अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) से छात्रों के आईएसआईएस (Terrorist organization ISIS) से संबंध का खुलासा एटीएस (ATS searching two AMU students) ने किया है. इस घटना में एएमयू के कई छात्रों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. वहीं इनसे संपर्क रखने वाले फरार चल रहे संदिग्ध आतंकियों की तलाश की जा रही है. इनमें से दो AMU के वकार उल मुल्क हॉस्टल के रहने वाले फैजान बख्तियार और अब्दुल समद मलिक बताए जा रहे हैं. इसके साथ ही दिल्ली के बटला हाउस और प्रयागराज के भी दो युवकों की तलाश एटीएस को है.
देश में रहते हुए यह सभी आईएसआईएस के स्लीपिंग मॉड्यूल के रूप में काम कर रहे थे. उत्तर प्रदेश में आईएसआईएस के सक्रिय होने का खुलासा महाराष्ट्र पुलिस द्वारा जून माह में दर्ज किए गए मुकदमे में हुआ था. इस मुकदमे में नामजद शाहनवाज और रिजवान को एटीएस ने गिरफ्तार किया था. दोनों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे. एटीएस की टीम स्टूडेंट आफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (SAMU) संगठन के बारे में छानबीन कर रही है.
पता लगाया जा रहा है कि इस संगठन के कितने सदस्य हैं और उनमें से कौन-कौन प्रोफेसर वजीहुद्दीन के संपर्क में था. एटीएस पूरी जानकारी की तलाश में जुटी है. पुणे मॉडल के सक्रिय सदस्य शाहनवाज और रिजवान का इस संगठन से क्या वास्ता था और वह अलीगढ़ में कई महीनों तक किस उद्देश्य से ठहरे थे. आतंकी संगठन आईएसआईएस के लिए काम कर रहे प्रोफेसर वजीहुद्दीन को पुलिस कस्टडी रिमांड पर देने की मंजूरी आज मिल सकती है. इसके साथ ही संभल और अलीगढ़ से गिरफ्तार किए गए चार अन्य सदस्यों को भी रिमांड पर लेकर उनका प्रोफेसर वजीहुद्दीन से आमना सामना करने की तैयारी है.
यूपी एटीएस आईएसआईएस से संबंध के आरोप में अब तक सात सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें से कई का संबंध अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से रहा है. वही एएमयू के दो छात्र अब्दुल समद मलिक और फैजान बख्तियार की भी तलाश है. एटीएस के अनुसार आईएसआईएस के सदस्य भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कमजोर युवाओं को तैयार कर रहा है. (Crime News UP)
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