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अलीगढ़: कमिश्नर ने गेहूं खरीद केन्द्रों का लिया जायजा, दिए आवश्यक निर्देश

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Published : Apr 17, 2020, 2:24 AM IST

यूपी के अलीगढ़ में कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने गेहूं खरीद केन्द्रों का जायजा लिया. कमिश्नर ने कहा कि किसानों को शासन द्वारा निर्धारित किये गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम गेहूं का मूल्य नहीं मिलना चाहिए.

अलीगढ़ समाचार.
कमिश्नर ने गेहूं खरीद केन्द्रों का लिया जायजा.

अलीगढ़: जनपद में कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने गुरुवार को 15 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं खरीद केन्द्रों का जायजा लिया. उन्होंने गेहूं खरीद केंद्र पर उपस्थित कार्मिकों को निर्देशित किया कि अन्नदाता का किसी भी स्तर पर शोषण या उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है.

कमिश्नर ने कहा कि किसानों को शासन द्वारा निर्धारित किये गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम गेहूं का मूल्य नहीं मिलना चाहिए. उन्होंने मण्डल के जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने स्तर से औचक निरीक्षण करते हुए किसानों को गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाना सुनिश्चित करें. कमिश्नर ने धनीपुर मंडी और जुलुपुर सिहौर स्थित गेहूं खरीद केन्द्र पहुंचकर निरीक्षण के दौरान पाया कि विनोद कुमार, हरिश्चंद्र, वीरेंद्र द्वारा गेहूं विक्रय के लिए केंद्रों पर लाया गया है. उन्होंने मौजूद केन्द्र प्रभारियों सुमित सिंह, ललित कुमार, अशोक कुमार शर्मा को निर्देश दिए कि शासन की मंशानुरूप गेहूं क्रय केन्द्रों पर किसानों के लिए समस्त आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. साथ ही जिलाधिकारियों को इस ओर ध्यान देना होगा. कमिश्नर ने केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रूपये प्रति कुंतल से कम कीमत पर गेहूं की खरीद मण्डल के किसी भी केन्द्र पर नहीं होनी चाहिए. तय अवधि में भुगतान भी सुनिश्चित किया जाये.

सभी केन्द्र समय से खुलेंगे

प्रत्येक केन्द्र पर किसानों के बैठने के उचित स्थान, पीने का पानी, छाया, बोर्ड, पंजीकरण रजिस्टर, गेहूं तौल यंत्र, छानना, आदि का प्रमुखता से ख्याल रखा जाए. सभी केन्द्रों पर आवंटित लक्ष्य की प्रतिपूर्ति होनी चाहिए, जिससे कि जनपद में गेहूं खरीद के लक्ष्य को पूर्ण किया जा सके. सभी केन्द्र समय से खोले जायें. उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रभारियों द्वारा गांवों में ग्राम प्रधानों से संपर्क कर किसानों के मध्य प्रचार-प्रसार कराया जाए. किसानों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते सीएससी केंद्र, जनसेवा केंद्र, साइबर कैफे आदि न खुलने की वजह से पंजीकरण, फर्द निकासी, फोटोकॉपी आदि में समस्या हो रही है.

कमिश्नर ने दिए आवश्यक निर्देश
कमिश्नर ने सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने और कराने के लिए आवश्यक निर्देश देते हुए केंद्र संचालकों और किसानों को निरन्तर मास्क या गमछे से चेहरा ढककर कार्य करने को कहा. बार-बार साबुन से हाथ धुलने और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के भी निर्देश दिए. आरएफसी अशोक कुमार पाल ने बताया कि मण्डल भर में खाद्य विभाग, पीसीएफ, यूपी एग्रो, एसएफसी, कल्याण निगम, भारतीय खाद्य निगम और यूपीएसएस के कुल 285 गेहूं क्रय केंद्र स्थापित किये गए हैं. विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अलीगढ़ में 92, एटा में 88, हाथरस में 54 और कासगंज में 51 क्रय केंद्र हैं. मण्डल में 259900 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है. मण्डल भर में 15 अप्रैल को प्रथम दिवस 139 किसानों से 662.25 मीट्रिक टन गेहूं खरीद की गई है.

