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रुक सकता है बालों का झड़ना, यूनानी मेडिसिन में है समाधान

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Published : Aug 26, 2021, 5:49 PM IST

Updated : Aug 27, 2021, 9:58 AM IST

बालों का गिरना आज की सबसे बड़ी समस्या है. हर कोई इस समस्या का समाधान ढूंढना चाहता है. इस समस्या से उबरने के लिए तरह तरह के उपाय करता है, लेकिन फिर भी कोई समाधान नहीं मिलता. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिब्बिया युनानी कॉलेज में प्रोफेसर असिया सुल्ताना ने बालों को झड़ने से रोकने के लिए कई उपाय बताए हैं. पढ़ें पूरी खबर...

जानकारी देतीं एएमयू प्रोफेसर, असिया सुल्ताना
जानकारी देतीं एएमयू प्रोफेसर, असिया सुल्ताना

अलीगढ़ : बालों के झड़ने से आज हर कोई परेशान है, लेकिन बालों का झड़ना या गिरना एक आम समस्या है. जिसको लेकर हर व्यक्ति संजीदा होता है और घर पर ही रहकर तरह-तरह के ट्रीटमेंट करता है. ताकि बाल घने और खूबसूरत दिखें, लेकिन आज की भागदौड़ भरी लाइफ स्टाइल में हम अपने बालों का खास ख्याल नहीं रख पाते, जिसके चलते वह गिरने लगते हैं. मजबूरन बहुत से लोग गंजेपन से छुटकारा पाने के लिए आज के आधुनिक तकनीकि हेयर ट्रांसप्लांट करवा लेते हैं. इन सब से अलग हटकर यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी बालों को गिरने से रोकने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. इस खबर में आपको इस समस्या का समाधान मिलने वाला है.

जानकारी देतीं एएमयू प्रोफेसर, असिया सुल्ताना
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिब्बिया युनानी कॉलेज में प्रोफेसर असिया सुल्ताना ने बालों को झड़ने से रोकने के लिए कई उपाय बताए. बालों के गिरने की समस्या को लेकर और मानव जीवन शैली पर उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. बालों के गिरने की समस्या को लेकर भी उन्होंने यूनानी कांसेप्ट तैयार किया है. उनका कहना है कि दांत, नाखून और बाल मनुष्य के शरीर का एक विंडो है, जिसके आधार पर व्यक्ति के स्वास्थ्य का आंकलन किया जाता है. जिंदगी की भाग दौड़ में सबसे ज्यादा समस्या बालों के झड़ने की आ रही है. हेयर फॉल की वजह से लोग बेहद परेशान रहते हैं. बाल झड़ने और गंजेपन को लेकर बाजार में कई दुकानें भी खुल गई हैं. बालों की समस्या को नजरअंदाज नहीं कर सकते. घरों में अक्सर तौलिए, कंघी, बाथरुम और फर्श पर बिखरे हुए बाल देखकर लोग टेंशन में आ जाते हैं और समस्या को रोकने के लिए डॉक्टर की तरफ भागते हैं और इलाज करवाते हैं. भाग दौड़ भरी लाइफ स्टाइल से बालों की समस्या प्रोफेसर असिया सुल्ताना बालों के झड़ने की कई वजह बताती हैं. उनका मानना है कि बाल झड़ने का सबसे बड़ा कारण मानव जीवन शैली है. भारतीय परिदृश्य में बात की जाए तो आमतौर पर शरीर में पोषक तत्वों में कमी की वजह बालों के झड़ने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. भारतीय महिलाओं में आयरन की कमी होने की वजह से बालों की समस्या आती है. अनियमित मासिक धर्म के चलते