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AMU के ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर ने लॉकडाउन में 60 छात्रों को दिलाई नौकरी

यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर सरकारी व गैर सरकारी कंपनियों में युवाओं को नौकरी दिलाने का काम कर रहा है. लॉकडाउन के दौरान इस सेंटर ने 60 छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से नौकरी दिलाने का काम किया है. साथ ही यह सेंटर अगस्त में जॉब फेयर का आयोजन करने जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों को नौकरी मिलने की संभावना है.

एएमयू का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर
एएमयू का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर
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Published : Jul 6, 2020, 1:01 PM IST

Updated : Jul 12, 2020, 9:17 AM IST

अलीगढ़: मंदी और लॉकडाउन के दौर में युवाओं को नौकरियों का संकट है. ऐसे में एएमयू का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर सरकारी और गैर सरकारी कंपनियों में युवाओं को नौकरी दिलाने का काम कर रहा है. सन् 2012 से अब तक इस सेंटर ने पांच हजार युवाओं को नौकरी और इंटर्नशिप करा चुका है. वहीं लॉकडाउन में भी ऑनलाइन 60 युवाओं की जॉब लगवा चुका है.

एएमयू का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर

6 कंपनियों के ऑनलाइन जारी हैं इंटरव्यू

बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने का यह काम सेंटर के चैयरमेन साद हमीद करा रहे हैं. उन्हें इस काम के लिए मोस्ट इनोवेटिव प्लेसमेंट ऑफिसर का सम्मान भी मिला है. यह सम्मान उन्हें गोल्डन एआईएम अवॉर्ड्स समारोह में छात्रों व युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया गया है. सेंटर अगस्त में बड़े स्तर पर ऑनलाइन जॉब फेयर का आयोजन कराने जा रहा है. इस सेंटर की खास बात यह है कि युवाओं को जॉब दिलवाने के लिए कोई शुल्क या फीस नहीं ली जाती है.

युवाओं को बनाया जाता है हुनरमंद

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डिग्री लेकर निकलने वाले युवाओं को जॉब में भी मदद की जाती है. इसके लिए विश्वविद्यालय कोई ट्रेनिंग फीस या शुल्क नहीं लेता है. छात्रों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर ध्यान दिया जाता है और उन्हें मार्केट के हिसाब से जॉब के लिए तैयार करते हैं. इसमें सेमिनार, बेविनार, वर्कशॉप, इंटरव्यू और बायोडाटा तैयार कराना सिखाया जाता है.

सपनों को दी जाती है नई उड़ान

यहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, मेडिकल, आर्ट्स, कॉमर्स सभी फैकल्टी के छात्रों के लिए मल्टीनेशनल कंपनियों को बुलाया जाता है. छात्र जब डिग्री लेकर निकलता है तो उसकी आंखों में जॉब पाने का सपना होता है. आज के दौर में नौकरियां मिलनी आसान नहीं है, लेकिन ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर में छात्रों की कमियों को निखारा जाता है. कैंपस प्लेसमेंट के लिए आने वाली कंपनियों के बारे में छात्रों को जानकारी दी जाती है.

छात्रों की जाती है कैरियर काउंसलिंग

विश्वविद्यालय का प्लेसमेंट ऑफिस 2012 में बना था. इससे पहले जॉब दिलाने का कोई सिस्टम नहीं था. जो छात्र नौकरियां पाते थे. वह अपने प्रयास से पाते थे, लेकिन पिछले 8 सालों में 5000 छात्रों को यहां से नौकरी मिल चुकी है. इसमें डिफरेंट कोर्सेज के छात्र शामिल हैं. इस बीच करीब 1200 कंपनियों को कैंपस में इनवाइट किया जा चुका है. मल्टीनेशनल कंपनियों में गूगल, ब्रिटिश एयरवेज, एडोब, आईबीएम, एचसीएल, रिलायंस, बार्कले, जोमैटो, पीएनबी, मेटलाइफ, स्पेस इंडिया, जस्टडायल, जेनपैक्ट, एनआईआईटी, आईसीआईसीआई कंपनियां शामिल हैं.

