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AMU में छात्र से तमंचे के बल पर लगवाए पाक जिंदाबाद के नारे, हिंदू महासभा ने वीसी को बताया जिहादी - AMU Pakistan Zindabad slogan controversy

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एमटेक के हिंदू छात्र से तमंचे के बल पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाने का मामला सामने आया है. पुलिस मिली तहरीरों के आधार पर मामले की जांच कर रही है.

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Published : Oct 7, 2022, 10:47 AM IST

Updated : Oct 7, 2022, 8:25 PM IST

अलीगढ़: जनपद के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एमटेक के हिंदू छात्र का मानसिक उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है. प्रॉक्टर और समुदाय विशेष छात्र पर हिंदू छात्र से पाकिस्तान जिंदाबाद नारे लगवाने के साथ हाथ से कलावा उतरवाने का आरोप लगाया गया है. पीड़ित छात्र ने कहा आरोपी ने उसकी बहन को भी हिजाब पहनाने की धमकी दी है. एक साल पहले भी आरोपी छात्र ने हिंदू छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी थी. आरोप है कि इस मामले में प्रॉक्टर वसीम अली पर शिकायत में केवल मारपीट की घटना दर्ज करने की वकालत की गई. हालांकि पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया है.

इस मामले में पुलिस ने एक मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति रहबर दानिश को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, हिंदू महासभा ने इस मामले का जिम्मेदार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति को बताया है.

जानकारी देते हुए एसपी सिटी कुलदीप गुनावत
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पाण्डेय ने कहा कि इन सभी हरकतों के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति जिम्मेदार हैं. कुलपति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ फोटो खींचाकर खुद को राष्ट्रवादी दिखाने की कोशिश करते हैंं, लेकिन वह जिहादियों के समर्थक हैं. हिंदू महासभा का आरोप है कि कुलपति के कार्यकाल में अभी तक एएमयू में किसी भी जिहादी छात्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की शाम को थाना सिविल लाइन पुलिस (Thana Civil Line Police) को दो तहरीर मिली थीं. पहली एफआईआर बुलंदशहर कर्णवास के रहने वाले एएमयू छात्र साहिल कुमार ने दर्ज कराया है. साहिल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमटेक कर रहे हैं और नदीमतरीन हॉल में रहते हैं. साहिल का आरोप है कि वह तीन अक्टूबर को किसी काम से अपने साथी के पास सुलेमान हॉल गया था. तभी वहां बीआर्क के छात्र रहबर दानिश और मिस्बाह ने घेरकर पीट दिया. साथ ही तमंचे के बट से सिर पर प्रहार किया. उसे जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज कराना पड़ा.
साहिल का आरोप है कि रहबर और उसके साथी अक्सर उसे घेरकर धार्मिक प्रतीक चिह्नों के लिए परेशान करते थे. कभी हाथ से कलावा उतरवा देते थे, तो कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर वीडियो बनाते थे. गुरुवार को जब वह सुलेमान हॉल अपने साथी के पास गया, तो उसे रोक लिया गया और परेशान किया जाने लगा. साहिल ने बताया कि बात नहीं मानने पर उसकी बहन को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी गई, जिस पर साहिल ने एतराज जताया. इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की.
पुलिस को दूसरी तहरीर रहबर दानिश की तरफ से मिली है, जिसमे साहिल पर उसके कमरे से मोबाइल और अन्य सामान चुराने का आरोप लगाया है. शिकायत के अनुसारस साहिल मोबाइल चुरा कर भाग रहा था तभी उसे रहबर दानिश ने पकड़ना चाहा तो उस पर हमला कर दिया गया. दोनों छात्रों की तरफ से तहरीर प्रॉक्टर ऑफिस में दी गई. छात्र साहिल का आरोप है कि प्रॉक्टर कार्यालय में शिकायत पत्र बदलने का दबाव बनाया गया. इस मामले में एएमयू के प्राक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि दोनों तरफ से जो तहरीर मिली है. उसे पुलिस को फॉरवर्ड किया गया है. मुकदमा दर्ज कराया गया है. बाकी शिकायत पत्र में कोई बात नहीं बदलवाई गई है. सभी आरोप निराधार है.
उधर, साहिल कुमार की शिकायत पर हिंदूवादी संगठन सक्रिय हो गए हैं. एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद घटना की जांच की जा रही है. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं. एसपी सिटी ने कहा कि छात्र रहबर दानिश का आपराधिक इतिहास भी है.उसके खिलाफ थाना सिविल लाइन में जुलाई 2020 में बुलंदशहर की रहने वाली गैर मुस्लिम छात्रा ने मुकदमा दर्ज कराया था. तब छात्रा ने सीएए एनआरसी के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी, तो उसे आरोपी ने अभद्र मैसेज भेजा गया था. तब रहबर दानिश ने सोशल मीडिया पर ही लॉकडाउन खुलते ही छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी गई थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था.