भी बालों का गिरना आम है. फूड सप्लीमेंट्स में आयरन की मात्रा कम होती है तो बालों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. विटामिन-सी (vitamin C) भी बालों के स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है. इसकी कमी की वजह से आयरन का एडॉप्शन कम होता है. आयरन के साथ विटामिन सी का दिया जाना आवश्यक है. इसके साथ ही विटामिन डी की कमी भी असर डालती है. हालांकि विटामिन डी की कमी से हड्डियों की समस्या होती है, लेकिन बालों का झड़ना भी विटामिन डी की कमी से होता है. प्रो. असिया सुल्ताना बताती हैं कि जिंक, कॉपर, सेलेनियम की कमी से भी बालों में समस्या आती है. पोषक तत्वों की कमी के साथ ही हार्मोन का असंतुलन भी असर डालता है. इसमें थायरॉइड हार्मोन की कमी या ज्यादा होना बालों की सेहत को प्रभावित करता है. आजकल यंग लड़कियों में पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (Polycystic ovary syndrome) भी हार्मोन असंतुलन का एक रूप है. जिसमें अनहेल्दी फूड खाने से समस्याएं बढ़ जाती हैं. इससे बाल कमजोर होते हैं. तनाव से बालों के हेल्थ पर असरतनाव मानव जिंदगी का एक अहम हिस्सा हो गया है. लंबे समय तक तनाव हार्मोन्स पर असर डालता है. बालों की ग्रोथ को प्रभावित करते हैं. इससे बाल झड़ने लगते हैं और बाल टूट कर गिरने लगते हैं. आज मानव जीवन में इन्सुलिन रेजिस्टेंस की बहुत ही कॉमन स्थिति आ रही है. यह लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है, जिसमें देर से भोजन करना, देर रात तक जागना, शरीर का वजन इंसुलिन को प्रभावित करती है. इंसुलिन होते हुए भी ब्लड शुगर लेवल को मैनेज नहीं कर पाती. ग्लूकोज बढ़ने पर भी समस्या होती है. गर्भनिरोधक दवायें भी असर डालती हैं. जो बालों के झड़ने की वजह बनती है. फैशन और ओवर स्टाइल भी बालों पर असर डालते हैं. बालों को डाई कराना, केमिकल शैंपू, बालों को कर्ली कराना, जेल लगाना, ड्रायर यूज करने से बालों की कुदरती नमी खत्म हो जाती है और फिर बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं जिसमें गंजेपन की समस्या होती है.बालों के गिरने के कई कारण हो सकते हैंप्रोफेसर असिया सुल्ताना बालों के झड़ने के तीन कंडीशन बताती हैं. पहला हेयर फॉल, दूसरा हेयर लॉस और तीसरा हेयर ब्रेकेज होना. हेयर लॉस होना एक बीमारी है. हेयर फॉल टेंपरेरी या परमानेंट हो सकता है. हेयरफाल अगर समय से कंट्रोल कर लिया जाये तो हेयर लॉस में कन्वर्ट नहीं होता. हेयर ब्रेकेज में एनवायरमेंटल फैक्टर शामिल हैं, जिसमें बालों में केमिकल का इस्तेमाल करना आता है. प्रोफेसर सुल्ताना बताती हैं कि बाल 50 से 100 स्ट्रेंथ तक डेली गिरते हैं जो कि सामान्य है. उससे परेशान होने की जरूरत नहीं है. बाल झड़ते हैं और नये निकलते भी हैं. अगर, यह 100 से 150 स्टैंथ से ज्यादा गिरते हैं तो इसके कारणों को जानना जरूरी है. पहले इसके कारणों का पता लगाना चाहिए. फिर ट्रीटमेंट देना चाहिए.