अगस्त में आयोजित होगा जॉब फेयर

लॉकडाउन में भी सेंटर के चेयरमैन साद हमीद छात्रों को ऑनलाइन नौकरी दिलाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को प्लेसमेंट करा रहे हैं और इंटर्नशिप भी कराया जा रहा है. वेबीनार, ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जा रहा है. पिछले दो महीने के लॉकडाउन पीरियड में करीब 60 छात्रों को जॉब दिलवा चुके हैं. इस दौरान कुछ कंपनियों के भी इंटरव्यू जारी हैं. अगस्त के फर्स्ट वीक में ऑनलाइन जॉब फेयर का आयोजन करने की योजना है. जिसमें 300 से 400 छात्रों को जॉब दिलाने का प्रयास रहेगा.

क्या कहते हैं छात्र

एमबीए के छात्र अनस अहमद खान ने बताया कि लॉकडाउन में युवाओं को अपने स्किल डेवलप पर काम करना चाहिए. जिससे वह अपनी कमियों को निखार सकें. रिज्यूम तैयार करना, इंटरव्यू फेस करना, ग्रुप डिस्कशन करना आदि बातें सेंटर फ्री में सिखाता है.

मास्टर ऑफ इंश्योरेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट के छात्र अरवाब अहमद ने बताया की जॉब फेयर, कारपोरेट मीट कराने से छात्रों में कॉन्फिडेंस आता है. जिससे छात्र अपने आप को तैयार करते हैं. छात्रों को अच्छी कंपनियों में जॉब के मौके मिलते हैं और अच्छा पैकेज दिया जाता है. इस लॉकडाउन के दौरान छात्र खुद को मानसिक तौर पर तैयार करें.

मास्टर इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का कोर्स कर चुके मोहम्मद सऊद अस्मद को वेदांता ग्रुप में जॉब मिली है. वह अपने आप को लकी समझते हैं कि इस लॉकडाउन में उनको नौकरी मिली है. उन्होंने बताया कि हमको जॉब के लिए गाइड किया जाता है कि किस तरीके से इंटरव्यू को क्रैक करना है.

अलीगढ़: मंदी और लॉकडाउन के दौर में युवाओं को नौकरियों का संकट है. ऐसे में एएमयू का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर सरकारी और गैर सरकारी कंपनियों में युवाओं को नौकरी दिलाने का काम कर रहा है. सन् 2012 से अब तक इस सेंटर ने पांच हजार युवाओं को नौकरी और इंटर्नशिप करा चुका है. वहीं लॉकडाउन में भी ऑनलाइन 60 युवाओं की जॉब लगवा चुका है.

एएमयू का ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर

6 कंपनियों के ऑनलाइन जारी हैं इंटरव्यू

बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने का यह काम सेंटर के चैयरमेन साद हमीद करा रहे हैं. उन्हें इस काम के लिए मोस्ट इनोवेटिव प्लेसमेंट ऑफिसर का सम्मान भी मिला है. यह सम्मान उन्हें गोल्डन एआईएम अवॉर्ड्स समारोह में छात्रों व युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया गया है. सेंटर अगस्त में बड़े स्तर पर ऑनलाइन जॉब फेयर का आयोजन कराने जा रहा है. इस सेंटर की खास बात यह है कि युवाओं को जॉब दिलवाने के लिए कोई शुल्क या फीस नहीं ली जाती है.

युवाओं को बनाया जाता है हुनरमंद

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डिग्री लेकर निकलने वाले युवाओं को जॉब में भी मदद की जाती है. इसके लिए विश्वविद्यालय कोई ट्रेनिंग फीस या शुल्क नहीं लेता है. छात्रों के पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर ध्यान दिया जाता है और उन्हें मार्केट के हिसाब से जॉब के लिए तैयार करते हैं. इसमें सेमिनार, बेविनार, वर्कशॉप, इंटरव्यू और बायोडाटा तैयार कराना सिखाया जाता है.

