अलीगढ़: प्रख्यात इतिहासकार इरफान हबीब ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भाजपा ने कहा कि वो स्पेशल स्टेटस खत्म करना चाहते हैं. उन्होंने कश्मीर को मामूली राज्य बनाने की बात कही थी, लेकिन इन्होंने केंद्र शासित प्रदेश बनाकर धोखाधड़ी का काम कर रहे हैं. यह कश्मीर की डोर अपने हाथ में रखना चाहते हैं.
इरफान हबीब ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के दो हिस्से करने से शक होता है कि इनकी मंशा कुछ और ही थी. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को एक रियासत न रख धोखाधड़ी का काम किया है. पहले पाकिस्तान से खतरा बताया फिर अमरनाथ यात्रियों को वापस कर दिया. लोगों को गलत चीजें बताई गईं. ऐसी हुकूमत का क्या किया जाए, जो लोगों को धोखा दे रही है. जम्मू कश्मीर के लोगों का अधिकार खत्म किया जा रहा है.
'हरि सिंह ने की थी साजिश'
इरफान हबीब ने बताया कि हरि सिंह जो जम्मू कश्मीर का राजा था. वह भारत के खिलाफ था और भाजपा के लोग इसकी तारीफ करते हैं. 15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ तो उन्होंने भारत के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया और अपना अलग राज्य बनाना चाहा था. उन्होंने बताया कि राजा हरि सिंह की यह साजिश थी, जो पूरा मसला पैदा हुआ. जब पठानों ने हमला किया तब नेशनल कॉन्फ्रेंस की मदद ली, जिसको कोई याद नहीं करता.
'स्पेशल स्टेटस खत्म करना गलत'
वहीं हिंदुस्तान आर्मी के सबसे बड़े ब्रिगेडियर उस्मान ने अपनी शहादत देखकर जम्मू कश्मीर को पठानों से बचाया था. उन्होंने बताया कि इस संघर्ष में कश्मीर का भारत में अधिग्रहण हुआ. भारत सरकार ने इसे तस्लीम किया और कश्मीर को अलग संविधान दिया गया, क्योंकि वहां किसानों के लिए जमीदारी खत्म करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का जो स्पेशल स्टेटस खत्म किया जा रहा है, वह गलत है. स्पेशल स्टेटस खत्म करके उसे राज्य नहीं बना रहे बल्कि केंद्र शासित प्रदेश बनाया जा रहा है ताकि मोदी जी के हाथ में कश्मीर की पूरी पावर रहे और वहां के लोगों को कोई अधिकार न मिले. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की डेमोक्रेसी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
'लोकतंत्र की हत्या की जा रही'
भाजपा अपनी शक्ति बढ़ा रही है. यह डेमोक्रेटिक सिस्टम नहीं है, बल्कि ये फासीज्म की ओर बढ़ रहे हैं. लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर लद्दाख को अलग किया गया है. ये यूनियन टेरिटरी के जरिए सीधे सरकार चलाएंगे जो कि घातक है. उन्होंने कहा कि ये कश्मीर के लोगों को हिंदुस्तानी सिटीजन नहीं मान रहे हैं और वहां के लोगों का रुतबा कम कर रहे हैं.