सही लाइफ स्टाइल से बालों को समस्या नहीं होगीलाइफ स्टाइल को मॉडिफाई करें. बालों की ग्रोथ कई फैक्टर्स पर डिपेंड करती है. इसमें पहला जेनेटिक, दूसरा आयु और तीसरा शरीर के स्वास्थ्य का है. जिसमें डाइट भी शामिल है. शरीर के हेल्थ और डाइट पर कंट्रोल कर बालों की समस्या पर काबू पाया जा सकता है. लाइफ स्टाइल में सबसे जरूरी है समय से सोना, एक्सरसाइज करना और खान-पान पर ध्यान रखना. फूड के साथ ही स्ट्रेस मैनेजमेंट भी जरूरी है. इसे स्वयं से मैनेज करना चाहिए. इसके साथ ही बालों की साफ सफाई पर भी ध्यान देना जरूरी है. कुछ लोग बहुत ज्यादा तेल लगाकर बाहर निकलते हैं, जिससे वातावरण की धूल-मिट्टी बालों में जमा हो जाती है और बालों पर असर डालती हैं प्रोफेसर असिया सुल्ताना बताती हैं कि बाल में तेल सोने से पहले लगाएं और सुबह नहाते वक्त बालों को धो लें. उन्होंने बताया कि बालों को बहुत गर्म पानी से न धुलें. केवल गुनगुने पानी से बालों को साफ करें. ज्यादा शैंपू का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. मेडिसिन से पहले डाइट पर दें ध्यानयुनानी सिस्टम में कई दवाएं हैं. जो बालों के ग्रोथ और हेयर हेल्थ के लिए परंपरागत तरीके से इस्तेमाल होती हैं. उन्होंने बताया कि मेडिसिन से पहले हमें डाइट की तरफ ध्यान देना चाहिए. अगर, दवा की जगह फूड से काम चल जाए तो ज्यादा अच्छा है. क्योंकि दवा लेने पर उसके साइड इफेक्ट्स ज्यादा होते हैं. डाइट मे हेल्दी बालों के लिए अंडा खाना उपयोगी है. अंडे में प्रोटीन होता है. जो हेयर प्रोटीन कैरोटीन को मैनेज करती है. क्या खाएंअंडे में यह बहुतायत पाया जाता है. इसके साथ ही मछली खाना भी बेहतर है. शकरकंद में भी बीटा कैरोटिन होता है. जो बालों के हेल्थ को बनाए रखने का काम करती है. गुड़ का सेवन करना भी बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. इसके साथ ही आंवला का सेवन और इसके तेल को लगाना भी मुफीद है. मूंगफली और चिया सीड भी न्यूट्रीशनल पावर हाउस है. इसमें कंप्लीट प्रोटीन होता है. इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट है. एलोवेरा और करी लीव्स भी बालों के लिए लाभदायक हैं. प्रो. सुल्ताना ने यूनानी मेडिसिन में कई दवाएं भी बताई हैं. जो कि बालों को गिरने से रोकने में उपयोगी है, जिसमें जवारिश जालीनूस मशहूर दवा है, रोगने बेनजीर हेयर ऑलय भी बालों की समस्या को रोकती है. जवारिश आंवला व त्रिफला से बनी दवायें भी स्वस्थ्य बालों के लिए दी जाती है.

अलीगढ़ : बालों के झड़ने से आज हर कोई परेशान है, लेकिन बालों का झड़ना या गिरना एक आम समस्या है. जिसको लेकर हर व्यक्ति संजीदा होता है और घर पर ही रहकर तरह-तरह के ट्रीटमेंट करता है. ताकि बाल घने और खूबसूरत दिखें, लेकिन आज की भागदौड़ भरी लाइफ स्टाइल में हम अपने बालों का खास ख्याल नहीं रख पाते, जिसके चलते वह गिरने लगते हैं. मजबूरन बहुत से लोग गंजेपन से छुटकारा पाने के लिए आज के आधुनिक तकनीकि हेयर ट्रांसप्लांट करवा लेते हैं. इन सब से अलग हटकर यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी बालों को गिरने से रोकने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. इस खबर में आपको इस समस्या का समाधान मिलने वाला है.

