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अलीगढ़: निलंबित छात्र के बचाव में उतरे पूर्व एएमयू छात्रसंघ उपाध्यक्ष

पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जो देशभर में फैलाया जा रहा है. सज्जाद ने 2 दिन का समय देते हुए कहा कि अगर छात्र का निलंबन और मुकदमा वापस नहीं लिया जाता है तो आंदोलन करेंगे.

एएमयू
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Published : Feb 16, 2019, 11:28 PM IST


अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान लाथर ने जैश की तारीफ करने वाले निलंबित छात्र वसीम हिलाल के बचाव में खड़े हो गए हैं. उन्होंने सुलेमान हॉल के कश्मीर हाउस में पत्रकार वार्ता में कहा कि कानून का मजाक बना रख दिया गया है. साथ ही कहा कि वसीम जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह सही नहीं है. उन्होंने सस्पेंड के निर्णय को वापस लेने की मांग की.

एएमयू के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान लाथर ट्वीट के बाद निलंबित हुए छात्र का निलंबन वापस लेने की मांग की है.
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उन्होंने कहा कि छात्र पर दर्ज मुकदमा और निलंबन बेबुनियाद है. पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जो देशभर में फैलाया जा रहा है. सज्जाद ने 2 दिन का समय देते हुए कहा कि अगर छात्र का निलंबन और मुकदमा वापस नहीं लिया जाता है तो आंदोलन करेंगे.

इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल पर भी कश्मीरियों को सुरक्षा देने में असफल होने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि वसीम हिलाल नाबालिग छात्र है. जिस तरह के आरोप उस पर लगाए जा रहे हैं उसने ऐसी कोई हरकत नहीं की है. उसने आर्मी के खिलाफ कभी नहीं बोला है. यह आरोप बेबुनियाद है.

सज्जाद ने बताया कि जो ट्वीट किया गया है उसके दूसरे मायने हैं. वसीम हिलाल के अक्लमंदी भरे ट्वीट को सलाम करते हुए सज्जाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट मिशन चलाया था और इसे एक ग्रेट वर्क के रूप में देखा जा रहा है.

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वसीम हिलाल ने इसी परिपेक्ष्य में विपक्ष का रोल अदा किया है .उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष मजबूत होगा और आलोचना होगी तो सिस्टम सही रहेगा. उन्होंने वसीम हिलाल के ट्वीट के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्रेट सर कहा है न कि जैश को. वह प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहा था कि अगर जम्मू कश्मीर के हालत पर काबू पा लिया गया है तो कि पुलवामा का इंसीडेंट कैसे हो गया. जबकि आपने कहा था कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म कर दिया है तो यह सब चीजें क्यों हो रही है.

वहीं वसीम हिलाल पर हुई कार्रवाई पर पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद लाथर ने कहा कि प्रशासन दबाव में आकर काम कर रहा है .उन्होंने कहा कि जो ट्वीट किया गया था .वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए था. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में ग्रेट वर्क किया है. लेकिन क्या इस तरह की घटना दर्शाती है कि एक ग्रेट वर्क है. उन्होंने कहा कि बिना जांच किए हुए वसीम को सस्पेंड कर दिया गया है. यह बहुत बड़ी गलती है.

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अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान लाथर ने जैश की तारीफ करने वाले निलंबित छात्र वसीम हिलाल के बचाव में खड़े हो गए हैं. उन्होंने सुलेमान हॉल के कश्मीर हाउस में पत्रकार वार्ता में कहा कि कानून का मजाक बना रख दिया गया है. साथ ही कहा कि वसीम जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह सही नहीं है. उन्होंने सस्पेंड के निर्णय को वापस लेने की मांग की.

एएमयू के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान लाथर ट्वीट के बाद निलंबित हुए छात्र का निलंबन वापस लेने की मांग की है.
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उन्होंने कहा कि छात्र पर दर्ज मुकदमा और निलंबन बेबुनियाद है. पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जो देशभर में फैलाया जा रहा है. सज्जाद ने 2 दिन का समय देते हुए कहा कि अगर छात्र का निलंबन और मुकदमा वापस नहीं लिया जाता है तो आंदोलन करेंगे.

इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल पर भी कश्मीरियों को सुरक्षा देने में असफल होने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि वसीम हिलाल नाबालिग छात्र है. जिस तरह के आरोप उस पर लगाए जा रहे हैं उसने ऐसी कोई हरकत नहीं की है. उसने आर्मी के खिलाफ कभी नहीं बोला है. यह आरोप बेबुनियाद है.

सज्जाद ने बताया कि जो ट्वीट किया गया है उसके दूसरे मायने हैं. वसीम हिलाल के अक्लमंदी भरे ट्वीट को सलाम करते हुए सज्जाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट मिशन चलाया था और इसे एक ग्रेट वर्क के रूप में देखा जा रहा है.

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वसीम हिलाल ने इसी परिपेक्ष्य में विपक्ष का रोल अदा किया है .उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष मजबूत होगा और आलोचना होगी तो सिस्टम सही रहेगा. उन्होंने वसीम हिलाल के ट्वीट के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्रेट सर कहा है न कि जैश को. वह प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहा था कि अगर जम्मू कश्मीर के हालत पर काबू पा लिया गया है तो कि पुलवामा का इंसीडेंट कैसे हो गया. जबकि आपने कहा था कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म कर दिया है तो यह सब चीजें क्यों हो रही है.

वहीं वसीम हिलाल पर हुई कार्रवाई पर पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद लाथर ने कहा कि प्रशासन दबाव में आकर काम कर रहा है .उन्होंने कहा कि जो ट्वीट किया गया था .वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए था. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में ग्रेट वर्क किया है. लेकिन क्या इस तरह की घटना दर्शाती है कि एक ग्रेट वर्क है. उन्होंने कहा कि बिना जांच किए हुए वसीम को सस्पेंड कर दिया गया है. यह बहुत बड़ी गलती है.

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Intro:अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान लाथर ने जैश की तारीफ करने वाले निलंबित छात्र वसीम हिलाल के पक्ष में खड़े हो गए हैं. सुलेमान हॉल के कश्मीर हाउस में पत्रकार वार्ता में कहा कि कानून का मजाक बना रखा है. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं. वह सही नहीं है .प्रशासन ने जो डिसीजन सस्पेंड करने का लिया है. वह वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि छात्र पर दर्ज मुकदमा और निलंबन बेबुनियाद है. वसीम पर जो भी आरोप लगे हैं वह इस तरह का नहीं है कि उस पर मुकदमा या उसे सस्पेंड किया जाए . पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जो देशभर में फैलाया जा रहा है .उन्होंने कहा कि देश में कश्मीर और भारतीयों के बीच में खेल खेला जा रहा है. वहीं जम्मू कश्मीर के राज्यपाल पर भी कश्मीरियों को सुरक्षा देने में असफल होने का आरोप लगाया. सज्जाद ने 2 दिन का समय दिया है कि अगर छात्र का निलंबन और मुकदमा वापस नहीं लिया जाता है तो आंदोलन करेंगे. उन्होंने बताया कि वसीम हिलाल नाबालिग छात्र है उसकी उम्र 16 साल है और उसने कोई ऐसी हरकत नहीं की है. जिस तरह का आरोप लगाया जा रहा है. सज्जाद ने कहा कि उसने आर्मी के खिलाफ कभी नहीं बोला है. यह आरोप बेबुनियाद है. ट्विटर अकाउंट में ऐसा नहीं दर्शाया गया है कि वह आर्मी या पुलिस के खिलाफ हो. सज्जाद ने बताया कि जो ट्वीट किया गया है उसके दूसरे मायने बताए हैं .वसीम हिलाल के अक्लमंदी भरे ट्वीट को सलाम करते हुए सज्जाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट मिशन चलाया था और इसे एक ग्रेट वर्क के रूप में देखा जा रहा है. उरी का भी जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरीके से सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए आतंकवादियों की कमर तोड़ दी गई है. वसीम हिलाल ने इसी परिपेक्ष्य में विपक्ष का रोल अदा किया है .उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष मजबूत होगा और आलोचना होगी तो सिस्टम सही रहेगा. उन्होंने वसीम हिलाल के ट्वीट के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्रेट सर कहा है .कि जम्मू कश्मीर के हालत पर काबू पा लिया है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछना चाहते हैं कि पुलवामा का इंसीडेंट कैसे हो गया. जबकि आपने कहा था कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म कर दिया है तो यह सब चीजें क्यों हो रही है.


