अलीगढ़: एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने वीडियो जारी कर 15 दिसंबर को हुए बवाल में घायल छात्रों से माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर उन्हें बहुत दुख है. साथ ही कहा कि इस मामले में किसी भी बेकसूर छात्र को निशाना नहीं बनने देंगे.
कुलपति ने 15 दिसंबर को हुई घटना पर जताया खेद
वीडियो जारी करने से पहले भी कुलपति तारिक मंसूर ने पत्र के माध्यम से छात्रों से आखिरी अपील की थी. इस बार कुलपति ने अपने वीडियो संदेश में कहा है कि एक शैक्षिक संस्थान होने के नाते लोकतांत्रिक मूल्यों से एएमयू को चलाने में विश्वास है. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान होने के नाते, हमें किसी भी बात पर सहमत या असहमत होने का पूरा हक है. उन्होंने 15 दिसंबर को हुई घटना पर खेद जताते हुए कहा कि इस संबंध में वह पहले भी कई पत्र लिख चुके हैं.
'छात्रों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा'
प्रो. तारिक मंसूर ने 15 दिसम्बर की घटना में जो छात्र घायल हुए हैं, उनसे माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि पुलिस एफआइआर के संदर्भ में एएमयू के बेकसूर छात्रों की सहायता करेगी और किसी भी छात्र का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने एक बार फिर शिक्षक और छात्रों से अपील की है कि वह विश्वविद्यालय को सामान्य स्थिति में लाने के लिए सहायता करें.
वहीं इस मामले पर एएमयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर का कहना है कि कुलपति बयान बदलते हैं. कल वह कह रहे थे कि विश्वविद्यालय बंद हो जाएगा. अब कह रहे हैं कि जिला प्रशासन एएमयू में नहीं आएगा और माफी मांग रहे हैं. कुलपति को एक ही फैसला लेना पड़ेगा. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि कुलपति दो तरह की बातें कर राजनीति कर रहे हैं, जिससे कुलपति पद की गरिमा कम हो रही है.