सपनों को दी जाती है नई उड़ान

यहां इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, मेडिकल, आर्ट्स, कॉमर्स सभी फैकल्टी के छात्रों के लिए मल्टीनेशनल कंपनियों को बुलाया जाता है. छात्र जब डिग्री लेकर निकलता है तो उसकी आंखों में जॉब पाने का सपना होता है. आज के दौर में नौकरियां मिलनी आसान नहीं है, लेकिन ट्रेनिंग प्लेसमेंट सेंटर में छात्रों की कमियों को निखारा जाता है. कैंपस प्लेसमेंट के लिए आने वाली कंपनियों के बारे में छात्रों को जानकारी दी जाती है.

छात्रों की जाती है कैरियर काउंसलिंग

विश्वविद्यालय का प्लेसमेंट ऑफिस 2012 में बना था. इससे पहले जॉब दिलाने का कोई सिस्टम नहीं था. जो छात्र नौकरियां पाते थे. वह अपने प्रयास से पाते थे, लेकिन पिछले 8 सालों में 5000 छात्रों को यहां से नौकरी मिल चुकी है. इसमें डिफरेंट कोर्सेज के छात्र शामिल हैं. इस बीच करीब 1200 कंपनियों को कैंपस में इनवाइट किया जा चुका है. मल्टीनेशनल कंपनियों में गूगल, ब्रिटिश एयरवेज, एडोब, आईबीएम, एचसीएल, रिलायंस, बार्कले, जोमैटो, पीएनबी, मेटलाइफ, स्पेस इंडिया, जस्टडायल, जेनपैक्ट, एनआईआईटी, आईसीआईसीआई कंपनियां शामिल हैं.

अगस्त में आयोजित होगा जॉब फेयर

लॉकडाउन में भी सेंटर के चेयरमैन साद हमीद छात्रों को ऑनलाइन नौकरी दिलाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को प्लेसमेंट करा रहे हैं और इंटर्नशिप भी कराया जा रहा है. वेबीनार, ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जा रहा है. पिछले दो महीने के लॉकडाउन पीरियड में करीब 60 छात्रों को जॉब दिलवा चुके हैं. इस दौरान कुछ कंपनियों के भी इंटरव्यू जारी हैं. अगस्त के फर्स्ट वीक में ऑनलाइन जॉब फेयर का आयोजन करने की योजना है. जिसमें 300 से 400 छात्रों को जॉब दिलाने का प्रयास रहेगा.

क्या कहते हैं छात्र

एमबीए के छात्र अनस अहमद खान ने बताया कि लॉकडाउन में युवाओं को अपने स्किल डेवलप पर काम करना चाहिए. जिससे वह अपनी कमियों को निखार सकें. रिज्यूम तैयार करना, इंटरव्यू फेस करना, ग्रुप डिस्कशन करना आदि बातें सेंटर फ्री में सिखाता है.

मास्टर ऑफ इंश्योरेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट के छात्र अरवाब अहमद ने बताया की जॉब फेयर, कारपोरेट मीट कराने से छात्रों में कॉन्फिडेंस आता है. जिससे छात्र अपने आप को तैयार करते हैं. छात्रों को अच्छी कंपनियों में जॉब के मौके मिलते हैं और अच्छा पैकेज दिया जाता है. इस लॉकडाउन के दौरान छात्र खुद को मानसिक तौर पर तैयार करें.

मास्टर इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का कोर्स कर चुके मोहम्मद सऊद अस्मद को वेदांता ग्रुप में जॉब मिली है. वह अपने आप को लकी समझते हैं कि इस लॉकडाउन में उनको नौकरी मिली है. उन्होंने बताया कि हमको जॉब के लिए गाइड किया जाता है कि किस तरीके से इंटरव्यू को क्रैक करना है.

Last Updated : Jul 12, 2020, 9:17 AM IST
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