अलीगढ़: केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के महाविलय की घोषणा किये जाने का विरोध शुरू हो गया है. बैंककर्मियों ने शनिवार को काली पट्टी बांधकर रामघाट रोड स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के सामने प्रदर्शन किया. उन्होंने केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की और बैंकों के विलय को वापस लेने के लिए आवाज उठाई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि पंजाब नेशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक, यूनाइटेड बैंक, इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक, कैनरा बैंक में सिंडीकेट बैंक तथा यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया में कारपोरेशन बैंक एवं आंध्र बैंक का विलय किया जाएगा.
बैंककर्मियों ने किया प्रदर्शन
- बैंककर्मियों ने बताया कि सन 2008-09 की विश्व आर्थिक मंदी के दौरान अमेरिका के बड़े-बड़े बैंक ताश के पत्तों की तरह ढह गए थे.
- भारत के छोटे-छोटे बैंक देश को आर्थिक मंदी से बचाने में सफल रहे थे.
- बैंककर्मियों ने कहा कि इस समय आवश्यकता इस बात की है कि सरकार खराब ऋणों की वसूली करें.
- उनका कहना है कि जिन लोगों ने जनता का धन बैंकों से लूट रखा है उस धन को बैंक में वापस लाएं.
- बैंककर्मियों ने कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में जनता तक बैंक की सेवाएं पहुंचाने की आवश्यकता है, इसलिए हम मांग करते हैं कि बैंकों के विलय के निर्णय को वापस लिया जाये.
- देश के दूरगामी क्षेत्रों में बैंकिंग सेवा पहुंचेगी तथा युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी.
- बैंककर्मी काली पट्टी बांधकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उन्होंने सड़क पर उतर कर हड़ताल और आंदोलन करने की भी बात कही है.