अलीगढ़: जिले के जवां थाना क्षेत्र के सिखरना गांव में वन विभाग की अनुमति के बिना हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है. इसके बाद भी विभाग वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है. हालांकि इस मामले के मीडिया में आने के बाद वन विभाग के आलाधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
वन विभाग की लापरवाही के चलते जवां थाना क्षेत्र के गांव सिखरना में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है. इसके अलावा प्रशासन भी इस तरफ से अनदेखी कर रहा है. हर वर्ष शासन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधारोपण अभियान चलाता है. इस पर शासन की ओर से करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, जबकि इन पेड़ों की सुरक्षा के जिम्मेदार विभाग के अधिाकारी और कर्मचारी पेड़ों की सुरक्षा को लेकर लापरवाह बने हुए हैं.
थाना जवां के गांव सिखरना में फलदार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है. इसके अलावा किसान भी खेतों की मेढ़ पर लगे हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. किसान बिना अनुमति के फलदार पेड़ों को काटकर ठेकेदारों को बेच देते हैं, इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है.
वन विभाग के रेंजर अरविंद कुमार ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे शिकायत आई कि हरे वृक्षों का अवैध कटान हो रहा है. मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रभारी संजय कुमार वनरक्षक एवं रवि कुमार डिप्टी रेंजर को मौके पर भेजा गया. जांच में 16 आम के पेड़ कटे हुए मिले.