकिन बात नहीं बनी.

जब पिछले महीने जूनियर डॉक्टर मॉस लीव पर गये थे, तब एएमयू के रजिस्ट्रार ने सातवां वेतन आयोग को लागू करवाने के लिए 20 दिन का समय मांगा था.उनको एक महीने का समय दिया और साथ ही नोटिस भी दी गई थी. एक महीने में मांगे पूरी नहीं होती है तो जूनियर डॉक्टर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
-डॉ. अब्दुला आजमी, प्रेसीडेंट, रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन

अलीगढ़: जनपद में एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने सातवें वेतनमान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. इन्हें बीएचयू और दिल्ली के यूसीएमएस के जूनियर डॉक्टरों का भी समर्थन मिला है. वहां के डॉक्टर भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. अलीगढ़ के जेएनएमसी में सुबह से ही मरीजों की भीड़ लगी, पर डॉक्टरों ने काम नहीं किया. इमरजेंसी वार्ड से भी मरीजों की जबरन छुट्टी कर दी गई.

जूनियर डॉक्टरों ने फिर शुरू की हड़ताल.
जानें क्या है पूरा मामला
  • पहले भी एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने 17 जून से सात दिनों की हड़ताल की थी.
  • तब इलाज न मिलने से आठ मरीजों की मौत हो गई थी.
  • रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन की 24 जून को हुई बैठक में ही कहा गया था कि एक महीने में मांगें पूरी न हुई तो फिर हड़ताल पर चले जाएंगे.
  • जूनियर डाक्टरों ने बताया कि किसी ने हमारी मांगों पर गौर नहीं किया है.
  • सातवां वेतनमान हर जगह लागू हो गया है केवल एएमयू, बीएचयू और दिल्ली के यूसीएमएच में लागू नहीं हो सका है.
  • इसी मांग को लेकर 109 दिनों का धरना भी दिया जा चुका है.
  • कई बार कुलपति से भी मुलाकात की गई. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले. एमएचआरडी और यूजीसी भी गए लेकिन बात नहीं बनी.

जब पिछले महीने जूनियर डॉक्टर मॉस लीव पर गये थे, तब एएमयू के रजिस्ट्रार ने सातवां वेतन आयोग को लागू करवाने के लिए 20 दिन का समय मांगा था.उनको एक महीने का समय दिया और साथ ही नोटिस भी दी गई थी. एक महीने में मांगे पूरी नहीं होती है तो जूनियर डॉक्टर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
-डॉ. अब्दुला आजमी, प्रेसीडेंट, रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन

Intro:

अलीगढ़ : सातवें वेतनमान की मांग को लेकर  एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी . इन्हें बीएचयू और दिल्ली के यूसीएमएस के जूनियर डॉक्टरों का भी समर्थन है . वहां भी डाक्टर  अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. अलीगढ़ के जेएनएमसी में सुबह से ही मरीजों की भीड़  लगी, पर डॉक्टरों ने काम नहीं किया. इमरजेंसी वार्ड से भी मरीजों की जबरन छुïट्टी कर दी गई. सातवें वेतनमान की मांग को लेकर जून में भी जूनियर डॉक्टर सात दिन की हड़ताल पर रहे थे. तब इलाज न मिलने से आठ मरीजों की मौत हो गई थी. 





Body:एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने  17 जून से सात दिन की हड़ताल की थी. रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन की 24 जून को हुई बैठक में ही कहा गया था कि एक महीने में मांगे पूरी न हुई तो हड़ताल पर चले जाएंगे. जूनियर डाक्टरों ने बताया कि किसी ने हमारी मांगों पर गौर नहीं किया . सातवां वेतनमान हर जगह लागू हो गया है. एएमयू , बीएचयू व दिल्ली के यूसीएमएच में लागू नहीं हो सका है . इस मांग को लेकर 109 दिनों का धरना  भी दिया जा चुका है. कई बार कुलपति से मुलाकात की गई. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी मिले. एमएचआरडी व यूजीसी भी गए . लेकिन बात नहीं बनी.



Conclusion:आरडीए के प्रेसीडेंट डा अब्दुला आजमी ने बताया कि पिछले महीने मास लीव पर गये थे, तब एएमयू के रजिस्ट्रार ने सातवां वेतन आयोग को लागू करवाने के लिए 20 दिन का समय मांगा था.उनको एक महीने का समय दिया और साथ ही नोटिस भी दिया था कि एक महीने में मांगे पूरी नहीं होती है तो जूनियर डाक्टर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चला जाएगा.जूनियर डाक्टरों की जीबीएम के बाद हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है. जेआर-वन , जेआर-टू व एसआर स्ट्राइक पर है. वहीं अगर मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है तो मेडिकल कालेज प्रशासन की जिम्मेदारी है.पैरामेडिकल स्टाफ , इंटर्न व सीनियर कंसलटेंट काम पर है अगर ये मरीजों को नहीं देख रहे है तो अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है. जूनियर डाक्टरों की नहीं है. पिछले चार सालो से सातवें वेतन को लागू करने की लड़ाई लड़ रहे है. 

बाइट - डा. अब्दुला आजमी, प्रेसीडेंट, रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन

आलोक सिंह , अलीगढ़ 
9837830535


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