जानकारी देतीं एएमयू प्रोफेसर, असिया सुल्ताना
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान तिब्बिया युनानी कॉलेज में प्रोफेसर असिया सुल्ताना ने बालों को झड़ने से रोकने के लिए कई उपाय बताए. बालों के गिरने की समस्या को लेकर और मानव जीवन शैली पर उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. बालों के गिरने की समस्या को लेकर भी उन्होंने यूनानी कांसेप्ट तैयार किया है. उनका कहना है कि दांत, नाखून और बाल मनुष्य के शरीर का एक विंडो है, जिसके आधार पर व्यक्ति के स्वास्थ्य का आंकलन किया जाता है. जिंदगी की भाग दौड़ में सबसे ज्यादा समस्या बालों के झड़ने की आ रही है. हेयर फॉल की वजह से लोग बेहद परेशान रहते हैं. बाल झड़ने और गंजेपन को लेकर बाजार में कई दुकानें भी खुल गई हैं. बालों की समस्या को नजरअंदाज नहीं कर सकते. घरों में अक्सर तौलिए, कंघी, बाथरुम और फर्श पर बिखरे हुए बाल देखकर लोग टेंशन में आ जाते हैं और समस्या को रोकने के लिए डॉक्टर की तरफ भागते हैं और इलाज करवाते हैं. भाग दौड़ भरी लाइफ स्टाइल से बालों की समस्या प्रोफेसर असिया सुल्ताना बालों के झड़ने की कई वजह बताती हैं. उनका मानना है कि बाल झड़ने का सबसे बड़ा कारण मानव जीवन शैली है. भारतीय परिदृश्य में बात की जाए तो आमतौर पर शरीर में पोषक तत्वों में कमी की वजह बालों के झड़ने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. भारतीय महिलाओं में आयरन की कमी होने की वजह से बालों की समस्या आती है. अनियमित मासिक धर्म के चलते भी बालों का गिरना आम है. फूड सप्लीमेंट्स में आयरन की मात्रा कम होती है तो बालों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. विटामिन-सी (vitamin C) भी बालों के स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है. इसकी कमी की वजह से आयरन का एडॉप्शन कम होता है. आयरन के साथ विटामिन सी का दिया जाना आवश्यक है. इसके साथ ही विटामिन डी की कमी भी असर डालती है. हालांकि विटामिन डी की कमी से हड्डियों की समस्या होती है, लेकिन बालों का झड़ना भी विटामिन डी की कमी से होता है. प्रो. असिया सुल्ताना बताती हैं कि जिंक, कॉपर, सेलेनियम की कमी से भी बालों में समस्या आती है. पोषक तत्वों की कमी के साथ ही हार्मोन का असंतुलन भी असर डालता है. इसमें थायरॉइड हार्मोन की कमी या ज्यादा होना बालों की सेहत को प्रभावित करता है. आजकल यंग लड़कियों में पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (Polycystic ovary syndrome) भी हार्मोन असंतुलन का एक रूप है. जिसमें अनहेल्दी फूड खाने से समस्याएं बढ़ जाती हैं. इससे बाल कमजोर होते हैं. तनाव से बालों के हेल्थ पर असरतनाव मानव जिंदगी का एक अहम हिस्सा हो गया है. लंबे समय तक तनाव हार्मोन्स पर असर डालता है. बालों की ग्रोथ को प्रभावित करते हैं. इससे बाल झड़ने लगते हैं और बाल टूट कर गिरने लगते हैं. आज मानव जीवन में इन्सुलिन रेजिस्टेंस की बहुत ही कॉमन स्थिति आ रही है. यह लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है, जिसमें देर से भोजन करना, देर रात तक जागना, शरीर का वजन इंसुलिन को प्रभावित करती है. इंसुलिन होते हुए भी ब्लड शुगर लेवल को मैनेज नहीं कर पाती. ग्लूकोज बढ़ने पर भी समस्या होती है. गर्भनिरोधक दवायें भी असर डालती हैं. जो बालों के झड़ने की वजह बनती है. फैशन और ओवर स्टाइल भी बालों पर असर डालते हैं. बालों को डाई कराना, केमिकल शैंपू, बालों को कर्ली कराना, जेल लगाना, ड्रायर यूज करने से बालों की कुदरती नमी खत्म हो जाती है और फिर बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं जिसमें गंजेपन की समस्या होती है.