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AMU के जेएन मेडिकल कॉलेज परिसर में मिले नवजात शिशुओं के शवों को कुत्तों ने बनाया निवाला, हड़कंप

अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज परिसर में दो नवजात शिशुओं के शव मिले है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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दो नवजात शिशुओं के शव
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Published : Sep 15, 2022, 3:52 PM IST

Updated : Sep 15, 2022, 7:34 PM IST

अलीगढ़: जनपद में आवारा कुत्तों ने एक बार फिर ददर्नाक घटना को अंजाम दे दिया. यहां कुत्तों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के ओपीडी गेट के सामने पार्क के अंदर मृत पड़े दो नवजात बच्चों को अपना निवाला बनाया और पार्क में घसीटते हुए ले गए. आरोप है कि जेएन मेडिकल कॉलेज की प्रशासनिक टीम सहित मृतक बच्चों के परिवार ने बारिश होने के चलते मेडिकल कॉलेज के पार्क में कपड़ों में लपेट कर बच्चों के शव फेंक दिए थे. वहींं, सिविल लाइन पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

दरअसल, अलीगढ़ के सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में आवारा कुत्तों के द्वारा दो मृत नवजात शिशुओं को पार्क के अंदर अपना निवाला बनाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इससे अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आरोप है कि थाना गभाना इलाके के एक गांव निवासी महिला मीरा देवी द्वारा 6 माह के दो मासूम बच्चों को जन्म दिया गया था. इसमें एक लड़का और एक लड़की थी. दोनों की मौत हो गई. इसके बाद मेडिकल कॉलेज टीम ने दोनों मृत नवजात बच्चों को बुजुर्ग महिला शीला देवी को सौंप दिया था. बच्चों के परिवार के लोग बारिश होने के चलते दोनों नवजात मृतक बच्चों को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के सामने बने पार्क में कपड़े में लपेट कर फेंक गए. मृत बच्चों पर कुत्तों की नजर पड़ी और वे उन्हें खींचकर ले गए और अपना निवाला बना लिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ.

यह भी पढ़ें-पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद हंगामा, पुलिस वाहन और एंबुलेंस में तोड़फोड़

वहीं, थाना गभाना क्षेत्र के गांव कनेसरा निवासी बुजुर्ग महिला शीला देवी का कहना है कि उसकी बेटी मीरा देवी की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिस पर वह अपने दामाद हरिओम के साथ उपचार के लिए एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लेकर पहुंचे थे. महिला शीला देवी का आरोप है कि उसकी बेटी के गर्भ में दो बच्चे होने के चलते उसमें खून की कमी हो गई और जहां खून की कमी के चलते हालत बिगड़ने के बाद डॉक्टर ने आनन-फानन में उसकी बेटी का ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद 6 महीने के दो मृत बच्चे बेटे और बेटी को जन्म दिया, जिसे अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सौंप दिया. महिला का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसकी बेटी का ऑपरेशन करने के बाद वहां पर फैल रहे खून को समेटने के लिए कह दिया, जिसके चलते वह घबराकर उन दोनों बच्चों को लेकर मेडिकल कॉलेज गेट से बाहर निकली तो बारिश पड़ रही थी. बारिश होने के चलते उसने दोनों मृत बच्चे पार्क में रख दिया था.

वहीं, जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर राकेश भार्गव ने बताया कि मृत नवजात शिशुओं को परिवार के हैंडओवर कर दिया गया था. यह परिवार की लापरवाही है कि नवजात के शव को अस्पताल परिसर में फेंक दिया था. उन्होंने बताया कि इस पूरी घटना को लेकर पुलिस को इनफॉर्म किया है. बता दें कि कोतवाली सिविल लाइन पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

अलीगढ़: जनपद में आवारा कुत्तों ने एक बार फिर ददर्नाक घटना को अंजाम दे दिया. यहां कुत्तों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के ओपीडी गेट के सामने पार्क के अंदर मृत पड़े दो नवजात बच्चों को अपना निवाला बनाया और पार्क में घसीटते हुए ले गए. आरोप है कि जेएन मेडिकल कॉलेज की प्रशासनिक टीम सहित मृतक बच्चों के परिवार ने बारिश होने के चलते मेडिकल कॉलेज के पार्क में कपड़ों में लपेट कर बच्चों के शव फेंक दिए थे. वहींं, सिविल लाइन पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

दरअसल, अलीगढ़ के सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में आवारा कुत्तों के द्वारा दो मृत नवजात शिशुओं को पार्क के अंदर अपना निवाला बनाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इससे अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आरोप है कि थाना गभाना इलाके के एक गांव निवासी महिला मीरा देवी द्वारा 6 माह के दो मासूम बच्चों को जन्म दिया गया था. इसमें एक लड़का और एक लड़की थी. दोनों की मौत हो गई. इसके बाद मेडिकल कॉलेज टीम ने दोनों मृत नवजात बच्चों को बुजुर्ग महिला शीला देवी को सौंप दिया था. बच्चों के परिवार के लोग बारिश होने के चलते दोनों नवजात मृतक बच्चों को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के सामने बने पार्क में कपड़े में लपेट कर फेंक गए. मृत बच्चों पर कुत्तों की नजर पड़ी और वे उन्हें खींचकर ले गए और अपना निवाला बना लिया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ.

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वहीं, थाना गभाना क्षेत्र के गांव कनेसरा निवासी बुजुर्ग महिला शीला देवी का कहना है कि उसकी बेटी मीरा देवी की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिस पर वह अपने दामाद हरिओम के साथ उपचार के लिए एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लेकर पहुंचे थे. महिला शीला देवी का आरोप है कि उसकी बेटी के गर्भ में दो बच्चे होने के चलते उसमें खून की कमी हो गई और जहां खून की कमी के चलते हालत बिगड़ने के बाद डॉक्टर ने आनन-फानन में उसकी बेटी का ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद 6 महीने के दो मृत बच्चे बेटे और बेटी को जन्म दिया, जिसे अस्पताल प्रशासन ने उन्हें सौंप दिया. महिला का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसकी बेटी का ऑपरेशन करने के बाद वहां पर फैल रहे खून को समेटने के लिए कह दिया, जिसके चलते वह घबराकर उन दोनों बच्चों को लेकर मेडिकल कॉलेज गेट से बाहर निकली तो बारिश पड़ रही थी. बारिश होने के चलते उसने दोनों मृत बच्चे पार्क में रख दिया था.

वहीं, जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर राकेश भार्गव ने बताया कि मृत नवजात शिशुओं को परिवार के हैंडओवर कर दिया गया था. यह परिवार की लापरवाही है कि नवजात के शव को अस्पताल परिसर में फेंक दिया था. उन्होंने बताया कि इस पूरी घटना को लेकर पुलिस को इनफॉर्म किया है. बता दें कि कोतवाली सिविल लाइन पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

Last Updated : Sep 15, 2022, 7:34 PM IST
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