अलीगढ़: जिले में नगर निगम की ओर से मथुरा बाईपास रोड पर निर्मित नालों का निर्माण मानकों के अनुसार नहीं किया गया. जिसको लेकर जिलाधिकारी के निर्देशन पर सीडीओ की अध्यक्षता में टीम गठित कर मामले की जांच की गई. जांच में चार में से तीन नालों की शिकायत को सही पाया. सीडीओ ने तीन इंजीनियरों के सस्पेंशन और ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की है.
क्या है मामला-
नगर निगम की ओर से मथुरा बाईपास रोड पर कृष्णाधाम कॉलोनी के निकट शहापुर कुतुब, हड्डी गोदाम और ज्वालापुरी पर ध्वस्त नालों का पुनः निर्माण कार्य कराया जा रहा है. निर्माणाधीन नालों में मानक के अनुसार निर्माण सामग्री का प्रयोग नहीं किया जा रहा है. जिसकी शिकायत जिलाधिकारी चंद्रभूषण से की गई.
जिलाधिकारी ने गठित की टीम-
जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने शिकायत पर एक टीम मुख्य विकास अधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में गठित की. नालों की गुणवत्ता का भौतिक सत्यापन कर जांच करने के निर्देश दिए थे. जिसमें नगर निगम की ओर से बनाए गए निर्माणाधीन चार नालों की शिकायत में से तीन नालों की शिकायत को सही पाया गया.
सीडीओ अनुनय झा ने क्या बताया-
नगर निगम द्वारा निर्मित नालों की जांच मुझे सौंपी गई थी. नालों की जांच के लिए एक टीम गठित की गई. गठित टीम में एडीएम ई, एक्सईएन आरईडी, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी के सदस्य थे.
कार्य में बरती गई लापरवाही-
प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि नगर निगम के एक्सईएन, जेई और एई ने कार्य के क्रियान्वयन में लापरवाही बरती है. जिसके कारण कार्य ठीक से नहीं किया गया. ठेकेदार द्वारा भी ऐसा प्रतीत होता है कि जो सरकारी धनराशि का मिस यूज किया गया है.