अलीगढ़ः जिला कारागार के विचाराधीन बंदी की गुरुवार को मौत हो गई. उसे चोरी के आरोप में 22 अगस्त के जेल भेजा गया था. परिजनों ने जेल प्रशासन पर पिटाई का आरोप लगाया है. पोस्टमार्टम के बाद शव को थाना गांधी पार्क के सामने रखकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. शख्स को चोरी के आरोप में पकड़वाने वाले दो व्यक्तियों पर थाना गांधी पार्क में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.
दरअसल, यज्ञदत्त (36) को 21 अगस्त को थाना गांधी पार्क में पकड़कर चोरी के इल्जाम में पुलिस पड़कर थाने ले आई थी. क्षेत्राधिकार सिविल लाइन अशोक कुमार सिंह ने बताया कि चोरी के मुकदमे में चालान करते हुए, उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया था. 22 अगस्त को यज्ञदत्त को जेल भेज दिया गया. 23 अगस्त की देर रात अचानक जेल में यज्ञदत्त की तबीयत खराब हो गई. इसके बाद उसे जेल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. लेकिन, उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ. हालत बिगड़ती देख उसे एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. वहां 24 अगस्त (गुरुवार) को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
क्षेत्राधिकार सिविल लाइन के अनुसार, मजिस्ट्रेट ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया. डॉक्टरों के एक पैनल ने शव के पोस्टमार्टम किया, जिसकी वीडियोग्राफी हुई. इसके बाद शव को परिवार को सौंप दिया. घटना को लेकर विधिक कार्रवाई प्रचलित है. कहा जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यज्ञदत्त के फेफड़े में खराबी थी. टीब के भी लक्षण भी मिले हैं. वहीं, शरीर पर खरोच के निशान हैं. साथ ही कंधे पर हल्की चोट भी आई है.
यज्ञदत्त की मौत की सूचना से परिवार में कोहराम मच गया. परिजन मोर्चरी हाउस पहुंच गए. उन्होंने जेल प्रशासन पर पिटाई का आरोप लगाया. यज्ञदत्त की मौत से आक्रोशित परिजनों ने थाना गांधी पार्क क्षेत्र के जीटी रोड हाईवे- 91 पर शव को रखकर जाम लगा दिया. उन्होंने इलाका पुलिस सहित जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की. पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया.
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