Body:उन्होंने सवाल उठाया कि जो घटना कश्मीर में हुई है कहीं किसी अपनी ही एजेंसी ने तो नहीं करा दिया .उन्होंने कहा कि यह आरडीएक्स कहां से आया . सज्जाद ने कहा कि वसीम ने यह सवाल सरकार पर उठाए हैं .उन्होंने कहा कि ट्वीट के माध्यम से वसीम ने कहा है कि क्या यह एक ग्रेट वर्क है. जो भी कश्मीर के पुलवामा में हुआ है . सज्जाद ने इसकी जांच की मांग उठाई है .सज्जाद ने कहा कि 2019 चुनाव को लेकर के कहीं कोई एजेंसी तो इस तरह की घटना नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि जब जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पर काबू पा लिया गया तो यह आरडीएक्स कहां से आया. सज्जाद ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हिंदू मुस्लिम की राजनीति की जा रही है .उन्होंने आरोप लगाया कि जो घटना पुलवामा में घटी है कहीं अपने ही लोगों ने तो नहीं करा दिया है .उन्होंने सरकार को पूरे मामले में फेल बताया और कहा कि अगर सरकार कश्मीर में कंट्रोल नहीं कर पा रही है. तो इमरजेंसी लगा देना चाहिए.


Conclusion:वहीं वसीम हिलाल पर हुई कार्रवाई पर पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सज्जाद लाथर ने कहा कि प्रशासन दबाव में आकर काम कर रहा है .उन्होंने कहा कि जो ट्वीट किया गया था .वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए था . उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में ग्रेट वर्क किया है. लेकिन क्या इस तरह की घटना दर्शाती है कि एक ग्रेट वर्क है. उन्होंने कहा कि बिना जांच किए हुए वसीम को सस्पेंड कर दिया गया है. यह बहुत बड़ी गलती की है. उन्होंने कहा कि हम सहेंगे नहीं. उरी का सर्जिकल स्ट्राइक का खुलासा अभी तक नहीं किया गया है . उन्होंने कहा भारतीय सैनिकों को मरवा रहे हैं. कश्मीर की समस्या का कोई हल नहीं है. सज्जाद ने कहा कश्मीर का मसला अमन से हल होना चाहिए. इस पर राजनीति की रोटियां नहीं सेंकनी चाहिए. पूरे देश में मातम का माहौल है. इस घटना में कहीं अपने ही लोग तो शामिल नहीं है .उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और यूएनओ को जांच करना चाहिए. इसके लिए इंटरनेशनल लॉ बने हुए हैं और उसके जरिए जांच होनी चाहिए . उन्होंने कहा कि कश्मीर में दस लाख सेना तैनात है. ऐसे में आरडीएक्स कैसे अंदर आ गया. सज्जाद ने कहा कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में देखने के बजाय हमें अपने दामन में झांकना चाहिए कि कहीं हम ही लोगों में से कोई तो नहीं है. उन्होंने कहा कश्मीर की घाटी में परिंदा भी पर नहीं मार सकता. पुलवामा में हुई घटना की जांच किये जाने की बात कही है. उन्होंने ग्रेट सर के बारे में कहा कि कहीं यह देश में बैठा हुआ तो नहीं है. सज्जाद ने विपक्ष को भी नहीं बख्शा और कहा कि विपक्ष भी इस मामले में शामिल हो सकती है. क्योंकि चुनाव आते ही इस तरह की घटना हुई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जाकर कि सरकार की चूलें हिलायेंगे. कश्मीर का मसला हल होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर उंगली उठाने की बजाय अपनी लोगों की जांच होनी करनी चाहिए.

बाइट- सज्जाद सुभान लाथर, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष, एएमयू
(नोट- फीड लाइव यू से भेजा है, कृपया यूज कर लें)(up_aligarh_alok singh_kashmiri wasim ka samarthan_421)

आलोक सिंह, अलीगढ़
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