अलीगढ़: जनपद में कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने गुरुवार को 15 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं खरीद केन्द्रों का जायजा लिया. उन्होंने गेहूं खरीद केंद्र पर उपस्थित कार्मिकों को निर्देशित किया कि अन्नदाता का किसी भी स्तर पर शोषण या उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है.

कमिश्नर ने कहा कि किसानों को शासन द्वारा निर्धारित किये गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम गेहूं का मूल्य नहीं मिलना चाहिए. उन्होंने मण्डल के जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने स्तर से औचक निरीक्षण करते हुए किसानों को गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाना सुनिश्चित करें. कमिश्नर ने धनीपुर मंडी और जुलुपुर सिहौर स्थित गेहूं खरीद केन्द्र पहुंचकर निरीक्षण के दौरान पाया कि विनोद कुमार, हरिश्चंद्र, वीरेंद्र द्वारा गेहूं विक्रय के लिए केंद्रों पर लाया गया है. उन्होंने मौजूद केन्द्र प्रभारियों सुमित सिंह, ललित कुमार, अशोक कुमार शर्मा को निर्देश दिए कि शासन की मंशानुरूप गेहूं क्रय केन्द्रों पर किसानों के लिए समस्त आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. साथ ही जिलाधिकारियों को इस ओर ध्यान देना होगा. कमिश्नर ने केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रूपये प्रति कुंतल से कम कीमत पर गेहूं की खरीद मण्डल के किसी भी केन्द्र पर नहीं होनी चाहिए. तय अवधि में भुगतान भी सुनिश्चित किया जाये.

सभी केन्द्र समय से खुलेंगे

प्रत्येक केन्द्र पर किसानों के बैठने के उचित स्थान, पीने का पानी, छाया, बोर्ड, पंजीकरण रजिस्टर, गेहूं तौल यंत्र, छानना, आदि का प्रमुखता से ख्याल रखा जाए. सभी केन्द्रों पर आवंटित लक्ष्य की प्रतिपूर्ति होनी चाहिए, जिससे कि जनपद में गेहूं खरीद के लक्ष्य को पूर्ण किया जा सके. सभी केन्द्र समय से खोले जायें. उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रभारियों द्वारा गांवों में ग्राम प्रधानों से संपर्क कर किसानों के मध्य प्रचार-प्रसार कराया जाए. किसानों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते सीएससी केंद्र, जनसेवा केंद्र, साइबर कैफे आदि न खुलने की वजह से पंजीकरण, फर्द निकासी, फोटोकॉपी आदि में समस्या हो रही है.

कमिश्नर ने दिए आवश्यक निर्देश
कमिश्नर ने सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने और कराने के लिए आवश्यक निर्देश देते हुए केंद्र संचालकों और किसानों को निरन्तर मास्क या गमछे से चेहरा ढककर कार्य करने को कहा. बार-बार साबुन से हाथ धुलने और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के भी निर्देश दिए. आरएफसी अशोक कुमार पाल ने बताया कि मण्डल भर में खाद्य विभाग, पीसीएफ, यूपी एग्रो, एसएफसी, कल्याण निगम, भारतीय खाद्य निगम और यूपीएसएस के कुल 285 गेहूं क्रय केंद्र स्थापित किये गए हैं. विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अलीगढ़ में 92, एटा में 88, हाथरस में 54 और कासगंज में 51 क्रय केंद्र हैं. मण्डल में 259900 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है. मण्डल भर में 15 अप्रैल को प्रथम दिवस 139 किसानों से 662.25 मीट्रिक टन गेहूं खरीद की गई है.

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