अलीगढ़: जिले में वैन संचालक सरकारी और निजी अस्पतालों से शव लाने के मनमाने पैसे नहीं वसूल सकेंगे. वार्ष्णेय युवा पहल संगठन ने शहर में फ्री शव वाहन की सुविधा शुरू की है. कोविड गाइडलाइन के नियमों का पालन करते हुए श्री वार्ष्णेय मंदिर प्रांगण में एडीएम सिटी राकेश मालपाणी और विधायक संजीव राजा ने शव वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अलीगढ़ में कोरोना संक्रमण काल में यह सेवा गरीबों के लिए उपयोगी होगी.
निशुल्क शव पहुंचाएगी श्मशान
पिछले दिनों कोरोना संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत के बाद पैसों के अभाव में बेटा अपने पिता के शव को ई-रिक्शा पर लादकर श्मशान पहुंचा था. इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसको देखते हुए वार्ष्णेय युवा पहल संगठन ने शवों को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों से लाने के लिए फ्री शव वाहन की सुविधा दी है. इस शव वाहन के जरिए अलीगढ़ के किसी भी अस्पताल से किसी भी मुक्तिधाम तक निशुल्क शव को पहुंचाने की सुविधा रहेगी.
सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक फ्री सुविधा
वार्ष्णेय युवा पहल संगठन के अध्यक्ष अमित सर्राफ ने बताया कि कोरोना संकट के समय में शहर में निजी वैन संचालक सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों से शव लाने के लिए मनमाने पैसे वसूल रहे हैं. पैसों के अभाव में लोग ई-रिक्शा आदि पर शव लादकर श्मशाम पहुंच रहे हैं. इस घटना को देखते हुए संगठन के पदाधिकारियों ने फ्री में शव को ले जाने के लिए वैन चलाने का निश्चय किया है. शव वाहन वैन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक निशुल्क उपलब्ध होगी. इमरजेंसी में भी यह काम करेगी. अमित ने बताया कि इस सेवा के लिए छह पदाधिकारियों की टीमें बनाई गई हैं और हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिस पर सेवा उपलब्ध होगी. जिस व्यक्ति की सूचना पहले आएगी, उसे पहले सेवा दी जाएगी.
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