बालों के गिरने के कई कारण हो सकते हैंप्रोफेसर असिया सुल्ताना बालों के झड़ने के तीन कंडीशन बताती हैं. पहला हेयर फॉल, दूसरा हेयर लॉस और तीसरा हेयर ब्रेकेज होना. हेयर लॉस होना एक बीमारी है. हेयर फॉल टेंपरेरी या परमानेंट हो सकता है. हेयरफाल अगर समय से कंट्रोल कर लिया जाये तो हेयर लॉस में कन्वर्ट नहीं होता. हेयर ब्रेकेज में एनवायरमेंटल फैक्टर शामिल हैं, जिसमें बालों में केमिकल का इस्तेमाल करना आता है. प्रोफेसर सुल्ताना बताती हैं कि बाल 50 से 100 स्ट्रेंथ तक डेली गिरते हैं जो कि सामान्य है. उससे परेशान होने की जरूरत नहीं है. बाल झड़ते हैं और नये निकलते भी हैं. अगर, यह 100 से 150 स्टैंथ से ज्यादा गिरते हैं तो इसके कारणों को जानना जरूरी है. पहले इसके कारणों का पता लगाना चाहिए. फिर ट्रीटमेंट देना चाहिए.सही लाइफ स्टाइल से बालों को समस्या नहीं होगीलाइफ स्टाइल को मॉडिफाई करें. बालों की ग्रोथ कई फैक्टर्स पर डिपेंड करती है. इसमें पहला जेनेटिक, दूसरा आयु और तीसरा शरीर के स्वास्थ्य का है. जिसमें डाइट भी शामिल है. शरीर के हेल्थ और डाइट पर कंट्रोल कर बालों की समस्या पर काबू पाया जा सकता है. लाइफ स्टाइल में सबसे जरूरी है समय से सोना, एक्सरसाइज करना और खान-पान पर ध्यान रखना. फूड के साथ ही स्ट्रेस मैनेजमेंट भी जरूरी है. इसे स्वयं से मैनेज करना चाहिए. इसके साथ ही बालों की साफ सफाई पर भी ध्यान देना जरूरी है. कुछ लोग बहुत ज्यादा तेल लगाकर बाहर निकलते हैं, जिससे वातावरण की धूल-मिट्टी बालों में जमा हो जाती है और बालों पर असर डालती हैं प्रोफेसर असिया सुल्ताना बताती हैं कि बाल में तेल सोने से पहले लगाएं और सुबह नहाते वक्त बालों को धो लें. उन्होंने बताया कि बालों को बहुत गर्म पानी से न धुलें. केवल गुनगुने पानी से बालों को साफ करें. ज्यादा शैंपू का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. मेडिसिन से पहले डाइट पर दें ध्यानयुनानी सिस्टम में कई दवाएं हैं. जो बालों के ग्रोथ और हेयर हेल्थ के लिए परंपरागत तरीके से इस्तेमाल होती हैं. उन्होंने बताया कि मेडिसिन से पहले हमें डाइट की तरफ ध्यान देना चाहिए. अगर, दवा की जगह फूड से काम चल जाए तो ज्यादा अच्छा है. क्योंकि दवा लेने पर उसके साइड इफेक्ट्स ज्यादा होते हैं. डाइट मे हेल्दी बालों के लिए अंडा खाना उपयोगी है. अंडे में प्रोटीन होता है. जो हेयर प्रोटीन कैरोटीन को मैनेज करती है. क्या खाएंअंडे में यह बहुतायत पाया जाता है. इसके साथ ही मछली खाना भी बेहतर है. शकरकंद में भी बीटा कैरोटिन होता है. जो बालों के हेल्थ को बनाए रखने का काम करती है. गुड़ का सेवन करना भी बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. इसके साथ ही आंवला का सेवन और इसके तेल को लगाना भी मुफीद है. मूंगफली और चिया सीड भी न्यूट्रीशनल पावर हाउस है. इसमें कंप्लीट प्रोटीन होता है. इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट है. एलोवेरा और करी लीव्स भी बालों के लिए लाभदायक हैं. प्रो. सुल्ताना ने यूनानी मेडिसिन में कई दवाएं भी बताई हैं. जो कि बालों को गिरने से रोकने में उपयोगी है, जिसमें जवारिश जालीनूस मशहूर दवा है, रोगने बेनजीर हेयर ऑलय भी बालों की समस्या को रोकती है. जवारिश आंवला व त्रिफला से बनी दवायें भी स्वस्थ्य बालों के लिए दी जाती है.
Last Updated : Aug 27, 2021, 9:58 AM IST
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