अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में पीएचडी छात्रा के साथ शोषण का मामला सामने आया है. शोषण से परेशान छात्रा ने खुदकुशी की कोशिश की है. बताया जा रहा है कि छात्रा ने नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. छात्रा को जेएन मेडिकल कॉलेज में ही उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. छात्रा के साथ हुए शोषण की जांच के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति ने टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं. घटना थाना सिविल लाइन क्षेत्र के जेएन मेडिकल कॉलेज की है.
पीड़ित छात्रा फैकल्टी ऑफ मेडिसिन के ब्रेन रिसर्च सेंटर से पीएचडी कर रही है. बताया जा रहा है कि पीएचडी के सुपरवाइजर और को-सुपरवाइजर प्रताड़ित कर रहे थे. छात्रा संभल जिले की रहने वाली है और उसकी शादी भी हो चुकी है. पढ़ाई के चलते वह अलीगढ़ में रहती है.
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जानकारी के अनुसार छात्रा की पीएचडी लगभग पूरी हो चुकी है. उसे अपने असाइनमेंट सबमिट करने थे. लेकिन उसकी रिपोर्ट जमा नहीं की जा रही थी. उसने आरोप लगाया कि उसके सुपरवाइजर डॉक्टर मेहंदी हयात और को-सुपरवाइजर प्रोफेसर मोइनुद्दीन शोषण कर रहे थे, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया. हालांकि छात्रा के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसर भी इस बारे में कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. छात्रा के बारे में खबर सुनकर उसके पति और परिजन अलीगढ़ आ गए हैं.
इस मामले में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम ने बताया कि छात्रा ने अपने पीएचडी के सुपरवाइजर डॉक्टर मेहंदी हयात और को-सुपरवाइजर प्रो मोइनुद्दीन पर शोषण के आरोप लगाए हैं. इस घटना की जांच के लिए कुलपति प्रो तारिक मंसूर ने कमेटी बना दी है. जांच कमेटी में फैकेल्टी ऑफ साइंस के पूर्व डीन प्रोफेसर काजी मजहर अली और गणित विभाग की प्रोफेसर सुबुही खान को शामिल किया गया है. जांच कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट कुलपति को देगी, जिसके बाद दोषियों पर कार्रवाई हो सकती है.
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