यह भी पढ़ें- यूपी में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर CM योगी का आदेश, अफसर फील्ड पर रहें सक्रिय



अलीगढ़: जनपद के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एमटेक के हिंदू छात्र का मानसिक उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है. प्रॉक्टर और समुदाय विशेष छात्र पर हिंदू छात्र से पाकिस्तान जिंदाबाद नारे लगवाने के साथ हाथ से कलावा उतरवाने का आरोप लगाया गया है. पीड़ित छात्र ने कहा आरोपी ने उसकी बहन को भी हिजाब पहनाने की धमकी दी है. एक साल पहले भी आरोपी छात्र ने हिंदू छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी थी. आरोप है कि इस मामले में प्रॉक्टर वसीम अली पर शिकायत में केवल मारपीट की घटना दर्ज करने की वकालत की गई. हालांकि पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया है.

इस मामले में पुलिस ने एक मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति रहबर दानिश को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, हिंदू महासभा ने इस मामले का जिम्मेदार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति को बताया है.

जानकारी देते हुए एसपी सिटी कुलदीप गुनावत
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पाण्डेय ने कहा कि इन सभी हरकतों के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति जिम्मेदार हैं. कुलपति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ फोटो खींचाकर खुद को राष्ट्रवादी दिखाने की कोशिश करते हैंं, लेकिन वह जिहादियों के समर्थक हैं. हिंदू महासभा का आरोप है कि कुलपति के कार्यकाल में अभी तक एएमयू में किसी भी जिहादी छात्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की शाम को थाना सिविल लाइन पुलिस (Thana Civil Line Police) को दो तहरीर मिली थीं. पहली एफआईआर बुलंदशहर कर्णवास के रहने वाले एएमयू छात्र साहिल कुमार ने दर्ज कराया है. साहिल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमटेक कर रहे हैं और नदीमतरीन हॉल में रहते हैं. साहिल का आरोप है कि वह तीन अक्टूबर को किसी काम से अपने साथी के पास सुलेमान हॉल गया था. तभी वहां बीआर्क के छात्र रहबर दानिश और मिस्बाह ने घेरकर पीट दिया. साथ ही तमंचे के बट से सिर पर प्रहार किया. उसे जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज कराना पड़ा.
साहिल का आरोप है कि रहबर और उसके साथी अक्सर उसे घेरकर धार्मिक प्रतीक चिह्नों के लिए परेशान करते थे. कभी हाथ से कलावा उतरवा देते थे, तो कभी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर वीडियो बनाते थे. गुरुवार को जब वह सुलेमान हॉल अपने साथी के पास गया, तो उसे रोक लिया गया और परेशान किया जाने लगा. साहिल ने बताया कि बात नहीं मानने पर उसकी बहन को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी गई, जिस पर साहिल ने एतराज जताया. इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की.
पुलिस को दूसरी तहरीर रहबर दानिश की तरफ से मिली है, जिसमे साहिल पर उसके कमरे से मोबाइल और अन्य सामान चुराने का आरोप लगाया है. शिकायत के अनुसारस साहिल मोबाइल चुरा कर भाग रहा था तभी उसे रहबर दानिश ने पकड़ना चाहा तो उस पर हमला कर दिया गया. दोनों छात्रों की तरफ से तहरीर प्रॉक्टर ऑफिस में दी गई. छात्र साहिल का आरोप है कि प्रॉक्टर कार्यालय में शिकायत पत्र बदलने का दबाव बनाया गया. इस मामले में एएमयू के प्राक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि दोनों तरफ से जो तहरीर मिली है. उसे पुलिस को फॉरवर्ड किया गया है. मुकदमा दर्ज कराया गया है. बाकी शिकायत पत्र में कोई बात नहीं बदलवाई गई है. सभी आरोप निराधार है.
उधर, साहिल कुमार की शिकायत पर हिंदूवादी संगठन सक्रिय हो गए हैं. एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद घटना की जांच की जा रही है. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं. एसपी सिटी ने कहा कि छात्र रहबर दानिश का आपराधिक इतिहास भी है.उसके खिलाफ थाना सिविल लाइन में जुलाई 2020 में बुलंदशहर की रहने वाली गैर मुस्लिम छात्रा ने मुकदमा दर्ज कराया था. तब छात्रा ने सीएए एनआरसी के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी, तो उसे आरोपी ने अभद्र मैसेज भेजा गया था. तब रहबर दानिश ने सोशल मीडिया पर ही लॉकडाउन खुलते ही छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी दी गई थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था.

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Last Updated : Oct 7, 2022, 8:25 PM IST
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