पिछली सरकारों ने बाबा साहेब अंबेडकर को सिर्फ वोट के लिए किया इस्तेमालः सीएम योगी - सीएम योगी का अलीगढ़ दौरा
अलीगढ़ में आयोजित अुनसूचित जाति सम्मेलन(Scheduled Caste Conference in Aligarh ) में मुख्यमंत्री योगी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दलितों के लिए चल रही योजनाओं के बारे में बताया. कहा कि संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर(Constitution creator Baba Bhimrao Ambedkar) का पिछली सरकारों ने वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Oct 19, 2023, 8:26 PM IST
अलीगढ़: जनपद में गुरुवार को अनुसूचि जाति सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे. सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पिछली सरकारों ने भीमराव अंबेडकर का नाम वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया था. सीएम ने दलितों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी उपस्थित लोगों को बताया.
सबका साथ सबका विकास की भावना से काम: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले साढ़े नौ साल के दौरान देश के अंदर बिना भेदभाव के शासन की योजना का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति तक पहुंचने का काम किया गया है. साढे़ नौ वर्षों के दौरान देश परिवर्तन और विकास की नई ऊंचाईयों को प्राप्त कर रहा है. सरकार सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ समाज के प्रत्येक तबके को अवसर दे रही है.
वाल्मीकि ने रामायण रच कराया भगवान राम से साक्षात्कार: मुख्यमंत्री ने कहा कि जनधन खाते के माध्यम से पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में दिया जा रहा है. अनुसूचित समाज इससे सबसे अधिक लाभान्वित हुआ है. अनुसूचित समाज की सेवा करते हैं. यह अपने पूर्वजों की कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं. जिन पूर्वजों ने कभी वेद की ऋचाओं को रचकर हमारा मार्गदर्शन किया था. जिन महापुरुषों ने कभी रामायण जैसा पवित्र ग्रंथ हमें देखकर भगवान राम के साथ साक्षात्कार कराया था. जिन पूर्वजों ने कभी श्रीमद् भागवत गीता जैसा महाग्रंथ देकर हम सबके लिए एक नई प्रेरणा और प्रकाश का पुंज देकर आगे बढ़ाया था. इसमें संत रविदास जैसे महापुरुष हैं, जिन लोगों की प्रेरणा से समाज में भक्ति की एक नई धारा प्रवाह हुई. इनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं. डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करते हैं. जिन्होंने स्वतंत्र भारत को एक संविधान देकर उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम पूरे भारत को एकता के सूत्र में जोड़ने का काम किया.
वंचित समाज का उत्थान किया: सीएम ने कहा कि आज हमें प्रसन्नता है कि हमारी सरकार समाज के उन तमाम तबकों का उत्थान कर रही है, जो आजादी के बाद से वंचित थे. इसमें मुसहर, थारू, अहेरिया, बुक्सा, वनटांगिया के लिए शासन की कोई योजनाएं नहीं बनती थी. डबल इंजन की सरकार में अधिकतर अनुसूचित जाति और जनजातियों के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार की योजनाओं से आच्छादित किया गया है. हर वंचित दलित तबके को शासन की शत-प्रतिशत योजना से आच्छादित करने के लिए डबल इंजन की सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जयंती पर हर मंदिर में अखंड रामायण का पाठ कराकर समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं. यह कृतज्ञता उन ऋषियों, संतो के प्रति ज्ञापित है. जिन्होंने समाज की समृद्धि के लिए अपना योगदान दिया .
पिछली सरकारों ने दलितों के स्मारक तोड़े: उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में जो सरकारें काबिज थी. उनके कारनामे छुपे हुए नहीं हैं. दलित महापुरुषों के स्मारकों को तोड़ने की बात करते थे. उनके द्वारा कोशिश होती थी कि हमारा समाज अपमानित महसूस करें. उनके द्वारा अनेक कुत्सित प्रयास किये गए, लेकिन 2017 के बाद डबल इंजन की भाजपा सरकार यूपी में आई, तो पिछली सरकारों ने जो अनुसूचित जाति- जनजाति की छात्रवृत्ति को यूपी में रोक दिया था. वह फिर से चालू कर दी गई है. यह सुनिश्चित किया गया कि हर सरकारी कार्यालय में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, जो भारत के संविधान के निर्माता हैं. उनकी फोटो जरूर लगाई जाएं.
अंबेडकर की स्मृति को जीवंत बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र: सीएम ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर से जुड़े पंच तीर्थ बनाने का काम डबल इंजन की सरकार ने किया. लेकिन, इससे पहले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को पिछली सरकारों ने वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया. सम्मान का भाव व्यक्त नहीं किया. हमारी सरकार लखनऊ में भी भीमराव अंबेडकर की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र की स्थापना कर रही है. इसी साल के अंत तक केंद्र बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं, लावापुर जो महर्षि वाल्मीकि से जुड़ा पवित्र स्थान है. उसके पुनरुद्धार का काम डबल इंजन की सरकार कर रही है.
यह डबल इंजन की सरकार ने ही संत रविदास के पावन जन्मभूमि बनारस में सुंदरीकरण का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार हर हाल में सम्मान और सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार है. पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. 2017 से पहले अनुसूचित जाति-जनजाति से जुड़े लोगों के पहचान का संकट खड़ा होता था. कोई यात्रा नहीं निकाल पाते थे. त्योहारों को रोकने का काम होता था. असामाजिक तत्वों द्वारा उन्हें यातनाएं देने का काम होता था. लेकिन, आज डबल इंजन की सरकार ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है.
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